Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best रेल Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best रेल Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutरेलगाड़ियों की वीडियो, रेलगाड़ियों के समाचार, मेट्रो रेल के लाभ, रेलम का अर्थ, रेलमपेल का अर्थ,

  • 60 Followers
  • 315 Stories

बेजुबान शायर shivkumar

#where_is_my_train #Train #trainjourney लोह पथ गामिनी - #रेल : रेलयात्रा RHYTHMIC POEM ON #Trains JOURNEY #लहरों सी लहराती जाये सीटी बजाती धुआं उड़ाती जाये

read more

बेजुबान शायर shivkumar

#traintrack #Train #nojotohindi मेरी उन #छोटी छोटी बातों में मुझे यु #पराया सा क्यो करना ।

read more

Aditi Chouhan

#Problems

read more

Neetish Patel

ये तेरी बेरूखी मुझे डराती है
मै इन दूरियों से घबराता हूँ 
तू किसी रेल सी गुजरती है
मै किसी पुल सा थरथराता हूँ 

सफर मे मुश्किलें तो आती है
तेरी खातिर मै सबसे लड़ जाता हूँ 
तू किसी रेल सी गुजरती है
मै किसी पुल सा थरथराता हूँ  #मसान #रेल #पुल #थरथराहट #yqbaba #yqdidi #yqhindi

PS T

बदल रही है भारतीय रेल
काफी बदल भी चुकी है
साफ सुथरे स्टेशन प्लेटफार्म
साफ सुथरे कोच सीटें
टिकिट निकलना भी
दाएं हाथ का बन गया खेल
सुधार अनवरत जारी है
सुरक्षा की चिंता भी भारी है
फिर भी प्रोगेस के लिए
जनता आभारी है ! #indianrailways #train #रेल #pra #yqbaba #yqdidi #yqhindi

Drg

जीवन की पटरी पर तेज़ी से दौड़ती हुई वक़्त की रेल,
अक़्सर ठहरती है सब्र के स्टेशन पर, एक नया मोड़ लेने #जीवन #रेल  #सब्र  #मोड़ #yqdidi #yqbaba #drgwaqt

Aditya Kumar Bharti

#रेल रोको आंदोलन

read more
बहुत जिद्दी हो हमारी बात नहीं मान रहे हो, नहीं ठीक है तुम्हारे आसार
अभी हमारी ताकत से नहीं हो वाकिफ हमने ही बनाई है तुम्हारी सरकार
अड़ियल रवैया वाला बिल्कुल ग़लत है तुम्हारा विचार
जन समस्या के समाधान से करो थोड़ा सरोकार
नहीं तो छप जाएगा इन खबरों से एक नया अखबार
तुम्हारी कड़ी निंदा से भरा होगा हर समाचार
रेल रोकने से नहीं घटेगा तुम्हारा फलता फूलता व्यापार
आरक्षण केंद्र देने से नहीं बढे़गा अतिरिक्त भार
प्रशासन में कुशासन का कभी रहता नहीं है आधार
जनता सब जानती है मत करो अब और अत्याचार
भयंकर भूल में भी हो सकता है सुधार
नियत साफ़ हो तो फैसला लो बिना रुके असरदार
गांधी की तरह भूख हड़ताल करने को जनता है तैयार
मगर परिणाम पक्ष में न आया तो भगतसिंह फिर लेगा इस धरती पर अवतार
नरम दिल और दल को गरम दिल और दल बनने पर मत करो बेकरार
ध्यान दो समस्याओं की ख़त्म करो ये बढ़ती हुई कतार
रेल न चलाकर तुमने किया है लाखों को बेरोजगार
इसका जवाब कौन देगा बरखूरदार
तुम निरिह जनता का करते हो शिकार
और बनते हो जरुरत से ज्यादा होशियार
आम जनता के हिस्से प्रहार पर प्रहार
बड़े उद्योगपतियों को छूने के लिए सोचते हो सौ बार
यही तुम्हारी शासन व्यवस्था होती है बेकार
जनता के लिए, जनता के द्वारा, जनता का यही चोचला है मजेदार
जनता की तकलिफें बेसुमार
सुनोगे किस कान से तुम तो मूकबधिर हो यार
आक्रोश आंदोलन का ले रहा है आकार
हद तो तब हो गई है कि अब भी घोड़ा बेचकर सो रहे हो रेल प्रशासन के कर्णधार
रेल किराया बढ़ाकर तुमने किया है हम पर बहुत बड़ा आभार
करोना काल की जबरदस्त लूट है या बन गए हो डाकूओं के सरदार
किराया हो न्यायसंगत तो आपको सादर नमस्कार
नहीं तो पटरियों सहित स्टेशन भी हो जायेगा पार
हम रेल मंत्रालय नहीं मांगते हमें चाहिए बस हमारा उचित अधिकार
जीवन की इस यात्रा में रेल यात्रा की है दरकार
चिकित्सा, व्यापार, शिक्षा, नौकरी, रोजगार के खुले द्वार
सौ बात की एक बात यही है सबका सार
ट्रेन चलाइए सही से शुरू हो संचार
बहु प्रतीक्षित ग्रामीण जनता का सपना हो साकार
आपके सहयोग से इस क्षेत्र का विकास हो अपरम्पार

