Find the Latest Status about खंडन भव बंधन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, खंडन भव बंधन.
Yogi Sonu
White प्रेम क्या है क्या मलकीयत जमाना ही प्रेम है क्या मांग ही प्रेम है या बंधन जो मुक्त हो वह प्रेम है जिसमें अपेक्षा मांग न हो वह प्रेम है ? ©Yogi Sonu #Friendship प्रेम क्या है क्या मलकीयत जमाना ही प्रेम है क्या मांग ही प्रेम है या बंधन जो मुक्त हो वह प्रेम है जिसमें अपेक्षा मांग न हो वह प्
Gopal Pandit
यूंही भटकते भटकते गुज़र ना जाए ये वक्त सारा कसम तुम्हारी यकीन कर लो बिन तुम्हारे अब ना होगा गुज़ारा हर पल गुजरता सदियों के जैसा नाम ले ले कर के तुम्हारा जब तक ना देखें तस्वीर तेरी कहीं भी लगता ना अब दिल हमारा तेरी गली से हम जब भी गुजरें आंखों से बरसे अंसुओं धारा इतना यकीं तुम हमारा भी कर लो तुम्हारे सिवा नही कोई अपना सहारा नाम ले ले के जी लें तन्हा उमर भर जो श्याम तू ना हुआ हमारा के लिखने लगा जबसे तेरी कृपा को "पंडित" की जीवन में मेरे हुआ उजाला जब टूट कर मैं बिखर रहा था तेरे नाम मुझको संभाला दुनियां में तेरी चर्चा करूं मैं , मुझे भव सागर से तूने निकाला तू ही संभाले उसको सांवरे जिसने भी दिल(श्रद्धा) से तुझको पुकारा अब तो बचा ले ओह खाटू वाले तेरे सिवा नहीं कोई हमारा संभलने लगा हूं मैं दर पे तेरे आकर वरना मैं फिर रहा था दर बदर मारा मारा ज़माने को मैं बस इतना कहूंगा मुझे बेबसी से तूने निकाला इस दुनियां में ऐसा कोई नही है जिसको मुसीबत से ना तूने निकाला तेरी कृपा से ये धरती थमी है ये अंबर भी है श्याम तूने संभाला "पंडित"को आरजू बस तेरी है तेरे बिना ना मेरा होगा गुज़ारा हारा हूं श्याम मैं अब तुम मुझको संभालो हारे श्याम तुम ही हो सहारा। #गोपाल_पंडित ©Gopal Pandit #Janamashtmi2020 यूंही भटकते भटकते गुज़र ना जाए ये वक्त सारा कसम तुम्हारी यकीन कर लो बिन तुम्हारे अब ना होगा गुज़ारा हर पल गुजरता सदियों क
Shivkumar
White दोस्ती का प्यारा रंग छाया, दिल के रिश्ते को सजाया। जीवन के हर मोड़ पर, साथ देने वाला कोई यार। मुसीबतों में सहारा है वो, खुशियों के अंगारा है वो। हंसी-मजाक से भरी जिंदगी, मेहनत की सफलता का रास्ता है वो। जिसे देखो दिल बहक जाए, उन पलों को याद करके मुस्कराए। दोस्ती की अमरीत रूह से, हंसता हर लम्हा निकल आए। जैसे रंगीन बादलों की गति, दुनिया को आँचल से छू लेती है। यारों के हाथों में बंध जाती है, हर गम की बंधन खो लेती है। चाहे जहां भी सफर करो, दोस्ती की हो जबरदस्त नजर। उस्तादों की तरह बनकर लापरवाह, हर मुकाम पे शानदार हो जाए। चोकर जो मिले खुद को अपनाए, मुसीबतों को झेलते रहें ये दिल्लगी से। यारों की यारी, अमर राशि है, जीवन का सहारी, नहीं गुँजारी है। आज इस पंक्ति को बनाने के लिए, हम दोस्ती की बांहें फेला रहें हैं। यारों के दिल की धड़कन, ये कविता में झलक रही है। तारे हमसे नाते बनाए हैं, हर पल बदलते जैसे मौसम। दोस्ती की