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Aditya Nigam
"कारी कजरारी कारी , कजरी की कोरी कारी कारी - कारी भौएं जाके , लश्कारी कारी होय"।। अनुप्रास अलंकार का उदहारण
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चंचल चितवन चित्त सुहाये,भोले-भाले भले भाये मैं मोहन में,मोहन मुझमे,ये मीरा बैठी होश गवाये -siya अनुप्रास अलंकार अनुप्रास अलंकार🖤🖤🖤 #ishq #Love #meera #hindipoetry #sahitya #Nojoto #nojotohindi #Emotion
DR. SANJU TRIPATHI
'अनुप्रास अलंकार' पिता सदा साथ निभाने वाले सदा संग-संग साथी बन साथ रहते हैं मेरे पिता, मुश्किलों में भी मुझे मजबूत चट्टान सा बनना सिखाते रहते हैं मेरे पिता। हर घड़ी हर पल और हमेशा ही हमारा हमसाया बनकर रहते हैं मेरे पिता, मेरे सम्पूर्ण व्यक्तित्व को सरल सुमधुर और सरस बनाने वाले हैं मेरे पिता। मेरा मन मुस्कुराता है जब मुख पर मंद मंद मीठी मुस्कान लाते हैं मेरे पिता, जीवन जगमग जगमग जगमगाने लगता है जब पास रहते हैं मेरे, मेरे पिता। हर दु:ख हर दुविधा हर मुश्किल में हर पल हमारा हाथ थामें रहते हैं मेरे पिता, सब कुछ सामान्य दिखाकर स्वयं संकट सहते रहते हैं सदा, ऐसे हैं मेरे पिता। स्नेह की सरिता व स्नेह के सच्चे धागों से परिवार सजाकर रखते हैं मेरे पिता, अपनी खट्टी मीठी बातों से ही बारिश की बूंदों सा प्रेम बरसाते हैं मेरे पिता। निष्कपट, निश्चल, नि:स्वार्थ भाव से अपने सारे ही फर्ज निभाते हैं मेरे पिता, सागर सी गहराई समाहित सानिध्य से जीवन सफल बनाने वाले हैं मेरे पिता। रचना क्रमांक -3 अनुप्रास अलंकार पिता - 15/10/2022 #जन्मदिनकोराकाग़ज़ #KKजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #KKजन्मदिन #KKजन्मदिन_3
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क़सम को काटके करम को कैसे काटना। अजीब आँख आँशु अंक आज आँकना। मिली मुसीबतें मिलाना मर्ज मास में, तड़प तकी तुझे तू तौल तेरी ताड़ना। -Nishant Pandit #alone कर्म... अनुप्रास अलंकार... #KARM #Love #Anshu #nishant #ishq
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मेरे पापा खुशनसीबी मेरी पापा आपके साये तले रही हूँ, आपकी उंगली को पकड़कर कदम दर कदम चली हूँ, देखा मैंने पापा आपको खुशियों की खातिर मेरी अपनी खुशियों की आहूति पल पल आपको देते देखा अच्छी परवरिश की खातिर मेरी आपके संघर्ष पथ से आधार मिला मेरे जीवन को पापा भूल से भूल न पाऊँ, मेरा ख्वाब आपके अधूरे ख्वाब की एक किताब बनाऊँ, अधूरे ख्वाब अधूरे न रह जाये उनको पूरा मैं कर जाऊँ दुनिया में कुछ ऐसा कर जाऊँ रोशन नाम रोशन आपकी दी परवरिश कर जाऊँ देकर उड़ान आपके ख़्वाब से निर्मित ख्वाब के पंखों को कुछ अच्छा कर जाऊँ मैं, वर्णित करके कोरे कोरे कागज पर सुलभ यादें सजाऊँ, तीसरी रचना अनुप्रास अलंकार मेरे पापा पिता कविता #जन्मदिनकोराकाग़ज़ #KKजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #KKजन्मदिन #KKजन्मदिन_3 #KKHBD2022 #collabwith
Tarot Card Reader Neha Mathur
शीर्षक:-पिता बेटी को अनमोल अनुपम अतुलनीय उपहार देते हैं पिता पूंजी पूरी जीवन की बिटिया के प्यार में वार देते हैं पिता, पालन पोषण परिवार जनों का संघर्ष कर करते हैं पिता अपरिमित अनुराग संतानों को जीवन भर करते हैं पिता, नैतिकता नीति जीवन के आधार यही पढ़ाते हैं पिता अनुशासन अभिन्न अंग जीवन का सही सिखाते हैं पिता, विकट विषम परिस्थितियों से जीवन भर बचाते हैं पिता नवजीवन नवदृष्टि से अंधेरे में दिपक सा दिखाते हैं पिता, मान मर्यादा प्रतिष्ठा संस्कार धरोहर यही बताते हैं पिता शक्ति शालिनता को संजो संतान हिय में बसाते हैं पिता, प्रगति पथ पर मार्गदर्शन कर उन्नति शिखर पर पहुंचाते हैं पिता ज्ञान ज्योत संतानों में जलाकर जीवन ज्योतिर्मय कर जाते हैं पिता। कोरा काग़ज़ महाप्रतियोगिता तीसरा चरण:- अनुप्रास अलंकार कविता शीर्षक:- पिता #जन्मदिनकोराकाग़ज़ #kkजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #kkजन्मदिन #kkजन्मदि
Suyash
शिक्षक : अनुप्रास अलंकार को उदाहरण देकर समझाएं । छात्र : पुलिस ने पुलिस से पुलिस के लिए पुलिस सुरक्षा माँगी औऱ वकीलों ने वकीलों के लिए वक़ील बनकर वकालत की , इसे कहते हैं अनुप्रास अलंकार 😀😁 दिल्ली की वास्तविक स्थिति😑😐☹️ ये तो मज़ाक है पर मामला गंभीर है 😑😐 शिक्षक : अनुप्रास अलंकार को उदाहरण देकर समझाएं । छात्र : पुलिस ने पुलिस
Sahitya Vikas Manch
साहित्य विकास मंच के whatsapp group में आज का विषय - रचना भेजने या जुड़ने के लिये - 9714292905 whatsapp number. (साथ ही अनुप्रास अलंकार की जानकारी के लिये यह पोस्ट पढें ) धन्यवाद ©Sahitya Vikas Manch *दैनिक विषयानुसार काव्य सृजन* *दिनांक : 15/03/2021* *वार- सोमवार* *विषय क्रमांक - 44* *विषय - अलंकार* ( अनुप्रास अलंकार ) *परिभाषा -*
yogesh atmaram ambawale
तुझ्या सौंदर्याची तारीफ करायला काही शब्दच मिळेना, सुंदर,अतिसुंदर पेक्षा ही सुंदर कुठला शब्द वापरावा हेच कळेना. सुंदरच नव्हे तर सौंदर्याची खाण आहेस तू, सुंदर शब्दाला सुद्धा हेवा वाटावा इतकी छान दिसतेस तू. सुप्रभात माझ्या मित्र आणि मैत्रिणीनों आज आपण अनुप्रास अलंकार शिकणार आहोत. अनुप्रास:- एखाद्या वाक्यात किंवा कवितेच्या चरणात एकाच अक्षराची पुन