Find the Best आधुनिकता Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutपरम्परा और आधुनिकता में अंतर, आधुनिकता का अर्थ,
Vijay Vidrohi
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset जैसे-जैसे समाज आधुनिकता की ओर बढ़ेगा वैसे-वैसे सामाजिक ताना बाना कमजोर होता जाएगा। व्यक्ति अहं-केंद्रित होता जाएगा उसे समाज रिश्तेदारी नातेदारी पड़ोस व परिवार से ज्यादा अपने हितों की चिंता होगी और ये सब उसके लिए गौण हो जाएंगे। ©Vijay Vidrohi #आधुनिकता #समाज #self #me Extraterrestrial life motivational quotes in hindi i hate selfish people quotes hindi inspirational quotes
पूर्वार्थ
White मत बनो आधुनिक इतना तुम,कि संस्कार को ठेस लगे। मत कड़वी बातें बोलो इतनी,कि माँ-बाप को क्लेश लगे। बच्चों को अपने शिक्षा के संग,नैतिकता का पाठ सिखाओ। बड़ों की अपने इज्जत करना,व अच्छी उनको राह दिखाओ। परिवार सभी मिलजुलकर रहें,कि जन्नत सा परिवेश लगे। मत बनो आधुनिक इतना तुम,कि संस्कार को ठेस लगे। अपने प्रति लोगों का दृष्टिकोण,यदि तुम्हें चाहिए सही-सही। तो अपने विचार भी नेक रखो,व करो आचरण वही-वही। मत करो चुनाव वस्त्रों का ऐसा,कि जोकर जैसा वेश लगे। मत बनो आधुनिक इतना तुम,कि संस्कार को ठेस लगे। चलचित्रों के परदों पर जो,बातें निर्देशक परोस रहे। परे बहुत सच्चाई से वे,होती हैं तुमको होश रहे। करो अनुसरण बस वे ही बातें,जो तुमको बहुत विशेष लगे। मत बनो आधुनिक इतना तुम,कि संस्कार को ठेस लगे। मिट्टी के कुल्हड़,दोने व पत्तल,अब प्रचलन से दूर हो गए। प्लास्टिक के गिलास,दोने,पत्तल,हम लेने को मजबूर हो गए। कुछ रीति-रिवाज वे रहने दो तुम,जिसमें अच्छाई का समावेश लगे। मत बनो आधुनिक इतना तुम,कि संस्कार को ठेस लगे। बहुवें सब आतीं जो कई घरों की,ले विचार सब जुदा-जुदा। परिवेश व आचरण होते हैं उनके,भिन्न-भिन्न ही सदा-सदा। सास-ससुर सिखलायें उनको गुण,कि पीहर का प्यारा देश लगे। मत बनो आधुनिक इतना तुम,कि संस्कार को ठेस लगे। है मनमौजी अब ऊब चुका,इस दुनिया के दस्तूर से प्यारे। कुछ संस्कार जो सीखे हैं उसने,जीता है उनके ही सहारे। आओ करें समाज-सुधार हम,कुछ उसमें जो अवशेष लगे। मत बनो आधुनिक इतना तुम,कि संस्कार को ठेस लगे। ©पूर्वार्थ #आधुनिकता
अदनासा-
विडियो सौजन्य एवं हार्दिक आभार💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳https://www.instagram.com/reel/Cz3zQScrFRo/?igshid=ODhhZWM5NmIwOQ== #हिंदी #बचपन #आधुनिकता #मोबाइल #नटखट #संसार #Instagram #Pinterest #Facebook #अदनासा अबोध हर बालक एवं बालिका हमारे मन को मोह लेते है, उनकी गाली, गुस्सा, रूठना, मारना, बैठना, चलना और तुतलाती आवाज़ में बोलना मानो सबकुछ हमें अच्छा लगता है, मगर जैसे ही वह बड़ा होता है, हमको वह सारी मोहने वाली कलाएं बलाएं लगने लगती है, हे प्रभु संसार बनाना था तो ऐसा संसार बनाते जहां हम केवल बच्चे ही होते।
read moreअदनासा-
अति सूचनाओं एवं संदेश से अति प्रभावित सत्य असत्य में जुझता क्रांतिकारी यह युग है अकूत ज्ञान के सागर में दादुर की भांति हम यहां वहां छलांग मारते इस मायावी संसार में अब दादुर का विवेक ही निर्णायक विकल्प है वह ज्ञान के सागर में है या कूप के वृत्ताकार में ©अदनासा- #हिंदी #ज्ञान #विवेक #kitaab #दादुर #संसार #आधुनिकता #Facebook #Instagram #अदनासा
