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Stories related to दीपावली अवकाश २०१६

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Anuradha Sharma

Mamta Singh Suryvanshi (Bihari Kudi)

अवकाश #coldwinter

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तुझे पता नहीं तू मेरे लिए कितना खास है, तू है तो सांस है, वरना जिंदगी तुझे अवकाश है,,,, 😘😘

©Mamta Singh Suryvanshi (Bihari Kudi) अवकाश 
#coldwinter

Dinesh Yadav

अवकाश न्यूज #myvoice #विचार

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Sanjay Gurav

Anindya Dey

..🌱खुशामदीद..💞 (२०१६ में लिखी)

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.. झरोखे पे आकर सुबह ने जगाया, 
चार दिवारी को आसरा बताया, 
कहा, रिश्ते दिल में बेहतर पतले हैं, 
बसना चाहे ज़िन्दगी 
ये ख्याल, ख़ाब में अच्छे लगते हैं, 
ले मेरी उगंली पकड़, 
आ चलते चलते जीते हैं.. ..🌱खुशामदीद..💞

(२०१६ में लिखी)

Anindya Dey

..🌱खुशामदीद..💞 (२०१६ में दर्ज़)

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.. धुन्ध घनी होने लगी फिर 
और धूप कुछ नर्म, 
चादर में सिमटी सुबह की करवट
जो हौले से हवा में आई सिलन, 
लौट रहा दबे पांव, फिर वही,
कड़ी मिठी गर्म चाय का मौसम..
 ..🌱खुशामदीद..💞 

(२०१६ में दर्ज़)

Anindya Dey

.. 🌿खुशामदिद..💞 १० नवमबर २०१६ में लिखा।

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.. ख़ुद मान जाऊं 
के न मनायेगा कोई,
मिलूं मुस्कुराऊं, पुछूं, 
बताऊं, बहलाऊं,
मिली सांसों सी हूं 
सो गिनती में न आऊं..! .. 🌿खुशामदिद..💞

१० नवमबर २०१६ में लिखा।

Anindya Dey

.. 🌿 खुशामदीद.. 💞 २५ नवमंबर २०१६ की लिखी.

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गोया फर्क़ रहा ज़रूर,
मगर लड़कपन पे भी 
रहीं जिम्मेदारियाँ भरपूर,
बाप से बचना, माँ से छिपना, 
मनाने, रिझाने को बहाने बनाना, 
भूख दबाना, चोट छुपाना, 
पिटकर हंसना, आंसू पी जाना,
और पलभर में सब भूलकर 
फिर मस्ती में तर जाना,
बचपन जश़्न का तराना, 
हो सके तो जज़्बा ये ताउम्र संजोना..! .. 🌿 खुशामदीद.. 💞   
२५ नवमंबर २०१६ की लिखी.

anup.ji.star

दीपावली हैप्पी दीपावली #Love

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Amar Anand

#मेरेएहसास केवल अध्यात्म -Quote लेखन अवकाश-

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-परम सत्य योगपथ-
अक्सर कहते हैं लोग मुझसे
कि तुम हमेशा भीड़ से अलग क्यों रहते हो
अब भला कैसे समझाऊँ मैं उनको
कि जिसके बस में हैं ये प्राणी सारे
मैं उस श्री कृष्ण नाम का सेवक हूँ

और हर वक्त साथ उन्हें मैं अपने पाता हूँ
फिर कैसे कोई कहता है मुझको
कि मैं तन्हा ही रह जाता हूँ
जब भी जगी कुत्सित कोई दुर्भावना मन में
मैं खुद ही आत्मविश्लेषण कर उसे निरस्त कर आता हूँ

और भीड़ की महफिल पसंद नहीं है हमें
इसलिए खुद को अलग कर मैं वहाँ अक्षुण्ण रहता हूँ
मैं बस कृष्ण नाम का सेवक हूँ
और श्री कृष्ण नाम का सुमिरन कर
खुद ही खुद से स्वयं में मिल महफिल रोज लगाता हूँ

-Amar Bairagi

 #मेरेएहसास   केवल अध्यात्म  
-Quote लेखन अवकाश-
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