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Anil Ray
प्रेम सुषुप्त नही चेतन प्रक्रिया है प्रेमपथ के राही प्रेम को परिस्थितिवश भी, अचेतन में मत लाये। कभी रोशन रहा जहां उस घर-आंगन के चाँद से रब महर करे चमचमाती "वों रात" फिर से आये। ©Anil Ray 💕💕💞 प्रिय के लिए प्रेमी मरे 💞💕💕 वासनायुक्त नज़र ठहर जाती है बस! जिस्मों पर प्रेमस्वरूप में यह पूर्णतः अदृश्य कामवासना है। अनमेल मेल मन का
Jiyalal Meena ( Official )
Archana Tiwari Tanuja
ग़ज़ल :- बगावत गुलामी अब बगावत चाहती है, ज़ुल्म से ये अदावत चाहती है। कहां महफूज़ अस्मत बेटियों की? दरिंदों से हिफ़ाज़त चाहती है। कभी इंसाफ़ में देरी न होगी, वो तो ऐसी अदालत चाहती है। लुटी इज़्ज़त धर्म जाती न पूछो? न ज़ख्मों पे सियासत चाहती है। सताया है जहां वालों ने जी भर, न और अब वो अज़ीयत चाहती है। किया इंसानियत को दागदार है, न आने अब मुरव्वत चाहती है। बहुत सौदे हुए मेरी कब्र पर, न तनुजा अब इनायत चाहती है।। अर्चना तिवारी तनुजा ✍️ ©Archana Tiwari Tanuja #Bagawat #janjeer #Nojoto #NojotoHindi #hindiwriters #gazal #MyThoughts #viarl #dharm #jati 07/06/2023 ग़ज़ल :- बगावत वज़न :- 1222 1222
Rukhsar Khanam
सिसकियां छोड़कर इतनी तुम हिम्मत बढ़ाओं, अपनी इज्जत की खातिर अब तुम शमसीर उठाओं, कानून के रखवालों से अब कुछ नहीं होने वाला, अपनी इज्जत की खातिर ऐसे दरिंदों का सर धड़ से अलग कर के अब तुम ही दिखाओं, सूली पर चढ़ाओं सूली पर चढ़ाओं....... मेरे अल्फ़ाज़ Dedicated to all the women of the world🙏 ©Rukhsar Khanam #StopRape #manipurcase सिसकियां छोड़कर इतनी तुम हिम्मत बढ़ाओं, अपनी इज्जत की खातिर अब तुम शमसीर उठाओं, कानून के रखवालों से अब कुछ नहीं होने
poetry by heart
Nisheeth pandey
देवियाँ देश की पहचान चल सकती नहीं अपना सीना तान डरी सहमी रहती सुबह शाम मिलता नहीं उसे क्यों मान ? अबलाएं देती हैं बलिदान सीता भी पाती नहीं सम्मान बेटी जिस परिवार में निर्भयता गुमनाम घर की इज़्ज़त है क्यों वीरान ? हवसी भेड़ियों की देखो शान करते अपना जो गुणगान बनते दिनों दिन ऐयाशवान उन दरिंदों का क्या ईमान ? बेटी की पिता का छोटी जान बेटी पालन करती हर फरमान इज्ज़त लूटने पर देती है जान क्या यही रहा मासूमियत का काम ? नारी रूप दुर्गा समान करुणा ममता की खान घुटती रहती अबला जान कब लेगी वो इन्तकाम ? 'निशीथ' सोच सोच मन पढेसान देख रोज अखबार में लुटती देश का मान ? कब जागेगा स्त्रीत्व की शक्ति और सम्मान ? कब कहलायेगा देवी रूपेण देश महान ? @निशीथ🤔 ©Nisheeth pandey #womanequality देवियाँ देश की पहचान चल सकती नहीं अपना सीना तान डरी सहमी रहती सुबह शाम मिलता नहीं उसे क्यों मान ? अबलाएं देती हैं बल
KumaR Kishan
बेटियां बचा भी ली और उनको पढ़ा भी दिया, वहशी दरिंदों ने नोच भी लिया और उसको जला भी दिया....! वहशी दरिंदों ने नोच भी लिया.
Shayar E Badnaam
ना जुल्मी दरिंदों से, ना शराफत के बंदों से, ये वक्त गर संभलेगा तो सिर्फ आजाद परिंदो से..... #वक्त #संभलेगा #दरिंदों #शराफत #आजाद_परिंदे #शायर_ए_बदनाम
Lokesh Arya
सुधर जाओ कमीनों। दरिंदों। plz respect women....
Aashi Prajapati