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Insprational Qoute
अहम है हम भी उस हर इक शख्स के लिये, पर बस उसकी एक जरूरत तक के लिये, आगे बढ़ जाते है न रखते यह कोई वास्ता , याद तो दूर ज़नाब ये भूल जाते है ताउम्र के लिये, इस मतलबपरस्त जहान से हम भी जरा नावाकिफ है, जब भी याद करते है वो हमे बस अपने काम के लिये, जो भी इस खलक में हो रहा है या जो किया जा रहा है, वो बस चंद वाह वाही लूटने औऱ बस नाम के लिये, खैर ! छोड़ भी "निशा" अब ये बे'वजह की नुक्ताचीनी, हम भी दानिस्ता इस्तेमाल हो जाते इंसानियत के लिये। खलक:-दुनिया दानिस्ता:-जानबूझकर #शख्स #rzmph #rzmph178 #collabwithrestzone #rzhindi
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
देख कर हमारे मेंआर को हो जाती है ये खलकत हमारी मुरीद..... के हम जबरन किसी के दिलों पे कब्जा नहीं जमाते.... #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Yaari देख कर हमारे मेंआर को हो जाती है ये खलकत मुरीद.के हम जबरन किसी के दिलों पे कब्जा नहीं जमाते.... #shamawritesBebaak #writersofindia #
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
मायूसी से हर शिकस्ता दिलों का हारना भी तय है ,के हरगिज मायूस दिलों से खेला ना जाए...... हर्राजियां अस्मतों की हैबतें हैवानों से,खुदाया कितना दुश्वार है तेरी खलकत में बिन्त हव्वा का जीना..... के दौराने इब्ने आदम एक दस्त में गुल लिए रहतें है,तो दूजे में तेजाब लिए फिरते है...... हासिले रुतबे के भी,इब्न आदम की पैरोकारी में"शमा"की जात यूं फना होती है,जैसे मुफलिस हो मुकद्दर इसका...... #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #तेजाब मायूसी से हर शिकस्ता दिलों का हारना भी तय है,के हरगिज मायूस दिलों से खेला ना जाए...... हर्राजियां अस्मतों की हैबतें हैवानों से,खुदाय
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
ग़ज़ल-- मेरी जिंदगी में सबसे खास हो तुम, दूर रह कर भी अब दिल के पास हो तुम//१ मेरे दिल में इक हूक सी लहराई है, लगता इस हिज्र से अब उदास हो तुम//२ ये जो तेरी शनासाई है,खामख्वाह नही अब मुझसे लबरेज हम शनास हो तुम//३ मुझे किस्मत से मिले हो,खुदारा किसलिए अब इतना महवे-यास हो तुम//४ खुदा ने मेरी क़िस्मत में लिख दिया तुमको यह अताए ख़ुदा है अब मुझे सिपास हो तुम//५ मेरी हयात में रहना,और रूह का सूकू बनना,कि अब जीने की मेरी मुखलिस आस हो तुम//६ शमा की सुखन को दाद देती है खलकत कि हर लब्ज़ का मेरी अब क़यास हो तुम//७ शमीम अख्तर/शमाwrites ✍️ ©IM binte hawwa shama write Read in Caption 👇ग़ज़ल-- मेरी जिंदगी में सबसे खास हो तुम,दूर रह कर भी इस दिल के पास हो तुम//१ मेरे दिल में इक हूक सी लहराई है, यू लगता इस हि
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
प्यारे तु दुश्मन से भी दोस्ती कर, जरा इतनी*सरपरस्ती तो कर//१ दिल न दुखा तु*तल्खी से जरा *शिरीन खुदकी*हस्ती तो कर//२ उनवां बनाकर*खलकत में,जरा हालत मतलबियों की*खस्ती तो कर//३ इस चार दिन की जिंदगानी में, जरा प्यारे कुछ मस्ती तो कर//४ "शमा"तु सबसे मेलझोल बढाके, जरा इस हस्ती को सस्ती तो कर//५ #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #beautifulhouse प्यारे तु दुश्मन से भी दोस्ती कर,जरा इतनी *सरपरस्ती तो कर//१ दिल न दुखा तु*तल्खी से जरा*शिरीन खुदकी *हस्ती तो कर//२ उनव
