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Sh@kila Niy@z
यूॅं तो बात बहुत छोटी सी है लेकिन बहुत अहमियत रखती है कि इंसान उसी इंसान की बहुत दिल से फ़िक्र और परवाह करता है, जिस इंसान को उस फ़िक्र की,उस परवाह की सच में दिल से क़द्र होती है। वर्ना इंसान के दिल में तो वैसे भी इंसानियत अक्सर हर दूसरे इंसान के लिए होती है। लेकिन ... सिर्फ़ इंसानियत और दिल से की गई परवाह और फ़िक्र, ये दोनों बातें बहुत अलग होती हैं। और जब दिल से की गई परवाह और फ़िक्र की क़द्र ही नहीं होती फ़िर वो फ़िक्र और परवाह ख़ुद-ब-ख़ुद ख़त्म होने लगती है । ©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi #Dil #fikr #parwah #Qadr #nojotohindi #Quotes #18Feb
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read moreTOHFA SHAIKH RAEES AHMED SIDDIQUI
White شبِ برات مبارک shab e baraat mubarak to ehhl e islam khuda ki bakhshishon ki haseen saugaat laayi hai muraadon ki roshnii bhi toh apne saath laayi hai ©TOHFA SHAIKH RAEES AHMED SIDDIQUI #good_night shab e baraat mubarak
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read moreAyesha
White Maybe in parallel universe you'll be mine. ©Ayesha #good_night deep poetry in urdu poetry in english poetry quotes poetry poetry lovers
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read moreSh@kila Niy@z
जब मौजूद थे इक-दूसरे के लिए तब इक-दूसरे की क़द्र की नहीं हमनें तो अब इक-दूसरे से दूरियों का मलाल भला किस हक़ से करते हैं हम?? जब ख़ुद ही बंद किए थे दरवाज़े और रास्ते-इक दूसरे के लिए, तो अब इक-दूसरे का इंतज़ार भला किस हक़ से करते हैं हम?? इक अर्से से इक-दूसरे को हम बस यही समझाते आए हैं कि... "मोहब्बत राब्तों की मोहताज नहीं होती, राब्ते ना भी हो अगर तब भी मोहब्बत ख़त्म नहीं होती," तो अब इक-दूसरे से राब्तों का सवाल भला किस हक़ से करते हैं हम?? वक़्त रहते इक-दूसरे की ग़लत-फ़हमियों को दूर करना ज़रूरी होता है लेकिन इक-दूसरे से सच को ही छुपाना पड़ता हो जहाॅं और इक-दूसरे पर अगर यक़ीन ही नहीं है जहाॅं ऐसे बे-यक़ीनी वाले रिश्ते में भला और कहाॅं तक आगे बढ़ सकते हैं हम?? अपनी ही कही हुई बातें अगर हर वक़्त सही ही लगती हैं हमें, तो फ़िर अपनी ही कही हुई बातों से अब कैसे पलट सकते हैं हम?? और, अपनी ही की हुई ग़लतियों को हम मानेंगे ही नहीं अगर, तो उन ग़लतियों को फ़िर सुधार भी कैसे सकते हैं हम?? #bas yunhi kuchh sawaal ....... ©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi #Rishta #saath #Qadr #yaqeen #ahamiyat #nojotohindi #Quotes #10feb
Avnish Chauhan
मेरे दिल में एक मन्दिर है उसकी तुम मूर्त हो कसम से तुम बहुत सुंदर हो ©Avnish Chauhan thakur shab
thakur shab
read moreSh@kila Niy@z
हम अगर किसी की दिल से क़द्र करते हैं, फ़िक्र करते हैं तो हम ये कोशिश भी करते हैं कि उस इंसान के लिए हम हर वक़्त या फ़िर कम से कम उसकी ज़रूरत के वक़्त ही सही उसके लिए मौजूद रहे। लेकिन जब उसी इंसान को हमारी मौजूदगी की क़द्र ना रहे, हम उसके लिए ना ज़रूरी रहे और ना ही ज़रूरत रहे तो फ़िर उसके लिए हर वक़्त मौजूद रहने का फ़ायदा क्या है?? "बेहतर यही है कि अपनी क़द्र,अपनी फ़िक्र और अपनी मोहब्बत को अपने दिल में ही रखा जाए। जहाॅं इन जज़्बातों की क़द्र नहीं, बेहतर है कि वहाॅं इन जज़्बातों को ज़ाहिर भी ना किया जाए।" #bas yunhi ek khayaal ....... ©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi #mohabbat #Qadr #fikr #Maujoodgi #ehsaas #nojotohindi #Quotes #13Jan
प्रखर नेमा
White तमाम जिंदगी, हसरतों का दौर चला है..... हम, हसरत-ए-जिंदगी के सफ़र में लगे रहे, अब गम-ए-आलम कुछ यूँ है कि नामुकम्मल हसरतों नें इक मरहला ला दिया है जहाँ हसरत-ए-जिंदगी है ही नही... ©प्रखर नेमा #love_shayari life quotes in hindi happy life quotes #urdu
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read morethejust
Unsplash اول تو مرے حصے میں آتے ہی نہیں لوگ اور آئیں بھی تو پورے کے پورے نہیں آتے ©thejust #leafbook poetry quotes deep poetry in urdu sad urdu poetry Kartik Aaryan
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read moreSh@kila Niy@z
आज अख़बार में एक ख़बर पढ़ी कि,सिर्फ़ 15 साल की एक बच्ची की स्कूल में ही heart attack से अचानक मौत हो गई। यूॅं तो पहले भी पढ़ी और सुनी हैं ऐसी बहुत सारी ख़बरें लेकिन न जाने क्यूॅं ये ख़बर आज दिल पर कुछ ज़्यादा ही असर कर गई। और फ़िर जब इस पर सोचा तो दिल में ये ख़याल आया कि .... ये ज़रूरी तो नहीं कि इंसान किसी बीमारी से हि मर जाए, बिना किसी बीमारी के भी इंसान को मौत तो आ ही जाती है। बड़ी-बड़ी बीमारियों के साथ भी लोग सालों-साल जी लेते हैं और किसी हट्टे-कट्टे इंसान के मौत की अचानक ही ख़बर मिल जाती है। अक्सर बीमारों पर ही हम ज़्यादा तवज्जोह देते हैं लेकिन अपनों की तवज्जोह की ज़रूरत तो हर इंसान को होती है। अपनी मसरूफ़ीयत या फ़िर लापरवाही में हम ग़ौर ही नहीं करते कि, कभी-कभी हमारी नज़र-अंदाज़ी भी किसी की पल-पल जान लेती हैं। इसलिए अपनी ज़िंदगी में मौजूद हर इंसान की क़द्र कीजिए क्यूॅंकि किसी को भी ये पता नहीं होता कि ... किस की मौत किस वक़्त मुक़र्रर हुई होती है । न जाने कौन किस वक़्त हमेशा के लिए जुदा हो जाए हम से, हमनें सोचा भी नहीं होता और ... किसी के जिस्म से अचानक रूह परवाज़ कर जाती है । ©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi #Zindagi #Maut #Achanak #Qadr #nojotohindi #Quotes #21Dec #OneSeason
Muhammad Ilyas Rathor