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Rashmi Hule
अहंकार जळावा राग गीळावा गैरसमज कळावा माझ्या आयुष्यात नको ते जळावे होळीच्या हार्दिक शुभेच्छा मित्र मैत्रिणींनो होलिका दहनाच्या दिवशी म्हणजे आज आपल्या आयुष्यातल्या कोणत्या गोष्टींचं दहन करावं असं तुम्हाला वाटतं? चला तर मग दहन यावर करा तुमच्या रचना. #दहन #collab #yqtaai Best YQ Marathi Quotes या पेज ला नक्की भेट द्या. #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Taai
मित्र मैत्रिणींनो होलिका दहनाच्या दिवशी म्हणजे आज आपल्या आयुष्यातल्या कोणत्या गोष्टींचं दहन करावं असं तुम्हाला वाटतं? चला तर मग दहन यावर करा तुमच्या रचना. #दहन #Collab #yqtaai Best YQ Marathi Quotes या पेज ला नक्की भेट द्या. #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Taai
read moreAamir Qais AnZar
Dil mein agar राम ka वास chahiye... Toh Mann ke रावन ka विनाश chahiye. आप सभी को विजय दशमी की हार्दिक शुभकामनाएँ। रावण के पुतले का #दहन तो बहुत सरल है किंतु (दशहरा - दश का हरण) अत्यधिक कठिन कार्य है। #रामरावण #विनाश #रावन #रामराज्य #विजयादशमी #वास #पुतला Collaborating with YourQuote Didi Dasha-Hara is a Sanskrit word which means removal of ten bad qualities within you: *Ahankara* (Ego) *Amanavta* (Cruelty)
आप सभी को विजय दशमी की हार्दिक शुभकामनाएँ। रावण के पुतले का #दहन तो बहुत सरल है किंतु (दशहरा - दश का हरण) अत्यधिक कठिन कार्य है। #रामरावण #विनाश #रावन #रामराज्य #विजयादशमी #वास #पुतला Collaborating with YourQuote Didi Dasha-Hara is a Sanskrit word which means removal of ten bad qualities within you: *Ahankara* (Ego) *Amanavta* (Cruelty)
read moreTheBoyWithPen
मन तो कर रहा है दहन कर दूँ ये इश्क भी होलिका की आग में #दहन #इश्क #होलिका #YQbaba #YQdidi
Sarfaraj idrishi
दहन पुतलों का नही , बुरे विचारों का भी करना होगा, राम ओर अल्लाह का करके सम्मान समाज के हर रावण से लड़ना होगा ।। दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं। ©Sarfaraj idrishi #दहन #पुतलों का नही ,बुरे विचारों का भी करना होगा, श्री #राम का करके स्मरण समाज के हर #रावण से लड़ना होगा ।।#सरफ़राज़#sarfaraj #दशहरा की #हार्दिक #शुभकामनाएं। #Dussehra Bad______boy पूजा उदेशी Anurag Stunning h.m.a s Khalid Abbas khalid
sukhwant kumar "Saकेत"
हां ! बुरा हो गया हूं मैं, यूंही नहीं जलती होलिका हर बार बस कुछ बुराइयों को जलाने को , हर बार एक अच्छाई भी जल जाती है , हर बार बदलता है साल और कुछ बरसों की सीलन और पुरानी हो जाती है , अब पुराने कमरे में जाने का जी नहीं करता इसलिए भी कि वन्हा लिख छोड़ा है मैंने "हर कोई बुरा नहीं होता" हां बुरा हो गया हूं मैं , हर बार होलिका यूंही नहीं जलती सिर्फ त्योहार मानने को , हर बार एक नया रंग दिख जाता है जिस ने ताउम्र भरोसे का वादा किया । यूंही नहीं जलती होलिका हर बार.... ©sukhwant kumar saket #होलिका #दहन #2021 #होली #पोस्ट #poem #राइटर #मैं
Sethi Ji
जला दो आपने अन्दर की बुराई आज किसी की और ईर्ष्या, किसी के गुस्से को आज औरत के लिए बुरी नज़रे, बुरी सोच को आज और मिल कर बनाये एक सुन्दर भारत, एक शाशकत देश आज #Happy_holi एक सुन्दर सपना, एक शक्तिशील भारत ।। #बुराई #ईर्ष्या #गुस्सा #दहन #नयी #सोच #नया #भारत #nojoto विकास कुमार Shikha Sharma shivam kumar mishra Khushi Dahiya official writer (sunny k saini) Kajalife....
