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ashutosh anjan

अक्सर सुना करता हूँ दौलत 
की ताकत के अनकहे किस्से 
मगर है कुछ प्रश्न अनुत्तरित 
क्या ख़रीद  सकती है दौलत 
चंद सांसों को भी 
मोहब्बत किस बाज़ार में बिकती है
भला, दोस्ती और निष्ठा को 
तौल पाएंगे कागज़ के टुकड़े से
जब जीवन मरण सुख दुःख प्रेम
सच्ची निष्ठा का क्या है कोई मोल भला
क्या अर्थ इस दौलत की ताक़त का
है निरर्थक!अगर समझ गए तो! दौलत की ताकत(कविता)
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अभिलाष सोनी

दौलत की ताक़त (#kkदौलतकीताक़त) 04 मई 2021 ********************************* Pic Credit :- Pinterest दौलत की ताक़त से इंसान जाने क्या क्या कर रहा है। खुद को साबित करने के लिए कितना नीचे गिर रहा है। इंसानियत भूलकर दौलत के तराज़ू में सबको तौल रहा है।

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//दौलत की ताक़त//
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दौलत की ताक़त से इंसान जाने क्या क्या कर रहा है।
खुद को साबित करने के लिए कितना नीचे गिर रहा है।

इंसानियत भूलकर दौलत के तराज़ू में सबको तौल रहा है।
झूठी शान-ओ-शौक़त की ख़ातिर हद से गुज़र रहा है।

अमीरी-गरीबी के किस्सों से खुद को ऊपर बता रहा है।
दौलत की पाने ख़ातिर, जाने कितना गिरता जा रहा है।

जिस दौलत से वो आज दुनिया में मौज उड़ा रहा है।
उसी दौलत के चक्कर में वो अपनों से दूर जा रहा है।

भूल गया है वो कि मुसीबत में इंसान ही काम आ रहा है।
दौलत के नशे में चूर होकर वो सब कुछ भूलता जा रहा है। दौलत की ताक़त (#kkदौलतकीताक़त) 04 मई 2021
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Pic Credit :- Pinterest

दौलत की ताक़त से इंसान जाने क्या क्या कर रहा है।
खुद को साबित करने के लिए कितना नीचे गिर रहा है।

इंसानियत भूलकर दौलत के तराज़ू में सबको तौल रहा है।

Writer1

//दौलत की ताकत//

हर  सू  मौत, हर पल   का  मंजर  दे रहा दिखाई।।
कैसा मौत के तांडव रचा हर तरफ  हुड़दंग मचाई।।

ठंडी राख से रोते बिलकते मौत की महक है आई ।।
पापी इंसान खुद से रूठने पर अपनी कब्र है बनाई।।

दौलत  की  ताकत फीकी हुई कर्मों की बात है आई ।।
हुआ कर्मों का लेखा-जोखा दौलत कहां काम है आई‌‌।।

क्यों इंसानियत किराए की देह  पर  है इतना इतराई।।
सत्य  की  तलाश में भटके फिर भी कहां शांति पाई।।

सुपथ  पर  चला होता , की होती आदर्शों की कमाई।।
जुटा  ताकत  दुआओं  की  इसका ईश्वर भी करजाई।।

दौलत की ताकत शून्य बराबर कर बंदेया नेक कमाई।।
मुश्किल की  घड़ियों में सिर्फ इंसानियत है काम आई।।

बहुत   हो   चुका   बस  करो  रोज़ी'  यह  बातें खुदाई।।
मुर्दा   यहां  अग्नि  दाह   कर   रहा  कर्मों  की भरपाई।। #कोराकाग़ज़ 
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