©Aditya Kumar Bharti #रेल रोको आंदोलन

Aditya Kumar Bharti

#रेल रोको आंदोलन

read more
रेल प्रशासन मूक बधिर बनें हमारी तक़लिफों को भला क्यों नहीं जानते हैं
सही सूना है अपने कानों से लातों के भूत बातों से नहीं मानते हैं

देखना महात्मा गांधी के भक्त कब भगतसिंह का साफा अपने सर बांधते हैं
सुन लो कान खोलकर विनम्रता को नपुंसकता से कभी भी नहीं आंकते हैं

रेल सुविधाओं को जनता से विमुख होकर भी कहां ऐसे चुनकर छांटते हैं
देश विरोधी निर्णय के खिलाफ अब हम आंदोलन का चर्चा बांटते हैं

समस्या को समस्या नहीं मानते हैं और अपना अड़ियल चौड़ा सीना तानते हैं
देखना ध्वस्त होगा तुम्हारा अव्यस्थित कुशासन हम लहू में अपनी क्रांति सानते हैं

अडिग,अचल,अटल, अकाट्य विचारों को इस महा अभियान में साधते हैं
देखना है ज़ोर कितना बाजुएं-रेल-प्रशासन में है हम यही ताकत नापते हैं

©Aditya Kumar Bharti #रेल रोको आंदोलन

Aditya Kumar Bharti

#रेल रोको आंदोलन

read more
संयम का टूटा है बांध अब आया है अंदर से दौर तूफानी
रेल प्रशासन बंद करो अपनी ये शातिर मनमानी

तुम ने जो अहित, अमंगलकारी, अकल्याणकारी करने की है ठानी
आरक्षण केंद्र हटाया, ट्रेनों ठहराव खत्म,हक छीना, सेवा से वंचित कर जनता पर की मेहरबानी

होश में आओ रेल प्रशासन कि ख़त्म हो गया है तुम्हारी आंखों का पानी
क्या तुम्हारी आंखें सूरदास हो गई है जो दिखती नहीं जनता अपार परेशानी

हमने भी गर ठाना है तो रेल प्रशासन को याद करा देंगे नानी
बहुत करते हो आंदोलनकारियों को आतंकित करने की हर हाल में निगरानी

सुना है अधिकार पाने के लिए देनी पड़ती है भगत सिंह सी कुर्बानी
जो देश के काम ना आ सके तो लानत है फिर मेरी ये जवानी

अपने इरादे साफ़ करो, सुविधा हो शुरू, नहीं रहे मन में कोई बेईमानी
सुन रहे हो रेल प्रशासन के कर्णधारों अब जनता की मुखर हुई है जुबानी

अगर तुम ने हमारी वाजिब मांगें समय से नहीं मानी
तो हिला के रख देंगे बिलासपुर से तुम्हारी राजधानी

रेलों पर चलती गाड़ियां रुक जायेंगी अभी इरादा नहीं है शैतानी
ज्ञापन, प्रतिवेदन, धरना, अभियान, आंदोलन और संग्राम लिखेगी आर पार की कहानी

आइये इस अभियान में अपना परिचय दें कि हम सब हैं इंसानी
और कोई हर नहीं सकता हमारी समस्या हमें ही करनी अपनी अगवानी

©Aditya Kumar Bharti #रेल रोको आंदोलन

Ahmad Raza

#रेल की सिटी

read more
रेल की सीटी मे कैसी हिज़्र की तम्हीद थी
उसको रुखसत कर के लौटा तो अंदाज़ह हुआ

(परवीन शाकिर)

©Ahmad Raza #रेल की सिटी
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile