Nojoto: Largest Storytelling Platform

New निष्पाप में उपसर्ग Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about निष्पाप में उपसर्ग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, निष्पाप में उपसर्ग.

Stories related to निष्पाप में उपसर्ग

    LatestPopularVideo

जगदीश कैंथला

उपसर्ग,प्रत्यय #बात

read more

जगदीश कैंथला

उपसर्ग व प्रत्यय #बात

read more

Anupama Jha

"काश" इच्छाओं का उपसर्ग है और 
"आस" प्रत्यय । #काश #आस #उपसर्ग #प्रत्यय #yqdidi #hindiquote #हिंदीकोट्स

Pawan__P.K__887

उपसर्ग याद करे मिनटों में 🧡🤍💚👮👮💯💯🥰😊 #Society

read more

vishnu prabhakar singh

जिस तरह समाजवाद का उपसर्ग परिवारवाद,उसी तरह नैतिकता का उपसर्ग बदलाव। #गुमहोजाताहै #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with Y #विप्रणु

read more
गुम हो जाता है
परस्पर अपेक्षा में
काबिज़ चलन में
उपसत्य जो है

गुम हो जाता है
धन अर्जन में
रीती के टेक में
उपवंश जो है

गुम हो जाता है
विकास के दौर में
संयत के तौर में
उपयोग जो है

गुम हो जाता है
पुत्र के मोह में
मित्र के जोह में
उपहार जो है

गुम हो जाता है
सेवा के भाव में
मेवा के चाव में
उपचित्त जो है जिस तरह समाजवाद का उपसर्ग परिवारवाद,उसी तरह नैतिकता का उपसर्ग बदलाव।



#गुमहोजाताहै #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with Y

Sujata Darekar

सुप्रभात मित्र आणि मैत्रिणीनों विषय विषय रोजचा विषय😅 आजचा विषय आहे निष्पाप कळ्या... निष्पाप लहान मुलींवर कोवळ्या वयात अत्याचार होतात. आज या #Collab #YourQuoteAndMine #yqtaai

read more
सोडा त्या निष्पाप कळ्या
जागवा तुमची माणुसकी
अजुनी पुरेशा न फुलल्या
जरा जाणिव ठेवा वयाची

उमलते आहे वय तयांचे
भयभीत डोळे पहा तरी
कोमलता त्या चेह-याची
हरवूनच बसली सोनपरी

तुमची क्षणाची वासना
पोरीच्या जीवाशी खेळते
आता भितीपोटी मलाही
स्त्री जन्म नकोसा वाटते

खेळू द्या माझ्या लेकीला
मनसोक्तपणे घर अंगणी
मात पिता निर्धास्त असो
आचरण ते लावा वळणी

जीवाला नुसता घोर असे
पोरीला सोडून जाता कुठे
बघता प्रदुषित समाजमन
चित्तास आराम नाही गडे

मुलांप्रमाणेच मुलींनाही
आता आपण वाढवू या
सुंदर, सुयोग्य वाढीसाठी
हा निर्भय भारत घडवू या सुप्रभात मित्र आणि मैत्रिणीनों
विषय विषय रोजचा विषय😅
आजचा विषय आहे
निष्पाप कळ्या...
निष्पाप लहान मुलींवर कोवळ्या वयात अत्याचार होतात.
 आज या

Vedantika

उपसर्ग का प्रयोग: अति- बहुत ज्यादा गैरजिम्मेदार- लापरवाह विशेष- खास निसन्देह- बिना किसी शक के

read more
अति काम मद लोभ में देखो मनुष्य गया हार
देव के भेष में राक्षसों की हो रही जय-जयकार
मानवता का हुआ हनन सब देख रहे है निःशब्द
खुद पर संकट आएगा तो चिल्लाएंगे सब

गैरजिम्मेदार सब हुए एक दूसरे को रहे ताक
कौन सुधारे खुद को घूम रहे सब बेबाक
मान मनोव्वल चाहिए झूठे हो जज्बात
दिल खोल बता रहे एक दूसरे की बात

विशेष बन कर रह रहे दुनिया मे धनवान
गरीब की पीड़ा से रहे हरदम ये अंजान
चलते रहे जो मखमली कालीन पर सदा
कैसे सहे पथरीली जमीन के निशान

निसन्देह इस संसार मे सब नहीं एक जैसे
जीवन की कठिन डगर पार होगी कैसे
प्रश्न बड़ा ही है कठिन उत्तर ना जाने कोई
ईश्वर की शक्ति के आगे राह आसान बन जाई उपसर्ग का प्रयोग:

अति- बहुत ज्यादा
गैरजिम्मेदार- लापरवाह
विशेष- खास
निसन्देह- बिना किसी शक के

Vinod Umratkar

हेच ते झाड आहे। जिथे चढवतात । आणि पाडतात । आपलेच।। चढवतात सारे। प्रेमानेच तुम्हा । नि पाडेल पुन्हा । #yqmarathi #yqtaai #umratkar_vinod_for_yqmarathi #अभंगप्रेमvu2

read more
हेच ते झाड आहे।
जिथे चढवतात ।
आणि पाडतात ।
                     आपलेच।।
चढवतात सारे।
प्रेमानेच तुम्हा ।
नि पाडेल पुन्हा ।
                     झाडाखाली।।
निष्पाप झाडाचे ।
आहे हरबरा नाव।
करे त्यास बदनाम।
                     आम्ही माणसे। हेच ते झाड आहे।
जिथे चढवतात ।
आणि पाडतात ।
                     आपलेच।।
चढवतात सारे।
प्रेमानेच तुम्हा ।
नि पाडेल पुन्हा ।

Kaleem Ansari

में में न रह तेरे बाद में

read more
और कितना लिखू तेरी याद में
 कोई दम नहीं मेरी फरयाद में
 मेरी रूह भी छीन के ले गई मुझ से
 में में ना रहा तेरे बाद में में में न रह तेरे बाद में

डॉ वीणा कपूर "वेणु"...

लहरों में नहरों में गहरों में पहरों में अतृप्त प्यास #sagarkinare #कविता

read more
सागर की लहरों में,
मेरे गांव की नहरों में
सीमाओं के पहरों में,
उथले और गहरों में,
सब ओर तुम्हें खोजती,
मेरी मौन तलाश।
एक दिन तो तुम
मिल ही जाओगे
पूर्ण है विश्वास।
जल सम पारदर्शी
गगन सम समदर्शी
मेरी भोली आस
सागर के किनारे भी
अतृप्त है प्यास।।

©Veena Kapoor लहरों में
नहरों में
गहरों में
पहरों में
अतृप्त प्यास

#sagarkinare
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile