Nojoto: Largest Storytelling Platform

New दिली का Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about दिली का from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दिली का.

Stories related to दिली का

    LatestPopularVideo

Ajad yadav

जिंदगी जिंदा दिली का नाम है,

read more

md aas mohammd

जिंदगी जिंदा दिली का नाम है

read more

Ramvir Kori

जिंदगी जिंदा दिली का नाम है #DesertWalk #शायरी

read more
jindgi ret si hai har ghari fislti ja rhi hai
ye to silsila hai jindgi ka
har lamha gujarti ja rhi hai जिंदगी जिंदा दिली का नाम है

#DesertWalk

Shravan Goud

जीवन जिंदा दिली का नाम है याद रखो मरे हुए कुत्ते को कोई लात नही मारता।

read more
जीवन जिंदा दिली का नाम है याद रखो
मरे हुए कुत्ते को कोई लात नही मारता। जीवन जिंदा दिली का नाम है याद रखो
मरे हुए कुत्ते को कोई लात नही मारता।

hindi kalam se official

ज़िंदगी ज़िन्दा- दिली का नाम है #Life #lifequotes #Trending #Quote #Zindagi #Love #Heart #Poetry #loveshayri #nojotophoto

read more
 ज़िंदगी ज़िन्दा- दिली का नाम है
#life #lifequotes #trending #quote #zindagi #love #heart #poetry #loveshayri

Nisheeth pandey

तेरी पत्थर -दिली का, हर सबक में कहूँ ..... कब लिखूं अब लिखूं, क्या लिखूं क्यों लिखूं...... लौट आओ की #poem #unplugged #LoveNeverDies #poetryunplugged #WoTil

read more
तेरी पत्थर -दिली  का, 
हर सबक में कहूँ .....
कब लिखूं
 अब लिखूं, 
क्या लिखूं
 क्यों लिखूं......

लौट आओ की
 मेरी साँसे
 अब तिनका तिनका बिखरती हैं..
कहीं मेरी
 जान ना ले ले 
ये पहली शाम दिसंबर की.......

हार गयी तकदीर
 कुछ टूट गए सपने..
कुछ गैरों ने बर्बाद किया 
कुछ तोड़ गए अपने......

उन्हॊने बड़ी मुद्दतों 
के बाद...
इज़ाज़त  मांगी है 
  चंद बाते  करने की आज  ....
कितना फ़र्क 
आ गया तुममें ..
.सोच कर आँखे समंदर बन  पड़े........

🤔#निशीथ🤔

©Nisheeth pandey तेरी पत्थर -दिली  का, 
हर सबक में कहूँ .....
कब लिखूं
 अब लिखूं, 
क्या लिखूं
 क्यों लिखूं......

लौट आओ की

Nisheeth pandey

तेरी पत्थर -दिली का, हर सबक में कहूँ ..... कब लिखूं अब लिखूं, क्या लिखूं क्यों लिखूं...... लौट आओ की #poem #unplugged #poetryunplugged

read more
तेरी पत्थर -दिली  का, 
हर सबक में कहूँ .....
कब लिखूं
 अब लिखूं, 
क्या लिखूं
 क्यों लिखूं......

लौट आओ की
 मेरी साँसे
 अब तिनका तिनका बिखरती हैं..
कहीं मेरी
 जान ना ले ले 
ये पहली शाम दिसंबर की.......

हार गयी तकदीर
 कुछ टूट गए सपने..
कुछ गैरों ने बर्बाद किया 
कुछ तोड़ गए अपने......

उन्हॊने बड़ी मुद्दतों 
के बाद...
इज़ाज़त  मांगी है 
  चंद बाते  करने की आज  ....
कितना फ़र्क 
आ गया तुममें ..
.सोच कर आँखे समंदर बन  पड़े........

🤔#निशीथ🤔

©Nisheeth pandey
  तेरी पत्थर -दिली  का, 
हर सबक में कहूँ .....
कब लिखूं
 अब लिखूं, 
क्या लिखूं
 क्यों लिखूं......

लौट आओ की

क.वि

माणुसकी च्या कष्टानं दगड वाटची पायपीट करताना पायाच्या टाचच्या खाचा जवा भळाभळ लाल सुर्ख रक्त गाळत होत तवा ध्यान गेल नाही का रं का अजून डोक फो

read more
अस्थी शेवटचा अर्थ माणुसकी च्या कष्टानं दगड वाटची पायपीट करताना पायाच्या टाचच्या खाचा जवा भळाभळ लाल सुर्ख रक्त गाळत होत तवा ध्यान गेल नाही का रं का अजून डोक फो

AK....💞

#दिली ख्वाहिश #poem

read more
क्यू ये दिल तुझसे इतना 
बेपनाह❤️ प्यार करता है,
क्यू ये दिल तेरी हर झूठी
बातो पर भी ऐतवार 
करता है!
जानती हूं तेरा हर एक लब्ज़
फरेब में लिपटा परा है,
फिर भी क्यू ये दिल तुझपे जां निशार
करने को कहता है!!❣️ #दिली ख्वाहिश

Sandeep Agarwal

दिली ख्वाईश

read more
काश तेरे तकिये का कवर होता
तेरी खुली जुल्फों के नीचे होता
बाहों के आकोश में लेती तू मुझको जब
तेरे होठों का चुम्बन मुझे भी लगा होता
काश तेरे तकिये का कवर होता..... दिली ख्वाईश
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile