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आशुतोष "गोरखपुरी"
aarzo thi tumse milne ki मगर तुम राजी न हुई, jab raazi hui milne ko tum, कमबख्त हम राजी न हुए अरे बाप हो कैसे मिली सूरज देव बहरवा भुज दिहे 😂🤣 ©आशुतोष "गोरखपुरी" का हो सूरज देव केहू से मिले भी न देबा का हो मर्दे 😢🤣
Akhtar Raza
Mohammad Arif (WordsOfArif)
अपनी किस्मत पर क्यूं ना इतराऊ मैं या रसूल अल्लाह आप पर कुर्बान हो जाऊं मैं इतना बुलंद मर्तबा है आपका नबियों में सारी दुनिया से मर्दे मुजाहिद बनकर लड़ जाऊं मैं ©Mohammad Arif (WordsOfArif) अपनी किस्मत पर क्यूं ना इतराऊ मैं या रसूल अल्लाह आप पर कुर्बान हो जाऊं मैं इतना बुलंद मर्तबा है आपका नबियों में सारी दुनिया से मर्दे मुजाहि
Nematullah Paighamberpuri
भरोसे के क़ाबिल ये इंसाँ कहाँ है بھروسے کے قابل یہ انساں کہاں ہے सहाबा के जैसा वो ईमाँ कहाँ है صحابہ کے جیسا وہ ایماں کہاں ہے न बाक़ी रहा दिल में ख़ौफ़-ए-ख़ुदा अब نہ باقی رہا دل میں خوفِ خُدا اب वो मर्दे मुजाहिद का सीना कहाँ है وہ مردِ مُجاہِد کا سینہ کہاں ہے ( नेमतुल्लाह शैख़ पैग़म्बरपुरी ) ( نعمت اللہ شیخ پیغمبر پوری ) ©Nematullah Shaikh Paighamberpuri #nematullahshaikhpaighamberpuri #bestnojoto भरोसे के क़ाबिल ये इंसाँ कहाँ है بھروسے کے قابل یہ انساں کہاں ہے सहाबा के जैसा
Akanksha Srivastava
निराली है काशी अद्भुत है काशी जहाँ हर रंग की लीला है आओ चले महाशिवरात्रि बाबा की शादी जहां हर रश्म की अनोखी लीला है हल्दी मेहंदी हर रस्म निभाती काशी धूम धाम से ढोल-ढाक से शंखनाद और पुष्पवर्षा से गौना कर महादेव संग लौटी गौरा है काशी फाग की फुहार चली काशी की कुंज गलिन में उड़े गुलाल-अबीर भभूत रंगभरी एकादशी रंगोत्सव से बाबा संग होली खेलने को तैयार है काशी आओ देखे ये निराली होली जहाँ भूत -प्रेत अवघड़ संग चले है बाबा मणिकर्णिका खेलन चिता-भस्म की मसाने होली भस्म गुलाल मे रंगे झूम रहे है जहां काशीवासी अरे मर्दे ई- त बड़ा ही निराली हव काशी!! ©Akanksha Srivastava निराली है काशी अद्भुत है काशी जहाँ हर रंग की लीला है आओ चले महाशिवरात्रि बाबा की शादी जहां हर रश्म की अनोखी लीला है हल्दी मेहंदी हर रस्म न
JALAJ KUMAR RATHOUR
जब भी दर्द की हैसियत बड़ जाती है, सपनो के लिए फुर्सत कम पड़ जाती है, याद जब होस्टल वाले लम्हो की विकट सताती है, तब तब एक कॉंफ़्रेंस कॉल पर, हॉस्टल की वो महफ़िल फिर से सज जाती है, "का मर्दे, अरे पापा से ऐसे नही बोलते, बेटा है तू मेरा, जैसे शब्दो की आवाजे जब कानो में आती है, उन जन्नत वाले दिनों की यादे तब ताजा हो जाती है, शादी कब कर रहा है, तेरी वाली का नम्बर दे दियो, जैसी गुजारिश इन हरामियो से आती है, फिर से मिलने की उम्मीदे धूमिल हो जाती हैं, चल भाई रखता हूँ की आवाजो से काल कट जाती है, 'जा मर जाके' वाली आवाजे, जब ख्याल रखना पर टिक जाती है, तब दोस्ती सिर्फ लफ्ज बन जाती है ....... #जलज राठौर जब भी दर्द की हैसियत बड़ जाती है, सपनो के लिए फुर्सत कम पड़ जाती है, याद जब होस्टल वाले लम्हो की विकट सताती है, तब तब एक कॉंफ़्रेंस कॉल
Harshita Dawar
Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat बहुत ख़ुशी के साथ आंखे कुछ नम भी हुई, गर्व का एहसास भी हुआ, आज मेरी लेखनी की दौरान रूबरू होने का मोका मिला। @Saroj g मुस्लिम होने के बावजूद उसके पिता में अपनी आंखे एक हिन्दू को Donate कर दी , अब वो इस दुनियां में नहीं है इनका बेटा सरहद पर शीहिद हो चुके। हिम्मत उस मां के ज़िगर की को रखती हैं, हिम्मते मर्दा मर्दे ख़ुदा, बस ये कहकर ख़ुद बुलंद खड़ी रहना, See Caption #lifequotes #equality #zindagi #life #yqbaba #yqdidi Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat बहुत ख़ुशी के साथ आंखे कुछ नम भी हुई, गर्व का एहसास
Ghumnam Gautam
मेरा नाम कैसे अमीरों में आया शरारत नहीं, ये सियासत हुई है घपोचन जी कहिन― ६ """""'''''''''"'""""""" बगदादी चचा सिधार गए। 'अंकल सैम' ने मार डाला। कह रहे हैं 'कायला' ऑपरेशन हुआ। अब काहे ला (किस लिए) ऑप
Ghumnam Gautam
हम आदतें कभी बदल के देखें अँधेरा हो घना तो जल के देखें घपोचन जी कहिन- ५ """""""""""'" दूध लेकर आ रहा था कि घपोचन जी दीख गए।आमतौर पर इनर्जीआए (फुल ऑफ इनर्जी) रहने वाले घपोचन जी अपेक्षाकृत कुछ सुस्