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White दहलीज़ पर कविता" बहुत पछताए ,घर की लांघ के "दहलीज़"हम लड़कपन में, बड़ा भरोसा था जिनके वादे पे, मौसम की तरह रंग बदल गए कुछ दिन में। अनुजकुमार हेयय क्षत्रिय © # दहलीज़ पर कविता"
# दहलीज़ पर कविता"
read more- Arun Aarya
जाने कितने दिलों को तोड़कर मेरी ज़िंदगी में आयेगी ! ऐसे कैसे भूल जाऊँ मैं उसका जन्मदिन फरवरी में आयेगी..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya #जन्मदिन
VIKHYAT REKWAR
White माँ के जन्मदिन पर लिखी ये शायरी उनके असीम प्यार, त्याग और देखभाल को बयां करती है। हर शब्द में माँ के प्रति दिल से निकली दुआएं औ ... ©VIKHYAT REKWAR #माँ के जन्मदिन पर लिखी
#माँ के जन्मदिन पर लिखी
read moreAnil Sapkal
White अनिल सपकाळ ८८७९१३८६८६ अनिल ©Anil Sapkal पैलतीर.. #poem #कविता #गझल #शायरी #मराठीप्रेम
पैलतीर.. #poem #कविता #गझल #शायरी #मराठीप्रेम
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White ख्वाजा गरीब नवाज़ का जन्म दिन आप सबको मुबारक हो तू इब्न सखी है,ये सबको बता दूंगा.. हर मांगने वाले को मै तेरा पता दूंगा... Wrot by ✍️शमीम/नईम अजमेरी ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर अहले वतन को ख्वाजा गरीब नवाज का जन्मदिन नवाज मुबारक हो.... #nojoto #shamawritesbebaak
अहले वतन को ख्वाजा गरीब नवाज का जन्मदिन नवाज मुबारक हो.... nojoto #shamawritesBebaak
read moreFree Fire
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset हैप्पी न्यू ईयर सभी मेरे भाई बहन है ©Dhjjdd 2025 अक्टूबर मुबारक हो शायरी हिंदी में
2025 अक्टूबर मुबारक हो शायरी हिंदी में
read moreLakhnavi shayar 2.O
Unsplash आँखों से अपने दिल का असर करके देखिए । जब देखिए तो आप नज़र भर के देखिए । जो खो गया है उसका बहुत ग़म मना चुके, जो मिल गया है उसकी कदर करके देखिए । आयेगीं रास फिर न कभी महफिलें तुम्हे, तनहाईयों में थोड़ा सफ़र करके देखिए । दुनिया, समाज, रीति - रिवाजों से निकलकर, कुछ प्यार के जहां में बसर करके देखिए । Neeraj Nishchal ©Lakhnavi shayar 2.O #lovelife #शायरी #कविता
Lakhnavi shayar 2.O
New Year 2025 तलाशो मत किताबों में न उलझो तुम सवालो में, मुहब्बत छोटे बच्चे की कोई मासूम हसरत है । Neeraj Nishchal ©Lakhnavi shayar 2.O #Newyear2025 #शायरी #कविता
Lakhnavi shayar 2.O
Unsplash ख्वाहिशें यूं आज़ाद हुईं हैं । बंदिशें सब बरबाद हुईं हैं । पंख परिंदें ने खोले जब, परवाज़ें आबाद हुईं हैं । जो मेरे संग होनी थीं वो, बातें मेरे बाद हुईं हैं । जब ग़म-ग़म न लगे तब समझो, जिंदगियां अब शाद हुईं हैं । इश्क की आबो- हवा में रहकर, ख़ूब ग़ज़ल नौशाद हुईं हैं । ©Lakhnavi shayar 2.O #snow #nojohindi #शायरी #कविता
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