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Andy Mann
*हम 24 घंटे बाहर की दुनिया को देखते रहते हैं* *जब अन्तर में देखने का मौका होता है, तो हम सो जाते है।* * 24 घंटे में एक बार ही थोड़ी देर* *के लिये अपने कानों को बंद करके शब्द धुन को सुनो और* *ध्यान करते समय अपने अन्तर में देखने की कोशिश करो।* पहले आँखों से ही शुरु करो, क्योंकि यही सबसे* *महत्वपूर्ण इंद्री है जो हमें बाहर से जोड़े रखती है।* *फिर अपने भीतर में जो भी आवाज़ सुनाई पड़े,* *उसे सुनने की कोशिश करो। फिर ध्यान मग्न होकर* *खुश्बूओं को सूंघने की कोशिश भी करो। फिर तुम्हारे* *अन्दर चमत्कार हो उठेगा।* *पहले तुम पाओगे कि कुछ तो है फिर तुम पाओगे* *कि बहुत कुछ है यहां तो, क्योंकि भीतर अपने ही सँगीत हैं* *और अपनी ही आवाज़ें हैं। भीतर के अपने ही रंग हैं,* *अपने ही स्वाद और सुगंध हैं। जिस दिन आपको भीतर* *के रंग दिखाई देंगे, उस दिन बाहर की दुनिया के सब रंग* *फीके पड़ जाएंगे।* फिर तुम्हारी इच्छाएँ समाप्त हो जायेगी।* *तब संतोष और तृप्ति का भंडार मिल जाएगा।* ©Andy Mann #अन्तस्
Andy Mann
इस वास्ते तो दूसरों में जम नही रहा में जिस जगह रहा हूँ कभी कम नही रहा मंजिल का निशान नही और इस तरफ बहता है खून एड़ियो से थम नही रहा हँसता हूँ इसलिए कोई गम नही मुझे रोता हूँ इसलिए तेरा ग़म नही रहा थोडे से इख़्तिलाफ़ पर चीखे हो इस कदर शायद तुम्हारी गुफ़्तगू में दम नही रहा ऐसा लगे खिंचता है मुझको आसमान कोई कदम मेरा जमीन पर जम नही रहा ©Andy Mann #अन्तस्
Priyanka Panwar
नमन मंच 🙏 अन्तःकरण अन्तःकरण की कोमल हिलोरे बोल अनगिनत गुनगुनाती है । संवेदनाओं और भावनाओं की झर-झर नदियां बहाती है । आखर-आखर सजाती जब वो कविता का रूप बनाती है । भावों संग जब वाणी निकले अमृत- सुधा बन जाती है । जीवन की अनंत धारा को निश्चित स्वरुप दिखाती है । मन के विप्लव में जब ये शांति-सुकून संग समाती है । ना जाने कितने प्रश्नों का उत्तर स्वयं समझाती है । साध-साध जब वेला निकले रंज तब उर में बसाती है । गीत-ग़ज़ल का सार बना फिर नव तरंगों का निर्माण कराती है । अवलेखा तब गर्मजोशी से कविता का रूप बनाती है । Priyanka Singh ©Priyanka Panwar अन्तःकरण
अन्तःकरण #कविता
read moreसुधा भारद्वाज"निराकृति"
#राम(#हरी,#प्रभु) ******************* #रोम_रोम_बसे_राम_हमारे! #ढूँढें_उनको_सकल_जहाँ_रे! #दर्शन_बडा_ही_दुर्लभ_उनका। #मोह_के_वश_हर_एक_यहाँ_रे! #लख_कर_भी_लख_ना_सके_हम। #मद_माया_का_झीना_परदा_पडा_रे! @सुधा भारद्वाज"निराकृति" (सर्वाधिकार सुरक्षित) ©सुधा भारद्वाज"निराकृति" #अन्तर्यामी