Find the Latest Status about दवबिंदू कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दवबिंदू कविता.
somnath gawade
असंख्य वेदनांचे रंग घेऊन जीवनचित्र रेखाटतो. अन आनंदाचा एक क्षण 'दवबिंदू' होऊन निसटतो. #दवबिंदू
Devanand Jadhav
रातभर गारव्याशी धुके खूपच भांडले पहाटे त्याच्या रडूने दवबिंदू हो सांडले ✍🏻© •देवानंद जाधव• jdevad@gmail.com 9892800137 ©Devanand Jadhav दवबिंदू...!
दवबिंदू...! #मराठीकविता
read moreNC
White हर इम्तेहान में रहे वो अव्वल जिंदगी का रुख देख टूटा मनोबल किताबी बातें काम न आईं फलसफा नहीं है ये जिंदगी असल यहां ईमानदारी की नही कीमत कोई सच्चाई एक अकेले कोने में रोई यहां किताबों का न होता अमल यहां कर्मों का उल्टा मिलता फल ।। ©NC #Sad_shayri #कविता हिंदी कविता कविता हिंदी कविता
Sad_shayri कविता हिंदी कविता कविता हिंदी कविता
read moreVikram Kumar Anujaya
White किसी से दो पल का आत्मीय संवाद, हृदय के बोझ को कितना कम कर देता है।" मैं सोचता हूँ, नदियाँ समंदर की ओर क्यों भागती है, हवाएँ क्यों बेचैन और गतिमान है, ये धरती, ग्रह, नक्षत्र, सबके-सब घूमते क्यों हैं? चंद्रमा अनंत काल से यात्रा पर क्यों है, और ये समंदर उद्वेलित और दग्ध क्यों रहता है? क्या ये भी हमारी तरह आत्मीय संवाद के लिए किसी की तलाश में है? ©Vikram Kumar Anujaya #moon_day कविता कोश हिंदी कविता कविता प्रेम कविता हिंदी कविता
#moon_day कविता कोश हिंदी कविता कविता प्रेम कविता हिंदी कविता
read moreAwanish Singh
दीप हूँ जलता रहूँगा । मैं प्रलय की आँधियों से, अंत तक लड़ता रहूँगा ।। पार जाऊँगा मेरा साहस, कभी हारा नहीं है। जो मिटा अस्तित्व दे, ऐसी कोई धारा नहीं है ।। कौन रोकेगा स्वयं तूफान, थककर रुक गये हैं । हर लहर मेरा किनारा, ध्येय तक बढ़ता रहूँगा।। दीप हूँ जलता रहूँगा । मैं प्रलय की आँधियों से, अंत तक लड़ता रहूँगा ।। तोड़ दी अवरोध की सारी, शिलाएँ एक क्षण में । मैं धरा का प्यार मुझको, स्नेह देते सब डगर में।। शीत वर्षा और आतप कर, न पाये क्षीण गति को। बिजलियों की कौंध में भी, पंथ गढ़ता ही रहूँगा।। दीप हूँ जलता रहूँगा । मैं प्रलय की आँधियों से, अंत तक लड़ता रहूँगा ।। ©Awanish Singh (AK Sir) #कविता #कविता
कविता कविता
read moreKishan Gupta
किचन की रानी, तू पसीने से लतपत, पंखा बना, मुझे घुमाये जा रही हो,, चाय कब तक यूँ ही, फीकी पिलाओगी, इलायची के इंतजार में, अदरक पीसे जा रही हो। ~किशन गुप्ता #कविता #कविता #
NC
White दूर थे तो शांत थे पास आए तो शोर हुआ कभी शून्य कभी अनंत थे न रात हुई न निशांत हुआ उम्र बीती अजब कश्मकश में पास आए तो अफसोस हुआ दूर गए तो मांगी दुआ न सब्र हुआ न कबूल दुआ।। ©NC #Sad_Status #कविता कविता हिंदी कविता
Sad_Status कविता कविता हिंदी कविता
read more