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    LatestPopularVideo

Writer Abhishek Anand 96

शमी #विचार

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जिंदगी से लाचार लड़के जब
 दहारते है
तो पुरी दुनिया उसकी मुठ्ठी में कैद रहती है

©Writer Abhishek Anand 96 शमी

Lovy

मोहम्मद शमी #शायरी

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Sunil Kumar Maurya Bekhud

पौधा #कविता

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TECHNICAL AZIZ

पौधा #न्यूज़

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Abhikrti Sonakiya (Palak

पौधा #शायरी

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जीने की ख्वाहिश है
एक  उम्मीद की किरण है पौधा

SHANU KI सरगम

पौधा #शायरी

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32/

नन्हा पौधा ये बड़ा हुआ ,
जिसको बचपन में रोपा था।
निर्जीव नहीं हां जीव समझ,
मन प्रीत लिए नित सींचा था।
पुलकित इसको छू मन मेरा
 कहता तुम जीवन दाता हो,
वो श्वास श्वास को तरस गये,
जिस जिस ने इनको काटा था।


संगीता शर्मा शानू

©SHANU KI सरगम पौधा

anshika Anshh

पौधा #poem

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#पौधा

एक छोटी सी डाली घर मे
 मैंने जिसे लगाया था
ध्यान दिया ना पानी उसको
घर ही जिसने बदला था

धीरे धीरे पीली हुई
और हो गयी फिर काली भी
पत्ते भी न बाकि थे अब
सूख चुकी वो डाली भी

हल्का सा जो ध्यान दिया
फिरसे हो गए हरे हरे
सूख चुकी थी जो डाली 
पत्ते जिसके सूख चुके

थोड़ी सी दी खाद उसे और 
वक़्त पे उसको पानी दिया
आज देख के सुकूं मिला
जब पत्ता देखा उसपे नया

काट दिया होता ग़र इसको
जब ये पौधा सूखा था
क्या फिरसे ये उठ पाता
जो मौका फिरसे दिया ना होता

देख इसे यूँ हरा भरा
ख़्याल मन मे आया है
रिश्तों की ग़र बात करूं
क्या पौधे जैसे नहीं हैं ये
पानी खाद जो दोनों देते
क्या न फलते तेरे मेरे
                          -Anshh पौधा

Pawan

मोहम्मद शमी ने बचाई इंसान जान #कविता

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dilip khan anpadh

वो पौधा #कविता

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वो पौधा
*******
प्रेम की जिस पौधे को
मैने सींचना छोड़ दिया था
आज उसमे
फिर नई कोपलें फूटी है।

        मैं बस देखता रहा
        उस पथिक को
        जिसने , रासाबृष्टि की
         इसके इर्द-गिर्द

कोई हलचल,कोई प्रतिरोध नही
सिर्फ एक सवाल
यह प्रयास क्यों?
क्या इसमे फिर से फूल लगेंगे?

जी चाहा, रोकूँ उस पथिक को
पर नजर उस बेजान होते
पौधे पर पर पड़ी

दर्द उभड़ आया
अनायास ही हाथों ने
सींचते हाथों को थाम लिया

तरुण बृक्ष ने
हर्सोन्मादित हो अंगड़ाई ली
हवा के झोंको ने मादकता दी
नव पत्तियों ने श्रृंगार दिया
वह प्रसस्त, पथ पर बढ़ चला।

हमारी नजरे मिली
नयनो में खुशी और आनंद का
उत्सव था
अचानक विचारों के तरंग से
झंकृत हुआ
एक बार पतझड़ फिर खड़ा था
उसे श्रृंगारहीन और बेजान करने को

@दिलीप कुमार खां"""अनपढ़"" #वो पौधा

गौरव गोरखपुरी

#Zid पौधा #poeticPandey

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