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Ganesh joshi
अपेयेषु तडागेषु बहुतरं उदकं भवति । अर्थ : जिस तालाब का पानी पीने योग्य नहीं होता , उसमें बहुत जल भरा होता है । ©Ganesh joshi #watchtower #अपेयेषु #तडागेषु बहुतरं उदकं भवति । #अर्थ : जिस #तालाब का #पानी #पीने योग्य नहीं होता , उसमें बहुत #जल भरा होता है ।
Shivkumar
White मतदान करो यह सब दानों में , लोकतंत्र को महान मजबूत करता है । विश्व का सबसे बड़ा, न्यारा हमारा संविधान ।। बनना है अगर जिम्मेदार नागरिक तुम्हें तो कर लो मतदान । चाहिए हो अगर जन कल्याणकारी ये सरकार तो फिर मतदान करो ।। झेला था गुलामी का दंश सैकड़ो वर्षों तक भारतवासियों ने देकर कुर्बानियां लाखों की तब हमने यह आजादी पाई है ।। नहीं हो अब गुलाम तो निर्भीक होकर तुम मतदान करो । करना है अगर सशक्त राष्ट्र का निर्माण तो उठो फिर और जाकर मतदान करो ।। नेताओं की जवाब देही तय करनी है तो फिर मतदान करो । जाति, संप्रदाय,धर्म से ऊपर उठो और फिर निष्पक्ष होकर मतदान करो ।। चयनकर शिक्षित,योग्य उम्मीदवार का फिर तुम मतदान करो । हो अगर जागरूक नागरिक तो ना रुको घर में तुम मतदान करो ।। एक-एक मत होता है ये अनमोल ना बेचो इसे मदिरा,रुपए पैसों से । ,जात,बिरादरी में और फिर तुम अपना मतदान करो ।। राष्ट्र में बहुत सारी समस्याएं ये कैसी फैली है जनता शिशिर भी जिनसे ये पीड़ित है , तो फिर चुनो अच्छी सुलझी सरकार और फिर मतदान करो ।। ©Shivkumar #election_2024 #election #electiontime #election2025 #election2026 #Nojoto #मतदान मतदान करो यह सब दानों में लोकतंत्र को महान #मजबूत
Yogi Sonu
White सबसे मज़ेदार बात अभी यह है की अभी हम भावनाओ से इतने आहत है की अगर हमे पता चल जाए की पिछले जन्म में मेरा पति एक डॉगी था या मेरा बेटा एक बिल्ली था तो पता नही क्या होगा और फ़िर भी हम इन्ही में आसक्त होकर उलझे हुए है । हमारे न चाहने पर भी वह सब खत्म हुए अतः हे पार्थ उसे प्राप्त करो जो नाशवान नही है आसक्ति ही संसार है ,अनाशक्त ही सन्यास है न कुछ त्यागने योग्य है और न खुश ग्रहण करने योग्य ©Yogi Sonu सबसे मज़ेदार बात अभी यह है की अभी हम भावनाओ से इतने आहत है की अगर हमे पता चल जाए की पिछले जन्म में मेरा पति एक डॉगी था या मेरा बेटा एक बिल्ल
Vinod Mishra
Ankit Singh
“पशु” कोई चीज़ नहीं हैं बल्कि जीवित जीव हैं, जो हमारी करुणा, सम्मान, दोस्ती और समर्थन के योग्य हैं।” ©Ankit Singh “पशु” कोई चीज़ नहीं हैं बल्कि जीवित जीव हैं, जो हमारी करुणा, सम्मान, दोस्ती और समर्थन के योग्य हैं।” #animals
Sarvesh Kumar Maurya
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :- बिना घर के भी हम डटकर खड़े हैं कहें किससे कि अब मर कर खड़े हैं ।।१ हमारे सामने गिरधर खड़े हैं । सकल संसार के रहबर खड़े हैं ।।२ करें कैसे तुम्हारा मान अब हम । पलटकर देखिए झुककर खड़े हैं ।३ डरूँ क्यूँ आँधियों को देखकर मैं । अभी पीछे मेरे गुरुवर खड़े हैं ।।४ मसीहा जो बताते थे खुदी को । वही अब देख बुत बनकर खड़े हैं ।।५ अभी तुम बात मत करना कोई भी । हमारे साथ सब सहचर खड़े हैं ।।६ मिली है योग्यता से नौकरी यह । तभी तो सामने तन कर खड़े हैं ।।७ पकड़ लो हाथ तुम अब तो किसी का । तुम्हारे योग्य इतने वर खड़े हैं ।।८ निभाओ तो प्रखर वादा कभी अब । अभी तक देखिए छत पर खड़े हैं ।। २६/०३/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- बिना घर के भी हम डटकर खड़े हैं कहें किससे कि अब मर कर खड़े हैं ।।१ हमारे सामने गिरधर खड़े हैं ।
N S Yadav GoldMine