Poetry with Avdhesh Kanojia
अंदर के रावण का अंत प्रतीक रूप में रावण दहन हर वर्ष करना चाहिए। पर अपने अंदर के रावण का भी अंत करना चाहिए।। अभिमान क्रोध व निरंकुशता होते पतन के द्वार हैं। इन असाधारण रोगों का बस एक प्रेम ही उपचार है। निष्ठुरता रूपी उलूक बैठा जो मन रूपी टहनी पे है। उड़ा देना है उसे भी ज्ञान दृष्टि पैनी से है। कर्म निंदित हैं जहर से इनसे डरना चाहिए। अपने अंदर के रावण का भी अंत करना चाहिए।। वन्दनीया नारी है सो सम्मान का भी भान हो। हर नर में हर आभास हों व दूर सब अज्ञान हो। बन्धु भगिनी देवतुल्य से ये सभी के विचार हों। बृद्धजन पूजित रहें और सत्य कटु स्वीकार हों। सार्वभौम सौहार्द्र हो व स्वार्थ तजना चाहिए। अपने अंदर के रावण का भी अंत करना चाहिए।। प्रतीक रूप में रावण दहन हर वर्ष करना चाहिए। पर अपने अंदर के रावण का भी अंत करना चाहिए।। ✍️अवधेश कनौजिया© अंदर के रावण का अंत प्रतीक रूप में रावण दहन हर वर्ष करना चाहिए। पर अपने अंदर के रावण का भी अंत करना चाहिए।। अभिमान क्रोध व निरंकुशता
अंदर के रावण का अंत प्रतीक रूप में रावण दहन हर वर्ष करना चाहिए। पर अपने अंदर के रावण का भी अंत करना चाहिए।। अभिमान क्रोध व निरंकुशता
read morePuja Kumari✍️
अजीब लगता है मुझको!! ( के कोई न है राम यहां , पर क्या शौक रावण के दहन का) जब हर साल लोगों में रावण दहन के शौक, उत्साह और उमंग देखती हूँ, उसे तो हर साल जश्न के साथ जलाते हो, जो सदियों पहले मर कर सिख दे गया!! अपने अंदर के रावण को क्यों न देख पाते हो, अपने घर पर मां, बहन को दबाते हो, और बाहर किसी और के घर की इज़्ज़त को गंदे शब्दों से तार-तार करते जाते हो!! सच में बेहद अजीब लगता है मुझको!! जहां हर रोज़ नारी की आबरू तबाह होती है, वहां साल में एक बार भीड़ जुटती भी है , तो जलाने उस सबक सिखा गए, रावण को.. ऐसी संगठन गर उन दानव के लिए जुटे जो नारी के जीवन मे रुकावट, दर्द और तबाही के कारण है, तब लगता सही जलते देख उस रावण को।। "के कोई न है राम यहां, पर शौक़ से जलाते पुतले रावण का" #प्रथा #सबक #सच्चाई #जीत #अन्याय #विजय #रावण_दहन #nojoto #nojotolife #nojotohindi
"के कोई न है राम यहां, पर शौक़ से जलाते पुतले रावण का" #प्रथा #सबक #सच्चाई #जीत #अन्याय #विजय #रावण_दहन nojoto #nojotolife #nojotohindi
read morekavi amit kumar
कविता ( रावण दहन क्यों ) """"'''''"""""""""""""""''""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""" मैंने अपराध किया नहीं , करूं उसे सहन क्यों । जब मैंने सीता को छुआ नहीं, फिर मेरा दहन क्यों । स्त्री को उठाकर लाना यह एक अपराध था । मैं छू नहीं सकता स्त्री को यह मुझे अभिशाप था । मुझे घुट घुट कर मार दिया है मुझ पर लगे अपराधों ने । मुझे झूठा साबित कर दिया है वेद और पुराणों ने । मैं अपराधी हूं ऐसा लोगों का कहन क्यों । जब मैंने सीता को छुआ नहीं, फिर मेरा दहन क्यों । भगवन की पत्नी को उठा सके यह मजाल किसकी । मैंने रखा उसे अपने पास कुटिया अलग बनाई उसकी । मेरे ही मुझ पर इतना अपराध रख रहे हैं । मैं कैसे समझाऊं इन्हें यह मुझे क्यों जला रहे हैं । मुझे जलाने की लोगों में पहल क्यों । जब मैंने सीता को छुआ नहीं, फिर मेरा दहन क्यों । मुझ पर लगे झूठे अपराधों का यह एक धागा है । मैं अगर दोषी हूं राम ने सीता को क्यों त्यागा है । मैं सच्चा हूं ! यह तुम्हारी मर्जी मुझे जैसी सजा दो । राम ने भी किया है गुनाह उसको भी सजा दो । कहें अमित पुकार के रावण पर सवाल उठे क्यों । जब मैंने सीता को छुआ नहीं, फिर मेरा दहन क्यों ।। अमित कुमार .......✍️✍️✍️✍️ दिल पर लगनी वाली बात अमित कुमार .....
दिल पर लगनी वाली बात अमित कुमार .....
read morealka tandon
आज एक काम करते है होलिका दहन के साथ अपने अंदर की बुराई का भी नाश करते है.... सबको गले लगा कर नई सी शुरुआत करते है हर दुश्मनी, क्रोध, लालच, चिन्ता की चिता जलाते है.... इस होलिका दहन नई सी शुरुआत करते है अपने अंदर की हर बुराई का नाश करते है.... #NojotoQuote