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Mohit Kumar Goyal
तलाश है इक ऐसे शक्स की , जो आँखो मे उस वक्त दर्द देख ले, जब दुनियाँ हमसे कहती है, क्या यार तुम हमेशा हँसते ही रहते हो… ©Mohit Kumar Goyal तलाश है इक ऐसे शक्स की , जो आँखो मे उस वक्त दर्द देख ले, जब दुनियाँ हमसे कहती है, क्या यार तुम हमेशा हँसते ही रहते हो…
Vijay Tyagi
सूखी तितली के पीछे मत भागो मोटी तितली के पीछे मत भागो सुन्दर तितली के पीछे मत भागो सच तो ये है कि किसी भी तितली के पीछे मत भागो अब न तुम कोई भौंरां हो बस आटे का बोरा हो अमां उम्र पचपन दिल बचपन अधेड़ उम्र..कहाँ छोरा हो..?? ये सब बातें मेरी धर्मपत्नी कहती है.... क्यों गुरु RKap सच कहती है क्या....🤔🤔🤔 #yqbaba #yqtales #yqquotes #सुखकीतितली #collab #YourQuoteAndM
Reena Patel
हा ये सच है कि तलाश है हमे एक ऐसे शक्स की , जो आँखो मे हमारे...… उस वक्त दर्द को देख ले, जब दुनियाँ हमसे ये कहती है, की क्या यार तुम यू नज़रे हमसे छुपाए ..... तुम हमेशा हँसती ही रहती हो... वो कोंसी बात हे जो यू तुम, सबसे छुपाए फिरती हो..!! हा तलाश हे हमे......___?? उस उजाले कि... जो पढ सके हमारी, छुपी हुई सी नजरो को..!! @_kuchbaateindilki_ ©Reena Patel तलाश है इक ऐसे शक्स की, जो आँखो मे उस वक्त दर्द देख ले.... जब दुनियाँ हमसे कहती है, क्या यार तुम हमेशा हँसते ही रहते हो...!!! #Nojoto #nojo
Sahil Bhardwaj
मोहब्बत तो है पर मैं मोहब्बत के लिए कुर्बानी मांग लेता हूं ख्वाबों में सही, पर हकीक़त के लिए घड़ी भर के लिए मैं उसकी जवानी माँग लेता हूँ.. ©Sahil Bhardwaj जब भी मिलता हूँ उससे कुछ न कुछ मैं निशानी मांग लेता हूं, प्यासा हूँ उसके मोहब्बत का कुछ न सही पर मैं पानी मांग लेता हूं.. कुछ सवाल क
Bharat Bhushan pathak
हँसी परीक्षा का भय एक अनुभूत प्रयोग हेतु चौपाई नींद नींद से अखियाँ भारी। पर करनी मुझको तैयारी।। देख नींद में सबको तरसे। पढ़ते-पढ़ते नयना बरसे।। सो रहे सब बेचकर घोड़े। हाय परीक्षा तू कब छोड़े।। सोता मैं भी पूरा दमभर। सुबह गिरेगा पर वो अंबर।। साल-साल पर पब्जी खेली। मजे खेल के मैंने ले ली।। मार डालनी होती इच्छा। मेरी हुई है जब परीक्षा।। आँख बंदकर सोए अपने। देख रहे सब मीठे सपने।। मैं आँखों में मारूँ पानी। याद न आए मुझको नानी।। मन सोने को पूरा करता। सुबह परीक्षा से भी डरता।। यही सोच में बीती रतिया। बचने किसको लिखूँ पतिया।। जैसे-जैसे सूरज निकले। प्राण हमारा पूरा पिघले।। क्यों आती है हाय परीक्षा। क्या देकर ये जाती दीक्षा।। सुनो कहती है क्या परीक्षा। मत साल भर लो पब्जी शिक्षा।। अभी पढ़ाई पहले कर लो। अजी खुशी से तुम फिर सो लो।। ©Bharat Bhushan pathak परीक्षा का भय एक अनुभूत प्रयोग हेतु चौपाई नींद नींद से अखियाँ भारी। पर करनी मुझको तैयारी।। देख नींद में सबको तरसे। पढ़ते-पढ़ते नयना बरसे
Shweatnisha Singh🌸
कुछ टूटा तो है अंदर-अंदर... कुछ टूटा तो है अंदर-अंदर, बाहर कुछ और नहीं, दिल चूर हुआ है इस क़दर! कुछ टूटा तो है अंदर-अंदर... शोर कितना है, बवाल मचा है ! बंज़ारे दिल की सदाएं... कहती है क्या, कुसूर है क्या ! मिरा न मित्रा कोए! जग सारा दुश्वार है क्या ! देख ज़रा! रोया तो है अंदर-अंदर, कुछ टूटा तो है अंदर-अंदर... छूटा राही... मासूम रज़ा... मन की बात है रूठी......जैसे कोई सज़ा... जुदा है हर इक कोना ! छन-छन के पिरोए सारे थे, सपनों की मौत हुई है आज ! शायद...कुछ टूटा तो है अंदर-अंदर... बंद मुट्ठी, मुट्ठी में था ख़ंज़र ! जुगनूओं का आसमां था सारा... रेत सा पिघला तो है अंदर-अंदर! कुछ टूटा तो है अंदर-अंदर... हैरां हूँ मोहब्बत के गुफ़्तगू से, ख़ामोशी में सुकूं हर सहर! बात और ही क्या है! सवाल मचा है! तूफ़ां उठा है! हाँ! गरजता है तन्हाईयों का बवंडर... कुछ छूटा तो है मग़र... कुछ टूटा तो है अंदर-अंदर... कुछ छूटा तो है अंदर-अंदर... 🌸🌸🌸🍃 @निशा_सी_मैं~ 💞🙏 कुछ टूटा तो है अंदर-अंदर... कुछ टूटा तो है अंदर-अंदर, बाहर कुछ और नहीं, दिल चूर हुआ है इस क़दर! कुछ टूटा तो है अंदर-अंदर... शोर कितना है,
Niwas
सफरनामा....-8 उस नकाबपोश लड़की का चेहरा जब भी याद आता है,मुझे सिहरा जाता है।बेहद ख़ूबसूरत,मासूम सी पर्दानशीं अहले सुबह मुझे आकर उठाते हुए कहती है,"क्या आप
TOLCNR_Keep_Smile
STORY 📕 Signature on report card बेटा अरुज उठ जाओ उधर से मम्मी की आवाज आती है अरुज कहती है please, मम्मी सोने दो कल काफी देर रात तक रोई थी । आइए विस्तार से जानते हैं ऐसा कल क्या हुआ था जो अरुज को 😢रोना पड़ा... Complete story Read in Caption 👇 This is my first story *Signature on result* #Author #nojotostory दरअसल बात ऐसी थी कि कल अरुज का result आया था तो वह बहुत परेशान थी कि क्ल
Unconditiona L💓ve😉
^ !! मैं रँगीली अलबेली सी, पिता की लाडली, पता है आज पिता जी ने मुझे एक सतरंगी छतरी दिया, बारिश भी तो बहुत हो रही है ना, मैं अपनी प्यारी छतरी को ताने, बेपरवाह झूम रही थी तेजाब और तबाही बारिश में, मेरी सतरंगी छतरी भी मुस्कुराके, मेरे साथ झूम रही थी।उसकी झूमते ही उसके सातों रंग मिल मेरी दुनिया खुश-रंग भर जाती।मेरे चेहरे पे सिर्फ़ मीठे और पावन बरखा बूंदों को ही लाती,मुझे प्रेम से सहलाती,उसकी झूमते ही उसके सातों रंग मिल मेरी दुनिया खुश-रंग भर जाती!मुझे पता था,उसमें नुकीले !!! ! ! !!!!! ! ! !!! शूल कोने भीहैं जो!! किसी को!! कभी /\ अंदर. सान नहीं नुक आने कोई देंगे, मुझे कभी स्वेता जी नमन मैं रँगीली, एक अलबेली सी , पता है आज पिता जी ने बिल्कुल अपनी तरह प्यार और परवाह की रंगों से भरी हुई एक सतरंगी छतरी दिया ❤☺️_ बारिश भी तो बहु
Vickram
हवाओ मे छिपा होता है एहसास जिंदगी का । सूरज की रोशनी में सारी हिम्मत छिपी हुई है । पानी में प्यास है ईश्क और महोब्बत की यारो । आजकल खुशियां भी हो चुकी है सारी मन्नत सी । ©Vickram क्या कहती है,,,