इस मंदिर को कई लोग रामायण काल के समय का बताते हैं इस मंदिर के इतिहास के बारे में जानिए !! 📯📯 {Bolo Ji Radhey Radhey} सांवेर के उलटे हनुमानजी :- 🏯 भारत की धार्मिक नगरी उज्जैन से केवल 30 किमी दूर स्थित है यह धार्मिक स्थान जहाँ भगवान हनुमान जी की उल्टे रूप में पूजा की जाती है। यह मंदिर साँवरे नामक स्थान पर स्थापित है इस मंदिर को कई लोग रामायण काल के समय का बताते हैं। मंदिर में भगवान हनुमान की उलटे मुख वाली सिंदूर से सजी मूर्ति विराजमान है। 🏯 सांवेर का हनुमान मंदिर हनुमान भक्तों का महत्वपूर्ण स्थान है यहाँ आकर भक्त भगवान के अटूट भक्ति में लीन होकर सभी चिंताओं से मुक्त हो जाते हैं। यह स्थान ऐसे भक्त का रूप है जो भक्त से भक्ति योग्य हो गया। इस मंदिर की खासियत यह है कि इसमें हनुमानजी की उलटी मूर्ति स्थापित है। और इसी वजह से यह मंदिर उलटे हनुमान के नाम से मालवा क्षेत्र में प्रसिद्ध है। 👈 पौराणिक कथा :- 🏯 यहाँ के लोग एक पौराणिक कथा का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जब कहा जाता है कि जब रामायण काल में भगवान श्री राम व रावण का युद्ध हो रहा था, तब अहिरावण ने एक चाल चली. उसने रूप बदल कर अपने को राम की सेना में शामिल कर लिया और जब रात्रि समय सभी लोग सो रहे थे,तब अहिरावण ने अपनी जादुई शक्ति से श्री राम एवं लक्ष्मण जी को मूर्छित कर उनका अपहरण कर लिया। वह उन्हें अपने साथ पाताल लोक में ले जाता है। जब वानर सेना को इस बात का पता चलता है तो चारों ओर हडकंप मच जाता है। सभी इस बात से विचलित हो जाते हैं। 🏯 इस पर हनुमान जी भगवान राम व लक्ष्मण जी की खोज में पाताल लोक पहुँच जाते हैं और वहां पर अहिरावण से युद्ध करके उसका वध कर देते हैं तथा श्री राम एवं लक्ष्मण जी के प्राँणों की रक्षा करते हैं। उन्हें पाताल से निकाल कर सुरक्षित बाहर ले आते हैं। 🏯 ऐसी मान्यता है कि यही वह स्थान है, जहाँ से हनुमानजी ने पाताल लोक जाने हेतु पृथ्वी में प्रवेश किया था। जहाँ से हनुमान जी पाताल लोक की और गए थे। उस समय हनुमान जी के पाँव आकाश की ओर तथा सर धरती की ओर था जिस कारण उनके उल्टे रूप की पूजा की जाती है। 🏯 साँवेर के उलटे हनुमान मंदिर में श्रीराम, सीता, लक्ष्मणजी, शिव-पार्वती की मूर्तियाँ हैं। मंगलवार को हनुमानजी को चौला भी चढ़ाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि तीन मंगलवार, पाँच मंगलवार यहाँ दर्शन करने से जीवन में आई कठिन से कठिन विपदा दूर हो जाती है। कहते हैं भक्ति में तर्क के बजाय आस्था का महत्व अधिक होता है। यहाँ प्रतिष्ठित मूर्ति अत्यन्त चमत्कारी मानी जाती है। यहाँ कई संतों की समाधियाँ हैं। सन् 1200 तक का इतिहास यहाँ मिलता है। 🏯 उलटे हनुमान मंदिर परिसर में पीपल, नीम, पारिजात, तुलसी, बरगद के पेड़ हैं। यहाँ वर्षों पुराने दो पारिजात के वृक्ष हैं। पुराणों के अनुसार पारिजात वृक्ष में हनुमानजी का भी वास रहता है। मंदिर के आसपास के वृक्षों पर तोतों के कई झुंड हैं। इस बारे में एक दंतकथा भी प्रचलित है। तोता ब्राह्मण का अवतार माना जाता है। हनुमानजी ने भी तुलसीदासजी के लिए तोते का रूप धारण कर उन्हें भी श्रीराम के दर्शन कराए थे। 🏯 नगर के साँवरे क्षेत्र में विश्व प्रसिद्ध पाताल विजय हनुमानन की उलटी प्रतिमा स्थापित है। यहां ऐसी हनुमानजी की दुर्लभ प्रतिमा है जो बहुत ही कम देखने को मिलती है। लोकप्रिय और पुरातन मंदिर होने के कारण हनुमानजी के प्रति श्रद्धा रखने वाले श्रद्धा रखने वाले लोग दूर-दूर से यहां आते हैं और रामभक्त हनुमानजी उनकी मनोकामना पूरी करते हैं। 👉 Rao Sahab N S Yadav... ©N S Yadav GoldMine #mahashivaratri इस मंदिर को कई लोग रामायण काल के समय का बताते हैं इस मंदिर के इतिहास के बारे में जानिए !! 📯📯 {Bolo Ji Radhey Radhey} सांवेर