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Ashutosh Mishra
White राधा कृष्ण के मिलन का मधुबन गवाह है। काश,,,,,, हमारे मिलन का भी कोई अफ़साना होता। अल्फ़ाज मेरे✍️🙏🙏 ©Ashutosh Mishra #Couple राधा कृष्ण के मिलन का मधुबन गवाह है। काश,,,,,, हमारे मिलन का भी कोई अफ़साना होता। #मिलन Mili Saha J P Lodhi. Kiran kumari Patel Se
Ghumnam Gautam
लो बिछड़ते हैं हम उनसे फिर न मिलने के लिए याद पर मिलना रखेंगे और सब जाएँगे भूल. ©Ghumnam Gautam #बिछड़न #फिर #याद #ghumnamgautam #मिलन #भूल
Ravendra
Sangeeta Kalbhor
अभंग... तुझ्या समीप येण्याचे नकोत मला बहाणे तुला जाणवावे आवडते समीप तुझ्या राहणे तन माझे भेदणारा कटाक्ष तुझा करारी सावळ्याची राधा मी सावळाच रे मुरारी मखमल तुझ्या लोचणी अलवार मी पांघरते क्षणभराची साथ तुझी फार मुश्किलीने आवरते मिठीत होते गुडूप जेव्हा माझा वसंत तू होतो बहर रोमरोमी अन् मनी माझा आसमंत तू होतो नाही ठाऊक मजला चूक काय नि काय बरोबर माझ्या काळजातला तू अथांग पसरलेला सरोवर लट होते बावरी स्पर्शिता तू तिला अलवार भावना भेटता भावनेला होते की रे गरवार सहस्त्र श्वासांचे मिलन प्रणयाला येतो रंग मनामनाच्या मिलनाला रहावेच लागेल अभंग..... मी माझी..... ©Sangeeta Kalbhor अभंग... तुझ्या समीप येण्याचे नकोत मला बहाणे तुला जाणवावे आवडते समीप तुझ्या राहणे तन माझे भेदणारा कटाक्ष तुझा करारी सावळ्याची राधा मी सावळा
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. कुण्डलिया :- होली पावन पर्व है , रहिये हिलमिल साथ । सब आ जाओ पास में , छूट न जाये हाथ ।। छूट न जाये हाथ , रहो सब इसमें चिंतित । हो खुशियां जब संग , तो जीवन हो प्रफुल्लित ।। ले लो हाथ गुलाल , आयी बच्चों की टोली । भर पिचकारी मार , कहो सब हैप्पी होली ।। रंगों में ही ढूढ़़ लो , तुम जीवन के रंग । आ जायेगा आपको , सुन जीने का ढ़ंग ।। सुन जीने का ढंग , हमें त्योहार सिखाते । होली उनमें एक , मिलन की राह बनाते ।। आज न कोई गैर , सीख लो तुम बेढंगो । सबको साथी मान , आज तुम जी भर रंगो ।। फीके सारे रंग हैं , इस होली के ग्वाल । दूर बहुत साजन बसे , कैसे करूँ धमाल ।। कैसे करूँ धमाल , प्रीति बिन फीकी होली । होते साजन पास , करते हंसी ठिठोली ।। सर्दी से बेहाल , मारता लल्ला छीके । बैठी रहूँ उदास , रंग होली के फीके ।। २२/०३/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया :- होली पावन पर्व है , रहिये हिलमिल साथ । सब आ जाओ पास में , छूट न जाये हाथ ।। छूट न जाये हाथ , रहो सब इसमें चिंतित ।
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी रंग लगे गुलाल लगे, दिल से हो दिल की होली किया रखा है गिले शिकवे में मन से जोड़ो हर मस्ती ऊँच नीच और अमीरी गरीबी की व्यथा तोड़ो खुशियों से चहके तन मन सबका मुस्कराकर अपने पन का पैगाम दे दो डूबे अगर कोई गमो में उसे होली के मिलन का उपहार दे दो प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Holi होली के मिलन का उपहार दे दो #nojotohindi
Anjali Singhal
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :- तेरा मेरा यार मिलन कल हो जायेगा । फिर तो सुख जीवन में हर पल हो जायेगा ।। धक-धक करती धड़कन मुझसे क्या कहती है। तू उसके पैरों की पायल हो जायेगा ।। उनकी बात न पूछो तुम हम दीवानो से । एक नज़र देखे जिसको घायल हो जायेगा ।। उनसे मिलने को जो इतना तड़प रहा है । मुझको लगता है वो पागल हो जायेगा ।। मत छेड तार इस दिल के आज अदाओ से । ये तेरी चाहत का क़ायल हो जायेगा ।। मुरझाती फसलों से क्या उम्मीद करेंगें । कौन यहाँ पे है जो बादल हो जायेगा ।। बात प्रखर की मानेगा जब तू जीवन में । सच कहता हूँ तू भी निश्छल हो जायेगा ।। ०९/०३/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- तेरा मेरा यार मिलन कल हो जायेगा । फिर तो सुख जीवन में हर पल हो जायेगा ।। धक-धक करती धड़कन मुझसे क्या कहती है। तू उसके पैरों की पायल
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
सरसी छन्द अबकी होली सुन लो प्रियतम , मेरे मन की चाह । संग तुम्हारे खेलूँ होली , तकती तेरी राह ।। अबकी होली सुन लो प्रियतम.... ताने देती हैं सब सखियां , कहके विरहन आज । जबकी दिल पे मेरे साजन , बस तेरा ही राज ।। आओ अपने अंग लगा लो , बस इतनी है चाह । अबकी होली सुन लो प्रियतम .... माह जेष्ठ में भू ये जलती , तुम बिन जिया हमार । अबके फागुन में आ जाओ , हो मन का शृंगार ।। बिरहन बनकर कब देखूँ , मैं अब तेरी राह । अब की होली सुन .... आज विरह में तन ये काला , मल दो प्रीत गुलाल । बनकर मीरा दर-दर भटकू, आओ मेरे ग्वाल ।। आज प्रेम की मीरा प्यासी , करे मिलन की चाह । अब की होली सुन लो प्रियतम..। अबकी होली सुन लो प्रियतम , मेरे मन की चाह । संग तुम्हारे खेलूँ होली , तकती तेरी राह ।। ०७/०३/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR सरसी छन्द अबकी होली सुन लो प्रियतम , मेरे मन की चाह । संग तुम्हारे खेलूँ होली , तकती तेरी राह ।। अबकी होली सुन लो प्रियतम.... ताने देती ह