Death_Lover
फ़ितरत कैसे बदलोगे "हिमांश" किसीकी, जब कोई दलदल में ही रहना सीख गया हो॥ 【आज के घर】 ©Death_Lover #मेरे_राम #दलदल #प्रेम #आध्यात्मिक #जीवन #आधुनिकता #surya #आधुनिकरण #भौतिकवाद #दिखावा
Raj Guru
गाली को प्रणाम समझना पड़ता है, मधुशाला को धाम समझना पड़ता है..! आधुनिक कहलाने की अंधी जिद में, रावण को भी राम समझना पड़ता है..!! ©Raj Guru #आधुनिकता sana naaz Anupriya Rina Giri poonam atrey शीतल चौधरी rinkal bhardwaj Anshu Pandey Manisha Mani Mona dwivedi SHAYAR ANHAR vinopraba official Jashvant Bhavana kmishra gubiya, khan jyoti kanwar
#आधुनिकता sana naaz Anupriya Rina Giri poonam atrey शीतल चौधरी rinkal bhardwaj Anshu Pandey Manisha Mani Mona dwivedi SHAYAR ANHAR vinopraba official Jashvant Bhavana kmishra gubiya, khan jyoti kanwar
read moreR K Mishra " सूर्य "
आधुनिकता की दौड़ तो लगाए जा रहे हैं लोग लेकिन कुछ न कुछ तो लुटाए जा रहे हैं लोग सब कुछ तो बनाए ऐशो आराम के साधन चिंतन कहां है क्या क्या भुलाए जा रहे हैं लोग आधुनिकता की दौड़...... भाव के आभाव का प्रभाव साफ दिखता है दिखावे वाली ज्योति अब जलाए जा रहे हैं लोग संकुचित मानसिकता की बिमारी लग गई ऐसी देकर ज़ख्म खुलकर मुस्कुराए जा रहे हैं लोग आधुनिकता की दौड़...... घुटन भरी जिंदगी कहां तक लेकर जायेगी रो रोकर वीर रस में गुनगुनाए जा रहे हैं लोग धन्य आधुनिकता अब तेरा ही बोलबाला है "सूर्य" को भी दीप से डराए जा रहे हैं लोग आधुनिकता की दौड़...... ©R K Mishra " सूर्य " #आधुनिकता Poonam Suyal अभिलाष द्विवेदी (अकेला ) एक अनपढ़ शायर Ayesha Aarya Singh Babita Kumari Puja Udeshi
#आधुनिकता Poonam Suyal अभिलाष द्विवेदी (अकेला ) एक अनपढ़ शायर Ayesha Aarya Singh Babita Kumari Puja Udeshi
read moreKavita
हुआ आधूनिक समाज बढ़ी आधूनिक माँग प्रिये दो वक्त कि रोटी दो जोरें कपड़े सर पर सिलन बाली छत अब नही रही ये पर्याप्त प्रिये शरिर हुआ नाजूक वो बाहर कि धूल-मिट्टी सूरज कि गर्मी से काया जलती है AC , cooler , fridge कि जरूरत पड़ती है सड़क पे पड़े कंकड़ पाउँ मे बरे चूभते है अब दस कदम चलने से ही सासें आंह-भर घूटते है तब एक कार की जरुरत लगती है इस आधिनिक यूग ने रहन-सहन ,खान-पान ,बोल-चाल पैहनावे तक का रंग ढंग है बदला जो English मे गिटर-पिटर बोल ना पाये उसे दूनिया घृनित रुप से आलोचित करती है अब तूम ही बताओं कैसे करू तूम्हारा प्रेम स्वीकार? प्रिये थरथराते हाथों से तुम्हें दे तो दिया ताज़ा गुलाब कहकर iloveu पर कैसे मिले उसे जवाब
थरथराते हाथों से तुम्हें दे तो दिया ताज़ा गुलाब कहकर iloveu पर कैसे मिले उसे जवाब
read moreAparna Singh
आधुनिकता की होड़ में ऐसे चल पड़े की होड़, शोर बन गई , और हमें विभोर कर गई । अंतरात्मा कुछ कहना चाह रही थी की उसे भी अनसुना कर गए , और अपने ही अस्तित्व की बलि चढ़ा गए । अस्तित्व की बलि । #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqpoetry #अस्तित्व #आधुनिकता