Find the Latest Status about कंटीली झाड़ी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कंटीली झाड़ी.
सुसि ग़ाफ़िल
विश्वास की कंटीली तारों से लिपटकर जख्मी हुआ हूं , क्या तेरे शहर का मयखाना, दवाखाना!! विश्वास की कंटीली तारों से लिपटकर जख्मी हुआ हूं , क्या तेरे शहर का मयखाना दवाखाना!!
विश्वास की कंटीली तारों से लिपटकर जख्मी हुआ हूं , क्या तेरे शहर का मयखाना दवाखाना!!
read moreZohaib Amber (عمبر امروہوی)
کہیں جھاڑی میں اُلجھی کوئی تتلی جان دے دیگی۔۔ कहीं झाड़ी में उलझी कोई तितली जान दे देगी..
read moreNikunj Vitthalbhai Parekh
"Accepting a mistake is like clearing a bush, which clears the dirt." "गलती स्वीकार करना एक झाड़ी को साफ़ करने जैसा है, जो गंदगी को साफ करता है।" - निकुंज पारेख. "Accepting a mistake is like clearing a bush, which clears the dirt." "गलती स्वीकार करना एक झाड़ी को साफ़ करने जैसा है, जो गंदगी को साफ करत
"Accepting a mistake is like clearing a bush, which clears the dirt." "गलती स्वीकार करना एक झाड़ी को साफ़ करने जैसा है, जो गंदगी को साफ करत #Quote #nikunj_parekh #gujju_quote
read moreashish gupta
लम्हों की रेलगाड़ी आई लम्हों कि रेलगाड़ी मिट्टी की मूर्त की तुम चेक करते रहना नाड़ी ऐसा न हो झटका खा कर बंद हो जाए गाड़ी लम्हों की रेलगाड़ी आई लम्हों की रेल गाड़ी ऊची नीची खाई पर्वत फिर आती है बंगाल की खाड़ी डर के भाग न जाना खतरो के तुम हो अच्छे खिलाड़ी लम्हों की रेलगाड़ी आई लम्हों की रेल गाड़ी ईमान के चुभते काटो की जला दो तुम झाड़ी साधु संत फकीर संग आशीष ये लिख देता माड़ी ©ashish gupta #Time लम्हों की रेलगाड़ी आई लम्हों कि रेलगाड़ी मिट्टी की मूर्त की तुम चेक करते रहना नाड़ी ऐसा न हो झटका खा कर बंद हो जाए गाड़ी लम्हों की
Manju (Queen)
**आत्मविश्वास ** तीर से न तलवार से लड़ाई तो जीती जाती है आत्मविश्वास से मन में लगन , आँखों में सपने साहस की डोर थामे चल दे कंटीली राह में होंसलों के ले तू पंख पसार असीमित है आसमां धीर बन वीर बन अपने बाहुबल से समन्दर से भी राह निकल आती है आत्मविश्वास से अर्जुन सा लक्ष्य साध भरत सा बन वीर गंगा के वेग रोक दे देवव्रत सा बन दृढ़ प्रतिग्य तप एकलव्य सा बन दानवीर कर्ण सा कृष्ण विवेक मन सारथी से संसार के कुरुक्षेत्र में धर्म पताका लहराती है आत्मविश्वास से **आत्मविश्वास ** तीर से न तलवार से लड़ाई तो जीती जाती है आत्मविश्वास से मन में लगन , आँखों में सपने साहस की डोर थामे
**आत्मविश्वास ** तीर से न तलवार से लड़ाई तो जीती जाती है आत्मविश्वास से मन में लगन , आँखों में सपने साहस की डोर थामे #Self #nojotohindi #nojotopoem #motivativational #nojotoqueen
read moreSavyasachi 'savya '
(मैं हिंदी:- एक व्यथा) हिंदी हूं मैं हाय! सखी, हिंदसुता भाग्य से पर, हालत हमारी ये कि 'हिंद' में हराम हूं... संविधान में है आब, पर यथार्थ बना ख्वाब , कंठ में सभी के पर, हृदय में ताधडाम हूं.. मेरी अमराई में ये , झाड़ी जो पराई आई, मेरे पुत्र बोलते है , मैं पुराना आम हूं. मेरा पल्लू ओढ़, इठलाती ये आजादी आई, आज सारे कहते कि, मैं ही नाकाम हूं. मेरे कृति - कर्म पे, दिखाओ युग -धर्म अब, न्याय दे मुझे यूं , लोक -न्याय को निखार दो. संवैधानिक अधिकार सब ,आए व्यवहार में तो, तीन -सौ - तिरालिस(343) देख, मेरा अधिकार दो.... ©Pt Savya kabir (मैं हिंदी:- एक व्यथा) हिंदी हूं मैं हाय! सखी, हिंदसुता भाग्य से पर, हालत हमारी ये कि 'हिंद' में हराम हूं... संविधान में है आब, पर यथार्थ ब
