Find the Best क्रांति Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about१९४९ की चीनी क्रांति के कारण, क्रांतिक कोण क्या है, क्या है हरित क्रांति, रक्तहीन क्रांति क्या है, हरित क्रांति क्या है,
अदनासा-
#आज़ादी #स्वतंत्रता #सूचना #सूचना #क्रांति #लोकतंत्र #विचार #देश #Instagram #अदनासा
read moreUmesh Pratap Singh
11 सितम्बर 1857 का दिन था जब #बिठूर में एक पेड़ से बंधी तेरह वर्ष की लड़की को ब्रिटिश सेना ने जिंदा ही आग के हवाले किया, धूँ धूँ कर जलती वो लड़की उफ़ तक न बोली और जिंदा लाश की तरह जलती हुई राख में तब्दील हो गई| ये लड़की थी #नाना_साहब_पेशवा की दत्तक पुत्री जिसका नाम था #मैना_कुमारी जिसे 160 वर्ष पूर्व आउटरम नामक ब्रिटिश अधिकारी ने जिंदा जला दिया था| जिसने 1857 क्रांति के दौरान अपने पिता के साथ जाने से इसलिए मना कर दिया की कही उसकी सुरक्षा के चलते उसके पिता को देश सेवा में कोई समस्या न आये और बिठूर के महल में रहना उचित समझा| #नाना_साहब पर ब्रिटिश सरकार इनाम घोषित कर चुकी थी और जैसे ही उन्हें पता चला #नाना_साहब महल से बाहर है ब्रिटिश सरकार ने महल घेर लिया, जहाँ उन्हें कुछ सैनिको के साथ बस #मैना_कुमारी ही मिली| #मैना_कुमारी ब्रटिश सैनिको को देख कर महल के गुप्त स्थानों में जा छुपी, ये देख ब्रिटिश अफसर आउटरम ने महल को तोप से उड़ने का आदेश दिया और ऐसा कर वो वहां से चला गया पर अपने कुछ सिपाहियों को वही छोड़ गया| रात को #मैना को जब लगा की सब लोग जा चुके है और वो बहार निकली तो दो सिपाहियों ने उसे पकड़ लिया और फिर आउटरम के सामने पेश किया आउटरम ने पहले #मैना को एक पेड़ से बंधा फिर #मैना से #नाना_साहब के बारे में और #क्रांति की गुप्त जानकारी जाननी चाही पर उस से मुँह नही खोला| यहाँ तक की आउटरम ने #मैना_कुमारी को जिंदा जलाने की धमकी भी दी, पर उसने कहा की "वो एक क्रांतिकारी की बेटी है मृत्यु से नही डरती" ये देख आउटरम तिलमिला गया और उसने #मैना_कुमारी को जिंदा जलाने का आदेश दे दिया, इस पर भी #मैना_कुमारी बिना प्रतिरोध के आग में जल गई ताकि क्रांति की मशाल कभी न बुझे| "बिना खड्ग बिना ढाल" वाली गैंग या धूर्त वामपंथी लेखक चाहे जो लिखें, पर हमारी स्वतंत्रता इन जैसे असँख्य #क्रांतिवीर और #वीरांगनाओं के बलिदानों का ही प्रतिफल है और इनकी गाथाएँ आगे की पीढ़ी तक पहुँचनी चाहिए| इन्हें हर कृतज्ञ भारतीय का नमन पहुँचना चाहिये| आज उसी वीरांगना के नाम पर *कानपुर नगर* से , पेशवाओं की नगरी *बिठूर* तक जाने वाले मार्ग को "मैनावती मार्ग" कहते हैं। शत शत नमन है इस महान बाल वीरांगना को ।| 🙏🙏 ©Umesh Pratap Singh #JodhaAkbar
अदनासा-
हाथों से दूर रख़कर क़लम जाने वो कौन मौन बैठा है चल उठ और उठाले क़लम मात्र क्रांति लिख भ्रांति नही ©अदनासा- #क़लम #हिंदी #पत्रकार #साहित्य #क्रांति #Journalist #Instagram #Facebook #Pinterest #अदनासा
Dr. Satyendra Sharma #कलमसत्यकी
कलमसत्यकी जय हो जय हो ©Satyendra Satya #क्रांति लेख #कलमसत्यकी ✍️©️
#क्रांति लेख #कलमसत्यकी ✍️©️
read moreAnamika Nautiyal
कुछ दबे अरमानों की सुगबुगाहट अस्तव्यस्त कर देती है जीवन शैली भीतर से विद्रोह का गुबार फूटने लगता है और फिर कुछ समय बाद ख़ुद ही ठंडा हो जाता है यह जानकर कि यह क्रांति सफ़ल नहीं होगी हाँ क्योंकि क्रांतियों का भी वक़्त होता है Random😇😇 #अनाम #अनाम_ख़्याल #रात्रिख़्याल #क्रांति #latenightthoughtbazaar #time
Random😇😇 #अनाम #अनाम_ख़्याल #रात्रिख़्याल #क्रांति #latenightthoughtbazaar #Time
read moreDeath_Lover
क्रान्ति एक ऐसा विचार है जो एक दिन जन्म लेकर ही रहता है। जिसको एक निश्चित समय और एक चिंगारी की आवयश्कता होती है। 💐सभी को ८५ वर्ष की आज़ादी के बाद भी एक नई ग़ुलामी की हार्दिक शुभकामनाएं💐 🇮🇳जय हिंद🇮🇳 (मेरे राम) ©Himanshu Tomar #मेरे_राम #जय_हिंद #आज़ादी #ग़ुलामी #राष्ट्रहित #मेरा_राष्ट्र #क्रांति #विचार #Today_Thought
