Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best ज़र्रे Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best ज़र्रे Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about

  • 33 Followers
  • 295 Stories

F M POETRY

#ज़र्रे ज़र्रे में तू नज़र आयी....

read more
White थी नहीं तू वहाँ मगर आयी..

ज़र्रे ज़र्रे में तू नज़र आयी...

यूसुफ आर खान....

©F M POETRY #ज़र्रे ज़र्रे में तू नज़र आयी....

Mohd Akram Noory

आँखों ने ज़र्रे ज़र्रे पर सजदे लुटाये हैं,
न जाने जा छुपा है मेरा पर्दा-नसीन कहाँ। @mohd Akram noory #google #facebook #instagram #moha

Death_Lover

हम भी कितने अज़ीब हैं न..!!! #poem

read more
He who Falls in love हमारा साथ होना कुछ ऐसे है, जैसे किसी भी मौसम में एक हवा

एक हवा ऐसी जो ज़ेहन से लेकर रूह तक बस तुम से भर दे,
एक हवा ऐसी जो ज़र्रे-ज़र्रे में बस तुम्हारी महक बसा जाए,
एक हवा ऐसी जो हर पल बस तुम्हारे होने का एहसास जगाए,

एक हवा ऐसी जो तुमको और मुझको मिलाकर हम कर जाए,
एक हवा ऐसी जो हमेशा मद्धम-मद्धम हर ओर बहती रहे,
एक हवा ऐसी जो हम को हम में ही फ़ना कर दुआ हो जाए,

"हिमांश" हमारा साथ होना कुछ ऐसे है, जैसे किसी भी मौसम में एक हवा..!!! हम भी कितने अज़ीब हैं न..!!!

Sachin Pandit

#Mera_Chand

read more
जाने क्यों तेरे बिना हम अधूरे रहते हैं...!
जब तुम पास होती हो तो पूरे रहते हैं...!

जाने क्यों...तेरी शक्ल मुझे ज़र्रे-ज़र्रे में नजर आने लगी है,
तेरे चक्कर में हम चांद को घूरे रहते हैं..!!
Sachin #mera_chand

fb,@,©WriterNilofar Farooqui Tauseef

इस क़दर मेरे ज़ब्त की, तू इम्तिहान न ले

ज़र्रे-ज़र्रे से तू यहां , कोई बद्दुआ न ले

ग़रूर जो कर बैठा है तू, अपने अना के सवाल पर

मेरे इश्क़ का दरिया, कहीं तुझे बहा न दे। #nojoto #nilofarlove #hindi #shayeri

Pramod Tiwari

read more
हर सुबह खुशियां बिखेर देता है ।
ज़र्रे ज़र्रे में खुशबू बिखेर देता है ।
हर धड़कन को धड़कन साँसों को सांस ।
रंगरेज बड़ा कुदरत में रंग बिखेर देता है ।
@ प्रमोद

Sonu Suman

मौजूद रहता है मेरे ज़र्रे ज़र्रे में वो,
लेकिन अब मुझसे मिलता नहीं।

बस कहने को ज़िन्दा हूं दुनिया में,
लेकिन अब ज़िन्दगी मेरे पास नहीं।

बेपनाह इश्क़ करता हूं उससे,
लेकिन अब वो मेरी बिल्कुल सुनता नही। #sonusuman #love #ishq #poem #poetry #nojoto #kiddo

AlpDev

जान की बात करते हो रुह भी निलाम कर देंगे, गुरूर है अभिमान है ये हिंदुस्तान हमारा, आंच आई ज़रा भी हमारे मुल्क़ पर, सरेआम गद्दारों का कत्लेआम कर देंगे।। माँ भारती की संतान हैं हम, मौत को भी हम डरते नहीं, जो दाग माँ पे लगाने की करोगे कोशिश, हर कोशिश हम गद्दारों की नाकाम कर देंगे, #OpenPoetry

read more
#OpenPoetry ऐ_मेरे_वतन_2.

जैसे अंश माँ भारती के सारे,
एक अंश माँ का निलाम करने चले थे,
वो कश्मीर तो युगों से हमारा ही था मगर फ़िर भी क्यों,
बगावत फ़िज़ूल की वो हमसे करने चले थे।।

कि भीतर हर एक हिंदुस्तानी के,
देश प्रेम रगों से रागों तक बसा है,
शायद भूल बैठे थे सारे,
ज़र्रे ज़र्रे में हमारे,
देश प्रेम का एक अलग ही नशा है।।

ऐ वतन मेरे
मुझपर हैं तेरे कई एहसान,
मेरी पहचान मेरा ईमान है तू,
मेरे वतन मेरी जान है तू।।
मेरा अस्तित्व मेरी शक्सियत है तूझसे,
संतान हम सारे तेरे,
हमारा अभिमान है तू,
माँ हमारा अभिमान है तू।। जान की बात करते हो रुह भी निलाम कर देंगे,
गुरूर है अभिमान है ये हिंदुस्तान हमारा,
आंच आई ज़रा भी हमारे मुल्क़ पर,
सरेआम गद्दारों का कत्लेआम कर देंगे।।
माँ भारती की संतान हैं हम,
मौत को भी हम डरते नहीं,
जो दाग माँ पे लगाने की करोगे कोशिश,
हर कोशिश हम गद्दारों की नाकाम कर देंगे,

Kammal Kaant Joshii

बड़ी गहरी साज़िश है ज़मानें की
तुम्हें मुझसे दूर भगानें की
बस चुका है तू ज़र्रे ज़र्रे में मेरे
ये कैसी विफ़ल कोशिश है ज़मानें की #shayari #hindilines #love #2liners #pyar #writing #writer #poet #midnightwords #midnightdiary #midnightthought

Anshul Pal

read more
ग़ज़ल

ज़िन्दगी   मौत  में   भी  जंग   ये  जारी  क्यूँ  है।
मेरे  अपनों  की   रकीबों  से   ही  यारी  क्यूँ  है।

तुम  तो    कहते   रहे   के    साथ    रहेंगे    मेरे,
उम्र   तन्हा   ही   यहाँ   तुमने   गुजारी   क्यूँ  है।

तुमने  इक  बार  छुआ  था  मुझे  जो  नज़रों से,
मुद्दतों   बाद   भी   छाई   ये   ख़ुमारी   क्यूँ   है।

कैसे   महफूज़   रहें    परियाँ   तेरी   दुनिया  में,
ज़र्रे - ज़र्रे   पे    यहाँ   बैठा   शिकारी   क्यूँ   है।

दिल के सौदे में तो हम दोनों ही शामिल थे मगर,
फिर  ये  गलती  ऐ  हसीं  सिर्फ  हमारी  क्यूँ  है।

कर  दिया ख़ुद  को भी  क़ुर्बान  तेरी उलफ़त में,
बाज़ी फिर  दिल  की  यहाँ  मैंने  ही हारी  क्यूँ है।

बेख़ुदी  कह  दे इसे  या तू  कोई 'रण' का  वहम,
आइने   में   भी   ये   तस्वीर   तुम्हारी   क्यूँ   है।

अंशुल पाल 'रण'
जीरकपुर,मोहाली(पंजाब)
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile