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Yogeshwari Mukta
देण्याघेण्यात माझं- तुझं, तुझं - माझं याचा कधी विचारच आला नाही, आपल्या बोलण्यात, आपलं कुटुंब सोडून दुसरा कधी संवादच झाला नाही, सख्या रे, आपल्यांत विवेकता मार्गीच्या प्रेमाचा हा प्रवास कधी थांबला च नाही..... ©Yogeshwari Mukta साथ तुझी माझी ❤️ #साथ #विवेकीप्रेम #प्रेम #प्रेम_कविता #प्रेम_की_परिभाषा #कुटुंब #समजूतदारपणा #
Yogeshwari Mukta
Rashmi Vats
मेरे इश्क की बस इतनी खता थी कि, हमने जरूरत से ज्यादा वफा की। कितनी आसानी से ठहरा दिया कसूरवार हमें, ना कोई पेशी,ना ही कोई सुनवाई थी। रश्मि वत्स। ©Rashmi Vats #Problems #प्रेम_कविता #दर्द #अहसास
ashutosh anjan
मैं लिखना चाहता था प्रेम पर कुछ शब्द फिर मैंने लिखा 'स्वतंत्रता' और 'स्वाभिमान' यही तो आधार है एक परिपक्व प्रेम के इनके बग़ैर है असंभव एक स्थायी और दीर्घकालिक प्रेम! कटु किंतु सत्य!! OPEN FOR COLLAB✨ #ATmooncouplenightbg • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ Collab with your sizzling words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.
Krushnarnav
मी उभा होतो इथे या किनाऱ्यावर... क्षितिजावर विरत जाणारं.. तुझं अस्तित्व, माझ्या डोळ्यातल्या हसण्याचे सगळे रंग घेऊन., आयुष्यात एकांताच्या... काळोख छाया पसरवत निघालं होतं.. एखाद्याला मृत्युदंड देण्याआधी... विचारली जाणारी शेवटची इच्छा तरी... तू मला विचारायची होतीस...!! ©Krushnarnav #शेवटची_इच्छा...🍁 #अबोल_प्रेम #प्रेम_कविता #alone
आशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी"
"मेरी आत्मा उनकी अदाओं में, इस कदर फँसती है। उनकी मासूम सी सूरत में, जन्नत बसती है।।" ©आशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी" #प्रेम_कविता #प्रेम #आशुतोष_आर्य #मेरी_कलम_से✍️
Shabd_siya_k
हे लेखनी मेरी अधूरी सी जो प्रेम पे लिखने से डरती है, अंतरमन के भावो को कोरे कागज पर जो नहीं बिखेरती हूँ...! निष्छल प्रेम की जो अनुभूति ना हो तो चंचलता सा प्रेम कैसे दरशाएं, जो रखे खुद को प्रेम से दूर वो कैसे प्रेम पे लिख लाएं...! ©Sita Kumari #प्रेम #प्रेम_कविता #Nojoto
Ashutosh Tripathi 'Alok'
मां की ममता धरती पर मां की ममता का गुणगान नहीं कर सकता मैं... मां मां ही नहीं जीवन की ये पावन पुण्य कहानी है। जिसके हाथों से पले देह में बालक से फिर ये जवानी है। जिसको गाकर या पढ़ लिखकर शब्दों में नहीं ला सकता मैं। धरती पर मां की ममता का गुणगान नहीं कर सकता मैं... मां के पावन ममता वाले हाथों की क्या बात कहूं। सदा छांव बन जाते मुझपर दुख के बादल ताकि न सहूं। हर बोली हर आंसू समझी जिसको नहीं कह सकता मैं। धरती पर मां की ममता का गुणगान नहीं कर सकता मैं... मां की ममता का आदि अंत न गीता या गुरुवाणी में। गंगाजल से अधिक पावनता रहती है जिसकी वाणी में।। उन मंत्र भरे वर्णों का सहज ही गान नहीं कर सकता मैं। धरती पर मां की ममता का गुणगान नहीं कर सकता मैं... प्रेम दुलारे हस्तों से मां का जब जब संबल पाऊं। दर्द मिटे तन मन के सारे दुख संसय को बिसराऊं।। साहस शक्ति प्रेम को जिसके यूं ही बयां नहीं कर सकता मैं। धरती पर मां की ममता का गुणगान नहीं कर सकता मैं... ©Ashutosh Tripathi 'Alok' #मां #प्यारी #कविता #ममता #प्रेम_कविता #stay_home_stay_safe
Pratik Singhal " Premi "
ये ह्रदय बिना प्रेम के बंजर रेगिस्तान सा हैं क्यू न इसमें प्रेम की बरसात करा दी जाए प्यासा दिल भटक रहा इधर उधर न जाने किधर किधर "प्रेमी" कहता है इसे भी एक प्रेम प्याली पीला दी जाए ©Pratik Singhal " Premi " #प्रेम #प्रेम_कविता #मुक्कत #प्रेमी
पद्मवैखरी
तुझीच साद... नको ति साद आता मनाशी मनाचे वाद आता कफल्लक ठरलो प्रेमात मी कशाला हवी ति साद आता नको सोसने हे गंध प्रितिचे चोरटे इशारे मदहोश नजरेचे नको माझे नाव तुझ्या ओठावर आता झालो मि हसण्याचा फक्त विषय आता सज्जनाच्या मैफिलित बदनाम मि झालो गुन्हा तुझा असूनही गुन्हेगार मि झालो प्रेमाच्या बाजारात माझा लीलाव आता क्षुल्लक असूनही मिळेना खरीदार आता सुके अश्रु साठवत गेलो तुझ्यासाठी मनाला अजूनही सावरित मि होतो प्रेम बिम हे फक्त दाखले झाले आता प्रेमात बादशहा फकीर झालो मि आता गंधाळलो होतो मीच,दोष तुझा नव्हता तू वळली तेव्हा श्वास माझा बाकी होता येऊन परत मग नको गाळूस आसवे आता घेतोय अखेर विरहित प्रेमाची झोप आता - पद्मवैखरी🌷 #प्रेम_कविता #विरहाचे_गाणे