shraddha.meera
आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी,🙏 मैं एक तुच्छ लेखिका श्रद्धा 'मीरा ' आपसे सविनय निवेदन करती हूं , कि आप सामाजिक नियमों में कुछ बदलाव करें कि हम लड़कियों की पहचान हमारे पिता या पति के नाम से नही अपितु हमारी माता के नाम से हो हमारी भी अपनी पहचान हो , हम लड़कियां आजीवन अपनी मां के ही नाम से जानी जाए , ये सरनेम की दुविधा का अंत कर दीजिए महोदय हाथ जोड़कर विनती है आपसे आप राजा हैं हमारे हमारी पुकार भी सुन लीजिए , आपसे विनती है कि हमारे सभी दस्तावेजों में हमारी मां का नाम हो हम सभी लड़कियों की मां का नाम ही आजीवन हमारा सरनेम रहे। क्या कहूं मैं इस समाज की संकीर्ण मानसिकता को , हर वक्त बस एक बात जो बार बार मन को तोड़ती है क्यों छीन ली जाती है हम लड़कियों से शादी के बाद हमारी पहचान? क्यों हमारा सरनेम बदल दिया जाता है ? हमारी इच्छा हो या न हो फिर भी हमारी पहचान को पति का नाम दे दिया जाता है , इस स्वतंत्र भारत में सबको अपनी इच्छा से जीने का अधिकार है तो फिर हमें ये अधिकार क्यों नही ? कभी किसी भी पुरुष से तो नही पूछा जाता उसकी पत्नी का नाम ! क्यों सवाल नही किया जाता किसी पुरुष से कि उसकी पत्नी कौन है ? किसी पुरुष की पहचान उसकी पत्नी से तो नही नही होती तो फिर लड़कियों से सवाल क्यों ,, बीस या पच्चीस सालों तक लड़की अपने पिता से मिला हुआ सरनेम अपने नाम के आगे लिखती है फिर अचानक से क्यों बदल जाता है सब ? समान अधिकार की बड़ी बड़ी बातें करने वाले इस भारत देश के लोग आज भी पीछे ही हैं कहते हुए दुःख होता है , छोटे मुंह बड़ी बात कहने ही हिम्मत की है मैने आज मेरे द्वारा की गई इस मां और बेटी के अधिकार की बात पर विचार अवश्य करिए महोदय आज तक आपने जनहित में कई महान काम किए हैं , अब स्त्रियों के हित और अधिकार मान सम्मान पर भी अपनी दया दृष्टि पड़ जाए तो आपकी अति कृपा होगी 🙏 श्रद्धा 'मीरा' ✍️ © shraddha.meera #खत #क्रांति #बदलाव_की_शुरूआत_खुद_से
#खत #क्रांति #बदलाव_की_शुरूआत_खुद_से
read moreDharmendra Gopatwar
📖 क्रांति की मशाल..✍️ __सुलगते हुए अंगारो से जल उठी इक चिंगारी हैं ...... इस चिंगारी से जल उठी आग की ललकार है घनघोर अंधेरों मे जल उठी क्रांती की यह मशाल हैं____ देशप्रेम की भावना रग - रग मे बरसे लहू का एक बूँद वतन के लिये मिट्टी पर गिरने को आज तरसे स्वतंत्रता की इस संग्राम मे .... कलम से लानी क्रांती है ..| लहू का एक - एक बूंद कलम मे भरकर आज़ादी लानी पडे तो संकोच नहीं हमे करना है ..... भारतवर्ष का भविष्य हमे लिखना है | ___ आज़ाद हिंद का गीत गाते हुए सिंध से ब्रह्मपुत्रा काश्मीर से कन्याकुमारी तक क्रांती की मशाल जलाना है | हिंदी सिंधी गुजरात मराठा द्रविड बंगल बिहार पंजाब उडीसा कन्नड तमिल तेलुगू मलयाली कश्मीरी लद्दाख असम अरूण-अचल सिक्किम वतन के हैं हम नाम ..____ देश के अखंडता का है हम मिसाल |___ देश भर मे हर एक हाथ में अब क्रांती की मशाल हैं आज़ादी तक न हमे रुकना हैं ... आज़ाद हिंद का गीत गाते चलना है भारतवर्ष का भविष्य का सूनहरा सूरज कल उगना है ____ बस अब ना पीछे मुड़ना है आगे बड़ते रहना है , आज़ाद है हम आज़ादी पर ही अडना है | ___ बांध पाये हमे विश्व में ऐसी जंजीर नहीं हम बलवीर शूर पराक्रम कर्ण और अर्जुन के वंशज है... विजय ही हमने सीखा है आज़ादी की हाथो में रेखा है । लहू में हार का कण नहीं जीत का जिद्द और हाथ में मशाल लिए क्रांति हमको लानी है .___। 2x आज़ाद इतिहास हमारा है , आज़ाद भविष्य हमारा है । अजय विजय भारत जन्मभूमि मां भारतभूमि विश्वकल्याण कारी है। विश्व से प्रेम सदा सिखाती है । नमो जन्मभूमि नमो आर्यवर्ते: । जम्बूद्वीपे : । विजय - अजय स्वर्णिम - हरित भूमि पहचान तुम्हारा ।____ भारतवर्ष विश्व को सिखाता भाईचारा विश्वगुरु अखंड भारतवर्ष हमारा ।_____ 📖 कवी _ ध . वि . गोपतवार 🔖 ©Dharmendra Gopatwar #क्रांति की मशाल #15अगस्त