(मैं हिंदी:- एक व्यथा) हिंदी हूं मैं हाय! सखी, हिंदसुता भाग्य से पर, हालत हमारी ये कि 'हिंद' में हराम हूं... संविधान में है आब, पर यथार्थ ब #Hindi #kavita #कविता #Mic #Panditsavya #HindiDiwas2021
read moreArchana Tiwari Tanuja
कदमों की आहट सुनते ही मै पीछे मुड़ी, भयावह आकृति दो परछाइयां थी खड़ी। डरी, सहमी,व्यथित,रुदन करती बोली वो, सुनाने लगी जुल्म की दास्तां सांसें उखड़ी।। क्या दोष था मेरा जो स्मिता लूटी हैवानों ने? लहूलुहान हुआ लाश मेरी झाड़ी में हैं पड़ी। चीखी,चिल्लाई,गिड़गिड़ाई जोड़े हाथ कितने। लाज बचाने की खातिर मैं बल भर थी लड़ी। तड़पती-भटकती है रुह मेरी कितने वर्षों से, कब लगेगी मेरे उन गुनाहगारों को हथकड़ी? नारी होना ही बना अपराध दूषित समाज में, आप बीती सुनाने को तुझसे आज हूं जुड़ी।। अर्चना तिवारी तनुज ©Archana Tiwari Tanuja #horrorstories #hountedstories #selfrespect #womensrights #humenity #nozotoEnglish #nozotohindi #nozotowrites #MyThoughts 22/02/2023 कदम
#horrorstories #hountedstories #selfrespect #womensrights #humenity #nozotoEnglish #nozotohindi #nozotowrites #MyThoughts 22/02/2023 कदम #सस्पेंस
read moreVandana
आज भी तेरी तस्वीर देख कर धड़कने बढ़ जाया करती हैं आज भी तेरी खामोशी सौ सवाल पूछा करती हैं,,,,, आज भी तेरी तस्वीर देख कर धड़कने बढ़ जाया करती हैं आज भी तेरी खामोशी सौ सवाल पूछा करती हैं,,,, मालूम है तू घिरा है कई परेशानियों में जिंदगी
श्री कन्हैया शास्त्री जी
ग़ज़ल- जरूरी तो नहीं ज़िंदगी में सबको प्यार मिले ये ज़रूरी तो नहीं, सबको मनचाहा यार मिले ये ज़रूरी तो नहीं। चाहता कौन है बिसात गम की बिछाना, सबको सौगात-ए-आहलाद मिले ये ज़रूरी तो नहीं। माना सच के सिवा आईना कुछ भी कहता नहीं, सबको आब-ए-आईना मिले ये ज़रूरी तो नहीं। कंटीली राहों ने हमें खूब आज़माया है, सबको राह-ए-गुल ही मिले ये ज़रूरी तो नहीं। एक झलक के लिए तरसी उम्र भर है नज़र, सबको दीदार-ए-यार मिले ये ज़रूरी तो नहीं। यादें ही यादें हैं अब भी मेरे ज़हन-ओ-ज़िगर, सबको नाकाफ़ी याददाश्त मिले ये ज़रूरी तो नहीं। जला है जिस्म कड़क धूप में अक्सर "स्मित", सबको शजर-ए-साया मिले ये ज़रूरी तो नहीं। #ग़ज़ल ज़िंदगी में सबको प्यार मिले ये ज़रूरी तो नहीं, सबको मनचाहा यार मिले ये ज़रूरी तो नहीं। चाहता कौन है बिसात गम की बिछाना, सबको सौगात-
#ग़ज़ल ज़िंदगी में सबको प्यार मिले ये ज़रूरी तो नहीं, सबको मनचाहा यार मिले ये ज़रूरी तो नहीं। चाहता कौन है बिसात गम की बिछाना, सबको सौगात-
read morePoonam Suyal
ज़िंदगी (अनुशीर्षक में पढ़ें) विरोधाभास कविता ज़िंदगी जिंदगी है सुख का बिछौना, तो दुःख की कंटीली सेज भी है खुशियों से है ये भरपूर, तो ग़मों से भी पड़ता वास्ता रोज़ ह
विरोधाभास कविता ज़िंदगी जिंदगी है सुख का बिछौना, तो दुःख की कंटीली सेज भी है खुशियों से है ये भरपूर, तो ग़मों से भी पड़ता वास्ता रोज़ ह #yqdidi #yqrestzone #collabwithrestzone #rzलेखकसमूह #rzwriteshindi #rztask482
read more