राहों में चलना, हर कदम जैसे ख्वाब पूरे। यारों को नहीं मिलता हमें पढ़ंध, इस काव्य की विरासत मिल जाए। यह दोस्ती का रंगीन काव्य, बनाएगा आपके दिल को रंगीन। हमारे दिल की गहराई को छूने, सूरज की किरणें यहाँ ढली हैं। नयी उम्र में जीने का हाथ पकड़ें, दोस्ती की रौशनी को फैलाएं। ये काव्य सिर्फ आपकी मेहनत से, हो जाएगा खुद ब खुद सुंदर। हम यहाँ क़लौंजी से परख कर, आपके दिल को छू लेंगे सुंदरता। सामान्य शब्दों की सजा में, इन्हीं शब्दों का जूनून, यह दोस्ती की मिठास और प्यार का गुंजारा है हमारा। ©Shivkumar #Friendship #दोस्ती #दोस्त #Nojoto #nojotohindi #दिलकीबातशायरी143 दोस्ती का प्यारा रंग छाया, दिल के #रिश्ते को सजाया। #जीवन के हर मोड़
Mahadev Son
तेरी शान निराली है माँ मन का अँधिआरा दूर कर रोशन करो माँ छुड़ा के सब मोह माया के बंधन, चरणों के पास अपने बुलाओ माँ खाली झोली बनके सवाली आया माँ कष्ट हरती सबके फिर बारी देरी क्यों पूत कपूत तो सुने माता न होती कुमाता बस सिवा न तेरे कोई न इस जहाँ में माँ श्रद्धा के फूल लाया चरणों से लगाओ माँ विगड़ी बनादो पत रखियो सदा मेरी माँ ©Mahadev Son तेरी शान निराली है माँ मन का अँधिआरा दूर कर रोशन करो माँ छुड़ा के सब मोह माया के बंधन, चरणों के पास अपने बुलाओ माँ खाली झोली बनके सवाली
Anjali Singhal
N S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} भव संसार के कर्म बन्धन से छूटने के दो उपाय हैं-कर्मों के तत्त्व को जानकर नि:स्वार्थ भाव से कर्म करना और तत्त्व ज्ञान का अनुभव करना। ©N S Yadav GoldMine #ramadan {Bolo Ji Radhey Radhey} भव संसार के कर्म बन्धन से छूटने के दो उपाय हैं-कर्मों के तत्त्व को जानकर नि:स्वार्थ भाव से कर्म करना और त
Shivkumar
Autumn ये पत्तों , पेड़ की टहनियों से , जुदा होने का मौसम है । उन्हें तन्हा छोड़ दे क्योकि ये , हवाओं से इश्क लड़ाने का मौसम है ।। नम की आंखों से गम झांकती ये , टहनियों के वीराने का मौसम है । जो शाख से टूटकर जा चुके , अब उन्हें भुलाने का ये मौसम है ।। गर्म हवाओं से दूर ये , सर्द हवाओं का ये मौसम है । तु बहार ए वफ़ा की न फिक्र कर , ये बेवफाओं का ये मौसम है ।। वो जो हमसे बंधन को तोड़ कर जा चुके , उनके मिट जाने का ये मौसम है । जाने भी दो अब बहारो से कोंपले फूटेगी शाख पर , सोचकर जश्न मनाने का ये मौसम है ।। ये पतझड़ है । ©Shivkumar #autumn #पतझड़ #पतझड़ #Nojoto ये पत्तों , पेड़ की टहनियों से , जुदा होने का #मौसम है । उन्हें तन्हा छोड़ दे क्योकि ये , हवाओं से #इश्क
KUNWA SAY
आपका रिश्ता ऐसा है जैसे दो नदियों का संगम मंगल रहे आपके जीवन का हर दिन प्यार और विश्वास का यह बंधन यूं ही बना रहे ऐसी हम शादी की सालगिरह की शुभकामनाएं देते है। ©KUNWA SAY आपका रिश्ता ऐसा है जैसे दो नदियों का संगम मंगल रहे आपके जीवन का हर दिन प्यार और विश्वास का यह बंधन यूं ही बना रहे ऐसी हम शादी की सालगिरह की