Find the Best कोना Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutकोना ना प्यार है, कोना के समाचार, कोना का मतलब, कोना का अर्थ, किसानों का कोना,
BANDHETIYA OFFICIAL
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset सफर हमसफ़र है, खतम ही न होना, जान कहके कुछ इसमें भी कोना , और कोना हर कोने का रोना। ©BANDHETIYA OFFICIAL #SunSet #कोना
Prashant Shakun "कातिब"
दिल के किसी कोने में क्यूँ ढूंढती हो ख़ुद को तुम तुम तो मेरे पूरे दिल की मल्लिका हो। तुम्हारी साँसों से मिलकर ही तो ये साँसे चलती हैं तुम्हारी आँखों से ही तो इस संसार की खूबसूरती देख पाता हूँ मैं। अपनी गोद में लिटाकर जब तुम मेरे बालों में उंगलियां फेरती हो अनंत सुकून के सागर में खुद को पाता हूँ मैं। तुम्हारा मेरी ज़िंदगी में होना ही तो मेरे अहसासों को ज़िंदा रखे है। दिल के किसी कोने में क्यूँ ढूंढती हो तुम खुद को तुम तो मेरे पूरे दिल की मल्लिका हो। ©Prashant Shakun "कातिब" #दिल❤ #कोना #प्रशांत_शकुन_कातिब
दिल❤ #कोना #प्रशांत_शकुन_कातिब
read moreAbshar
एक कोना मेरे दिल का जो छुपा है किसी कोने में किसी की यादों को समेटे बैठा है किसी कोने में वह दर्द है या खुशियां बतलाता नहीं कोने में मैं पूछूं उससे दर्द उसके कभी बोलता नहीं कौन है वह मन की खुशियों का शोर दिखाता नहीं कोने में वह जो सूखा आबशार है जो बहता है दरारों के कोने में एक कोना मेरे दिल का जो रहता है आबशार के किसी कोने में शशांक आबशार..... ©Abshar #कोना
kavyawala doctor
बड़े प्यार से लिखी है सुनिएगा ज़रूर🙏🙏 #कोना #Hindi #Poetry #mythical_pen Rajinder Singh Gill Manak desai Ruchika mansi sahu Antima Jain Neha Pant Nupur Priya Gour poet Vinod Rajpurohit Reena Sharma "मंजुलाहृदय" Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" Isha sharma Internet Jockey Spykee!!!! Yatin (Calmyaab) Satyaprem Upadhyay Dead Man Walking Sanju Singh roli yadav Ambika Jha Writer Geeta Sharma Praveen Jain "पल्लव" khubsurat Sudha Tripathi रश्मि सचिन पाठक Pramod Kumar Ibrat Anshu writer Lovely Spreet S
read moreभगवान ukpedia
वकालत शानदार किये वो खुद के ही शहर में होने की, कोना-कोना पर उनींदा रहा फुर्सत जो न थी सोने की. पाकर नाउम्मीदी निकली, उम्मीद बेसुमार थी जिसे पाने की, खूँ के निशान वर्षों पड़े रहे हथेली पे, जुर्म ही किये इतने फुर्सत न मिली धोने क़ी #जुर्म
Satendra Sharma