Zoga Bhagsariya
अरे जाओ ,करदो फतवा जारी , मै ,कौम का "गद्दार हूं , श रा ह ,का कानून , मै ,पैरों में रखता हूं , खुद पर ज़ख्म लेकर , जमाल चखता हूं , और ये बंद कर ऊंची आवाज में बोलना , मै धीरे से बोला तो , पैरों तले ,ज़मीन फट जायेगी , मै ,खुली खलकत ,मै , खुले तौर तरीकों से ,खुदा की इबादत करता हूं , खून खोलता है , मामूद परसत,इलम प्रस्त ,लोगों ,पर , जो है ,बेखबर , खबर नहीं भी है ,वो रखना चाहते , और हम , उन पर ज़रा सा भी नहीं , है ईमान लाते ।। नज़रों से पीते , मुरशिद की , वो इलाही जाम , मै , काफ़िर ज़ोगा गुलाम ।। जोगा गुलाम ।। ZOGA BHAGSARIYA RAJASTHANI..... अरे जाओ ,करदो फतवा जारी , मै ,कौम का "गद्दार हूं , श रा ह ,का कानून , मै ,पैरों में रखता हूं , खुद पर ज़ख्म लेकर , जमाल चखता हूं , और ये
Zoga Bhagsariya
अरे जाओ ,करदो फतवा जारी , मै ,कौम का "गद्दार हूं , श रा ह ,का कानून , मै ,पैरों में रखता हूं , खुद पर ज़ख्म लेकर , जमाल चखता हूं , और ये
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
मेरी जिंदगी में सबसे खास हो तुम, दूर रहके भी,अब इस दिल के पास हो तुम//१ दिल ए आश्ना में इक हूक सी यूं लहराई है ऐसा लगे अब इस *हिज्र से उदास हो तुम//२ ये जो तेरी*शनासाई है*खामख्वाह नही,के अब मुझसे पूरी तरह*हमशनास हो तुम//३ खुदारा मुझे किस्मत से मिले हो,अब किसलिए इतना *महवे-यास हो तुम//४ लिखा दिया खुदा ने जब मेरी किस्मत में तुमको ,के अब मुझे*अताए*सिपास हो तुम//५ मेरी हयात में रहना,और रूहे सूकू बनना ,बस अब जीने की मेरी*मुखलिस आस हो तुम//६ शमा की*सुखन को दाद देती है ख लकत,अब हरेक लब्ज़ का मेरी क़यास हो तुम//७ ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Nojotostreak मेरी जिंदगी में सबसे खास हो तुम,दूर रहके भी,अब इस दिल के पास हो तुम//१ दिल ए आश्ना में इक हूक सी यूं लहराई है,ऐसा लगे अब इस *
Zoga Bhagsariya
खलकत"ए"खुदा से,खुराफात की है, खोफ"ए"खुदा, नहीं है, ऐसी बात की है ll अब उजालों को ढूंढते- ढूंढते मरोगे, जिनके दिनों की तुमने, काली रात की है ।। हर जीव में,भावना होती है,सकूं से जीने की, पर तुम्हें कहां क़दर,किसी के जज़्बात की है ।। ए इंसान तोबा कर,की कुछ मुआफी मिले, सजा बड़ी है वैसे,जो कुदरत की हालात की है ।। कब तक देखता वो तुम्हारी, ना फरमानियां, कोई उंगली करता है, अरे तुमने तो लात की है ।। वो वक्त देता है संभलने का, नेक बन जाओ, नहीं तो पढ़ खुदा ने, सदौम की जो हालत की है, लगाकर तड़का ,मछली ,चूहे,कुत्ते, बिल्ली, का, सजा तो मिलेगी ए राक्षस,तूने जो ,दावत की है ।। चाहे हलाल हो ,या झटका,या जीभ का चटका, "जोगा "जीवों को काटके ,मौत की शुरुआत की है।। "जोगा भागसरिया " ZOGA BHAGSARIYA RAJASTHANI KAFIR ZOGA GULAM खलकत"ए"खुदा से,खुराफात की है, खोफ"ए"खुदा, नहीं है, ऐसी बात की है ll अब उजालों को ढूंढते- ढूंढते मरोगे, जिनके दिनों की तुमने, काली रात की ह