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Ramvir Kori
jindgi ret si hai har ghari fislti ja rhi hai ye to silsila hai jindgi ka har lamha gujarti ja rhi hai जिंदगी जिंदा दिली का नाम है #DesertWalk
जिंदगी जिंदा दिली का नाम है #DesertWalk #शायरी
read moreShravan Goud
जीवन जिंदा दिली का नाम है याद रखो मरे हुए कुत्ते को कोई लात नही मारता। जीवन जिंदा दिली का नाम है याद रखो मरे हुए कुत्ते को कोई लात नही मारता।
जीवन जिंदा दिली का नाम है याद रखो मरे हुए कुत्ते को कोई लात नही मारता।
read morehindi kalam se official
ज़िंदगी ज़िन्दा- दिली का नाम है #life #lifequotes #trending #quote #zindagi #love #heart #poetry #loveshayri
ज़िंदगी ज़िन्दा- दिली का नाम है #Life #lifequotes #Trending #Quote #Zindagi #Love #Heart #Poetry #loveshayri #nojotophoto
read moreNisheeth pandey
तेरी पत्थर -दिली का, हर सबक में कहूँ ..... कब लिखूं अब लिखूं, क्या लिखूं क्यों लिखूं...... लौट आओ की मेरी साँसे अब तिनका तिनका बिखरती हैं.. कहीं मेरी जान ना ले ले ये पहली शाम दिसंबर की....... हार गयी तकदीर कुछ टूट गए सपने.. कुछ गैरों ने बर्बाद किया कुछ तोड़ गए अपने...... उन्हॊने बड़ी मुद्दतों के बाद... इज़ाज़त मांगी है चंद बाते करने की आज .... कितना फ़र्क आ गया तुममें .. .सोच कर आँखे समंदर बन पड़े........ 🤔#निशीथ🤔 ©Nisheeth pandey तेरी पत्थर -दिली का, हर सबक में कहूँ ..... कब लिखूं अब लिखूं, क्या लिखूं क्यों लिखूं...... लौट आओ की
तेरी पत्थर -दिली का, हर सबक में कहूँ ..... कब लिखूं अब लिखूं, क्या लिखूं क्यों लिखूं...... लौट आओ की #poem #unplugged #LoveNeverDies #poetryunplugged #WoTil
read moreNisheeth pandey
तेरी पत्थर -दिली का, हर सबक में कहूँ ..... कब लिखूं अब लिखूं, क्या लिखूं क्यों लिखूं...... लौट आओ की मेरी साँसे अब तिनका तिनका बिखरती हैं.. कहीं मेरी जान ना ले ले ये पहली शाम दिसंबर की....... हार गयी तकदीर कुछ टूट गए सपने.. कुछ गैरों ने बर्बाद किया कुछ तोड़ गए अपने...... उन्हॊने बड़ी मुद्दतों के बाद... इज़ाज़त मांगी है चंद बाते करने की आज .... कितना फ़र्क आ गया तुममें .. .सोच कर आँखे समंदर बन पड़े........ 🤔#निशीथ🤔 ©Nisheeth pandey तेरी पत्थर -दिली का, हर सबक में कहूँ ..... कब लिखूं अब लिखूं, क्या लिखूं क्यों लिखूं...... लौट आओ की
तेरी पत्थर -दिली का, हर सबक में कहूँ ..... कब लिखूं अब लिखूं, क्या लिखूं क्यों लिखूं...... लौट आओ की #poem #unplugged #poetryunplugged
read moreक.वि
अस्थी शेवटचा अर्थ माणुसकी च्या कष्टानं दगड वाटची पायपीट करताना पायाच्या टाचच्या खाचा जवा भळाभळ लाल सुर्ख रक्त गाळत होत तवा ध्यान गेल नाही का रं का अजून डोक फो
माणुसकी च्या कष्टानं दगड वाटची पायपीट करताना पायाच्या टाचच्या खाचा जवा भळाभळ लाल सुर्ख रक्त गाळत होत तवा ध्यान गेल नाही का रं का अजून डोक फो
read moreAK....💞
क्यू ये दिल तुझसे इतना बेपनाह❤️ प्यार करता है, क्यू ये दिल तेरी हर झूठी बातो पर भी ऐतवार करता है! जानती हूं तेरा हर एक लब्ज़ फरेब में लिपटा परा है, फिर भी क्यू ये दिल तुझपे जां निशार करने को कहता है!!❣️ #दिली ख्वाहिश
Sandeep Agarwal
काश तेरे तकिये का कवर होता तेरी खुली जुल्फों के नीचे होता बाहों के आकोश में लेती तू मुझको जब तेरे होठों का चुम्बन मुझे भी लगा होता काश तेरे तकिये का कवर होता..... दिली ख्वाईश
दिली ख्वाईश
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