🌹शिक्षक दिवस पर समस्त शिष्यों की ओर से सभी गुरुजनों की महत्ता में समर्पित कुछ पंक्तियाँ..... माँँ ने उँगली पकड़कर आँगन में दौड़़ाया, पिता ने दुनिया की राह पर चलना सिखाया, जग में सर्वोपरि स्थान गुरुवर आपको, मुझे जीवन-सार देकर एक व्यक्ति बनाया । कागज के पन्ने पर अंकित जड़ आकृति था, चित्रकार की रंगहीन भ्रमित कलाकृति था, वन्दन बारम्बार गुरुवर आपको, मुझे चेतन कर, रंग भर एक सुन्दर प्रस्तुति बनाया । मस्तिष्क का कोना-कोना ज्ञान से रिक्त था, हृदय का कतरा-कतरा भाव से रहित था, नमन कोटि-कोटि गुरुवर आपको, मुझे ज्ञान-भाव से युक्त कर सार्थक उत्पत्ति बनाया । सद्भभाव, सद्कार्य, सदाशयता सदाचार, सभी मानवीय गुणों से मुझे परिपूर्ण किया, बलिहारी जाऊँ गुरुवर आप पर, अपने शिष्य को एक विभूति बनाया । ...... सतेन्द्र शर्मा 'तरंग'
राघव रमण
Kashmir आब तु चुप रह बहुत भुकेलैं सुन लेलीयौ सबटा ध्यान सं अखनो सम्हरि जो रे वौआ उखाड़ि फेकवौ पाकिस्तान सं।। तु की बुझले सब मोहन अछि जें बसी बजा सुनेतौं रे आब देखहीं शंखनाद पर कोना कोना नचेतौ रे।। अपन घर मे बिल्ला पोसलैं बिसरी गेलैं हम छी शेर कटबौं त ल लेबौ जिनगी मुदा गर्जने सं तु भेलैं ढ़ेर।। ई नहि बुझिहैं जे आब भ गेलौं अखन त बस शुरुआते छौ जल्दीये पोक सेहो ल लेबौ बलुचिस्तान त खासे छौ।। सोच सोच आब की हेतौ बाप सं गद्दारी केर बाद छलैं इतिहास मे तु पहिले फेर हेबै इतिहासे पास।।
Viswa Sachan
जलकर राख हो जाता है जंगल का कोना कोना। और लोग हैं कि चिंगारी को छोटा कह देते हैं। ✍️"Viswa Sachan"✍️ Kumãr Vikãsh⏺ Rakesh Kumar Himanshu Ankit Singh
Kumãr Vikãsh⏺ Rakesh Kumar Himanshu Ankit Singh
read moreNarendra Kumar
#OpenPoetry यादें यादों से भरी बचपन की गलियाँ याद मुझे जब आती हैं खुशबू से भरी फूलों की कलियाँ याद मुझे जब आती हैं मेरे गाँव की मिट्टी की सुगंध कोना कोना महकाती है दादी नानी की कहानी भी अब इतना मुझे सताती है जब माँ की उस मीठी लोरी की आवाज सुनाई देती है नदियों के जल की कलकल एक राग दिखाई देती है चिड़ियों के कलरव की मधुरिम आवाज सुनाई देती है बचपन के इन सब किस्सों की याद मुझे जब आती है मेरे उस बचपन की सारी यादें ताजा हो जाती है ।।नरेन्द्र कुमार।। Divya Joshi Eklavya Jain Esha Joshi Harishita Singh Shikha Thakur
Divya Joshi Eklavya Jain Esha Joshi Harishita Singh Shikha Thakur
read moreNarendra Kumar
#OpenPoetry यादें यादों से भरी बचपन की गलियाँ याद मुझे जब आती हैं खुशबू से भरी फूलों की कलियाँ याद मुझे जब आती हैं मेरे गाँव की मिट्टी की सुगंध कोना कोना महकाती है दादी नानी की कहानी भी अब इतना मुझे सताती है जब माँ की उस मीठी लोरी की आवाज सुनाई देती है नदियों के जल की कलकल एक राग दिखाई देती है चिड़ियों के कलरव की मधुरिम आवाज सुनाई देती है बचपन के इन सब किस्सों की याद मुझे जब आती है मेरे उस बचपन की सारी यादें ताजा हो जाती है ।।नरेन्द्र कुमार।। Divya Joshi Eklavya Jain Esha Joshi Harishita Singh Shikha Thakur
Divya Joshi Eklavya Jain Esha Joshi Harishita Singh Shikha Thakur
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