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Dipak Vyawhare

विट कारखाना #जीवनअनुभव

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अमित राज

खुदा का कारखाना

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अमित राज

झूठ का कारखाना

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jabarjastshayar

"टकसाल - सिक्के ढालने के कारखाना" #Shayari #Shayar #sher #Poet #Poetry #poem #Hindi #Nojoto

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ये  जो  हर  तरफ  गूँजता  एक  सवाल है,
कुछ नहीं,  महज़  अंतर्मन  का भूचाल  है,
सिक्के के  दो पहलू  बताती  है  दुनिया...
पर जीवन सिक्का नहीं, पूर्ण टकसाल है।
©jabarjastshayar "टकसाल - सिक्के ढालने के कारखाना"


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Ashok Mangal

स्कूल का दर कारखाना बना हाथो में कलम एक बहाना बना कोरे कागज पर अब हथौड़े चलते है डगमगाते कदम अब खुद सम्भलते है #ygdidi #yqhindi YourQuoteAn #YourQuoteAndMine

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हमें न बच्चों की परवाह है 
न देश के भविष्य की !
हमने स्वार्थ में सने होने की 
शपथ जो ले रक्खी !! स्कूल का दर कारखाना बना
हाथो में कलम एक बहाना बना
कोरे कागज पर अब हथौड़े चलते है
डगमगाते कदम अब खुद सम्भलते है
#ygdidi #yqhindi  #YourQuoteAn

✍ अमितेश निषाद

इक सख्स आज कल रूठा रूठा लगता है इश्क़ नहीं झूठ का कारखाना लगता है कोई शिकवा गीला भी नहीं है उससे न जाने क्यू दिन-ब-दिन किनारा करता है #Shayari

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इक सख्स आज कल रूठा रूठा लगता है
इश्क़ नहीं झूठ का कारखाना लगता है

कोई शिकवा गीला भी नहीं है उससे
न जाने क्यू दिन-ब-दिन किनारा करता है


             
                                ✍ अमितेश निषाद ( सुमित ) इक सख्स आज कल रूठा रूठा लगता है
इश्क़ नहीं झूठ का कारखाना लगता है

कोई शिकवा गीला भी नहीं है उससे
न जाने क्यू दिन-ब-दिन किनारा करता है

Swarima Tewari

टकसाल~सिक्के ढ़ालने कारखाना महत्वपूर्ण सूचना: मैं किसी पार्टी विशेष से नहीं हूंँ, एक मीडिल क्लास, आम आदमी हूंँ सिर्फ़ 🙏 Adarsh याद करने के #HindiPoem #hindiquotes #yqbaba #yqdidi #sarcasm #व्यंग्य #yqhindi #pc_google

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सिंहासन पर उल्लू बैठा, राज्य की हालत ख़स्ताहाल
मंत्रियों ने मूंँछ को ऐंठा, जनता ने मुंडवाए बाल

मुद्दे दर मुद्दे फैसले दबते, करती प्रजा हाहाकार
इसको छोड़ो उसको पकड़ो, नई बात पर करो बवाल

शाही खज़ाना भरते जाओ, गुहार कर दो दरकिनार
किस-किस का हिसाब रखें, इग्नोर करो सारे सवाल

किसान कल मरता तो आज मरे, किले में है बेकार
ग़रीबी से बदबू आती, काहे उसका डालें अचार

आरक्षण हो या बलात्कार, जाओ नहीं करते सुधार
इसी आग पे तो रोटी सिकती, चलते महलों के टकसाल टकसाल~सिक्के ढ़ालने कारखाना
महत्वपूर्ण सूचना: मैं किसी पार्टी विशेष से नहीं हूंँ, एक मीडिल क्लास, आम आदमी हूंँ सिर्फ़ 🙏

Adarsh याद करने के

vishnu thore

पुण्याई - विष्णू थोरे ९३२५१९७७८१ रान जळाया लागलं मन खचलं बापाचं स्तन झाकून मायनं पाणी पाजलं आफुचं

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पुण्याई
       - विष्णू थोरे
        ९३२५१९७७८१

रान जळाया लागलं
मन खचलं बापाचं
स्तन झाकून मायनं
पाणी पाजलं आफुचं

गुंगी वर आली गुंगी
सोंग घेतलं झोपेचं
कसं डोळ्यांनी शेंदावं
पाणी पहिल्या खेपेचं

चूल पेटून हिजली
दिस बुडत्या वक्ताला
नवसाचा गेला नुर
देव पावंना भक्ताला

थुका गिळून पोटात
सारी झोपली उपाशी
फास घेवून हातात
यम थांबला खोपाशी

गेल्या जन्माची विठ्ठला
फळा येवू दे पुण्याई
थोडी पाऊस पाण्यानं
वाहू देरे गंगामाई
        
 💧💧💧💧💧💧💧 पुण्याई
       - विष्णू थोरे
        ९३२५१९७७८१

रान जळाया लागलं
मन खचलं बापाचं
स्तन झाकून मायनं
पाणी पाजलं आफुचं

Writer_Sonu

#नोजोटो #नई #Ma गाव छोडब नही, जंगल छोडब नही,#Sam # माय माटी छोडब नही लडाय छोडब नही। बाँध बनाए, गाँव डुबोए, कारखाना बनाए , जंगल काटे, खदान #सस्पेंस

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Subhash.C.sharma

गुलाब जल रहा है देखो क्या हो रहा है, गुलाब जल रहा है, देश मै मंहगाई की हाहाकार मची है मै लिख रहा हु,जो क्या घटना यह सच्ची है? मुझे कुछ नज #Rose #कविता

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गुलाब जल रहा है

देखो क्या हो रहा है, गुलाब जल रहा है,
देश मै मंहगाई की हाहाकार मची है
मै लिख  रहा हु,जो क्या  घटना यह सच्ची है?
मुझे कुछ नजर आ रहा है देखो गुलाब जल  रहा है,

किसान सड़को में कुचल दिया जा रहा है,
 मजदूर का शोषण किया जा रहा है,
है जिनका हाल अच्छा उनका ही मुनाफा किया जा रहा है
देखो इस देश में गरीब छला जा रहा है,

तपती धूप मै वो खेतो मै काम कर रहा है, 
उगाकर अन्न देश का पेट वो पाल रहा है, 
देखो वेदना से हृदय उसका जला जा रहा है,
हाल क्या है मालूम नही, पर गरीब छला जा रहा है,

गुलाब का लाल रंग लह रहा है, मजदूर पर पूंजीपति हावी हो रहा है,
चूसकर रंग खाद का अशिष्ट ,रंग उसका लाल हो रहा है 
देखो गुलाब जल रहा है, 

कारखाना  , हो चाहे फाटक मजाक उसका  उड़ाया जा रहा है,
बड़े बड़े उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया जा रहा है,
देखो देश में ये क्या हो रहा है,
किसान की ना कर परवाह उसे गुलाम बनाया जा रहा है,
देखो किसान रो रहा है,
फैलाकर हाथ तेरे समक्ष, कुछ तुझसे मांग रहा है ,
देखो देखो धीरे धीरे गुलाब जल रहा है,
             


                           सुभाष सी. शर्मा

©Subhash.C.sharma गुलाब जल रहा है

देखो क्या हो रहा है, गुलाब जल रहा है,
देश मै मंहगाई की हाहाकार मची है
मै लिख  रहा हु,जो क्या  घटना यह सच्ची है?
मुझे कुछ नज
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