Find the Latest Status about प्यार पर कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, प्यार पर कविता.
Ramsingh Nag
,,प्यार-इशक-मोहबत पर कविता,, ,, तुम,, अपना सम्पूर्ण तुम्हें सौप कर, जब लेती हूं सांस, तुम अन्दर भर जाते हो, छू लेते हो रूह को, और तब मैं नहीं रह जाती तुम हो जाती हूं, जैसे उतार फेंका हो खुद को, और दिख पड़ा हो मेरा अंतस,,,तुम,,, Ramsingh nag प्यार इश्क मोहब्बत पर कविता,,, #CalmingNature
प्यार इश्क मोहब्बत पर कविता,,, #CalmingNature
read moreAvinash
कोई अजनबी खास हो रहा है लगता है फिर प्यार हो रहा है ©Avinash #कविता #प्यार
trilokibhogta
डुब रहा हूं तेरी आंखों की गहराई में रुह बना तु मेरी जान में समाई है मैं कुछ कहूं या चुप रहूं मेरे दिल से निकल कर जुबां पे जो आई है तेरे साथ रहना तेरे साथ चलना बस इतनी सी ख्वाहिश है #कविता #प्यार
Subhash Kumar
आज मुझे फिर ओ तेरी याद सता रही है जब घड़ी ओ बचपन का था। फिर लौट जांउ उस दौर जब उमर लड़कपन का था कहते खोया हुआ चीज को हम दोबारा हासिल कर सकते हैं, पर उमर ओ बचपन का, दिन ओ लड़कपन का, कभी नहीं पा सकते। ना ही पा सकते ओ पल जिसमें चंद कौड़ी के सिक्के हमे, खुशियां बेहिसाब दे जाती थीं। #कविता #प्यार
कविता प्यार
read moreरिया सिंह💕💕
2 Years of Nojoto भूल गए!! शमा जलाकर बुझाना भूल गए हमें बुला कर खुद आना भूल गए दिल लगा कर आँखे मिलाना भूल गए अरे ओ जाना अब तो तुम हमें ही भूल गए हाथ पकड़ कर हक़ जताना भूल गये गैर-ए-महफ़िल में मुझे अपना बताना भूल गए दूर देख कर तुम पास बुलाना भूल गए अरे ओ जाना अब तो तुम हमें ही भूल गए @iyra_poems #कविता #प्यार
jyoti gurjar
तूझ से प्यार हुआ मुझे, पर ना इकरार हुआ मुझे। तूझे कुछ कहने के इंतजार में मेरे बरसो बित गये । ओर हम बेखबर होकर तेरे घर की तरफ नित गये।.... तू आती भी नहीं ओर , अपनी सूरत दिखाती भी नहीं। .... ओर ये आस है कि जाती भी नहीं । कब आओगे ,कब आओगे कह के थक गया में अब तो आ जाओ इस जमाने से पक गया में। -ज्योति गुर्जर .... ... #प्यार .......कविता
#प्यार .......कविता
read moreDarshil Tailor
अगर प्यार का दरिया है तू तो गोताखोर हु मै, अगर मानसून की बारिश है तू तो नाचता मोर हु मै! #कविता #प्यार
कविता प्यार
read moreवीरेंदर
हम शायद प्यार समझ बैठे थे... क्या ख़ूब थे वो पल जब तुम रोज़ मिला करते थे उन दिनों बंजर ज़मीं पर भी फूल खिला करते थे क्या याद है वो पल जब नज़रो से बाते हुआ करती थी उन दिनों तो नज़रे ही ज़ुबाँ का काम किया करती थी क्या तुम्हे याद है जब सामने तुम मेरे आया करती थी सहम जाती थी रूह मेरी जब तुम मिलकर मुस्कुराया करती थी क्या तुम भूली तो नही जब दिन में कई बार सामना किया करते थे तुम्हे क्या लगा इतेफाक़ है, नही, हम कोशिशें किया करते थे लगता है अब तुम्हे कुछ याद नही शायद तुम सही और हम गलत समझ बैठे थे, तुम उन कोशिशों को सिर्फ़ इतेफाक़ और हम शायद प्यार समझ बैठे थे, तुम उन कोशिशों को सिर्फ़ इतेफाक़ और हम शायद प्यार समझ बैठे थे... :- वीरेंद्र #कविता #प्यार
कविता प्यार
read more