पितामह भीष्म द्रोणाचार्य की विद्द्या से मर जाता,
करण के अस्त्र से ही ये न जाने कब बिखर जाता,
धनुर्धारी सुनो अर्जुन,कहा मोहन कन्हैया ने,
अगर #story#nojotohindi#महाभारत
read more
Bharat Kumar
प्राचीनकाल में धौम्य, च्यवन ऋषि, द्रोणाचार्य, सांदीपनि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, वाल्मीकि, गौतम, भारद्वाज आदि ऋषियों के आश्रम प्रसिद्ध रहे। बौद्