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Best भाइयों Shayari, Status, Quotes, Stories

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Mukesh Poonia

#rakshabandhan #बहनो को #भाइयों का साथ #मुबारक़, भाइयों को बहना का #प्यार मुबारक, रहे ये सुख हमेशा आपकी #जिंदगी में, सबको राखी का ये #पवन पर्व मुबारक़

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हेयर स्टाइल by mv

#भाइयों ने किया डांस#

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हेयर स्टाइल by mv

#भाइयों के साथ खड़ी#

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हेयर स्टाइल by mv

#भाइयों ने किया डांस#

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Shweta Gupta

बेटा, अब जब भी मंच पर जाओ तो भाइयों न बोलना।
कुछ नया सोचो! 
#Collab #YQMT128  #Modi in the #HouseofMemes. #भाइयों #नईसोच
 #YourQuoteAndMine
Collaborating with  YQ Memes

सरकार सचिन सरकार निषाद

kishan mahant

#भाइयों वाला प्यार

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हम तीन भाई 
हम तीन भाई है पर आपस में हम तीनों 
कि बनती नहीं लोग बोलते है ये तीनों भाई 
कभी एक साथ नहीं रह सकते हमेशा लड़ते रहते है फिर एक आंटी ने कहा हा वो लड़ते रहते है पर उनकी झगड़े में प्यार है तभी तो वो लड़ते है और एक बात मैंने देखा है कि किसी को कुछ भी होता है तो तीनों भाई एक साथ हो जाते है और एक दूसरे कि मदद के लिए कभी हिचकिचते नहीं है एक साथ खड़े होते है कितनी भी मुश्किल कियो ना आजाए साथ नहीं छोड़ते ये है भाईयो वाला प्यार #भाइयों वाला प्यार

Nilam Jat

#दो राहो की जिंदगी मेरी.... That emotions of girl after her marriage.... beautiful poem...🙂

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#OpenPoetry   "दो राहों की जिंदगी मेरी"

दो राहों की ज़िंदगी मैं खुशियां तोल रही हूँ मैं,
नई राह,नई जिंदगी में खुदको ढालना सीख रही हूँ मैं।
नहीँ रह सकती जिन अपनों के बीना,
अब उनके बिना रहना सीख रही हूँ मैं।।
नई राह,नई जिदंगी..............................।1।

पछियों की तरह सपनों के खुले आसमान मैं उड़ा करती थी,
उन्हीं पँखों को विराम देना सीख रही हूँ मैं।
जिन भाइयों के बिना एक पल भी रहना मुश्किल है,
उन्हीं भाइयों से दुर रहकर जीना सीख रही हूँ मैं।।
नई राह, नई जिंदगी.............................।।2।।

जिन माँ-बाप की उंगली पकड़कर चलना सीखा,
जिन्होंने जीने का मतलब सिखाया।
आज उन्हीं के मान-सम्मान फक्र के लिए,
खुदको समझदार बनाना सीख रही हूँ मैं।।
नई राह, नई जिदंगी..............................।।3।।

जिस बहन के बिना एक पल भी जीना मुश्किल हैं,
आज उसी के बिना जीना सीख रही हूँ मैं।
नई राह, नई जिंदगी............................।।4।।

जिन दोस्तों के बिना एक पल भी जीना मुश्किल है,
आज उन्हीं के बिना जीना सीख रही हूँ मैं।।
नई राह, नई जिंदगी.........................।।5।।

जिन यादों में बसी है जन्नत मेरी,
आज उन्हीं यादो के सहारे खुश रहना सीख रही हुँ मैं।
कभी नही सोचा था दूर हो जाऊँगी इन सबसे,
परन्तु आज इस सच को अपनाना सीख रही हूँ मैं।।
नई राह,नई जिंदगी..........................।।6।। #दो राहो की जिंदगी मेरी....
                                     That emotions of girl after her marriage.... beautiful poem...🙂

Altaf Husain

अरे आइए, आइए, प्रमिला जी! बैठिए, हां तो बताइए, हम आपकी क्या सेवा करें? विवेक ने बड़ी सहजता से प्रमिला से पूछा... दोनों हाथों को जोड़कर प्रमिला ने विवेक से कहा, नहीं वकिल बाबू, शुक्रिया हम खड़े ही ठीक है। उंगलियों में पेन फसाकर हिलाते हुए विवेक बोले.... और भैया जी,बच्चे कैसे हैं? वे सब ठीक है वकील बाबू , आप से कुछ पूछना था। कुछ्छ्..... संपत्ति के बारे में, हिचकिचाते हुए प्रमिला बोली.... पेन को मेज पर रखकर विवेक बोला, पहले आप बैठिए! फिर पूछिए, कुर्सी को थोड़ा पीछे खींच कर प्रेमिला उस पर बैठ

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 अरे आइए, आइए, प्रमिला जी!  बैठिए, हां तो बताइए,
हम आपकी क्या सेवा करें? विवेक ने बड़ी सहजता से प्रमिला से पूछा...
दोनों हाथों को जोड़कर प्रमिला ने विवेक से कहा, नहीं वकिल बाबू, शुक्रिया हम खड़े ही ठीक है। 
उंगलियों में पेन फसाकर हिलाते हुए विवेक बोले.... और भैया जी,बच्चे कैसे हैं? 
वे सब ठीक है वकील बाबू , आप से कुछ पूछना था। कुछ्छ्.....  संपत्ति के बारे में, हिचकिचाते  हुए प्रमिला बोली....
पेन को मेज पर रखकर विवेक बोला, पहले आप बैठिए!  फिर पूछिए,
कुर्सी को थोड़ा पीछे खींच कर प्रेमिला  उस पर बैठ

Parul Sharma

सज गये है बाजार राखी के धागों से रेशमी,सुनहरी,रजतर्वण की रंगबिरंगी तरह तरह की कहीं झूमर सी लटके कहीं बंधनबार सी फबके, कहीं फूलों की चादर सी,कहीं बनाती दीवार रंगबिरंगी चमक उठे हैं तेवर देखो सभी दुकानों के। सज गये है बाजार राखी के धागों से कहीं सूरज चाँद बने,कहीं कुंदन मोती के हार जड़े कहीं कार साइकिल गाड़ी ,कहीं कार्टून तो कार्टूनों में बड़ी बड़ी हस्ती

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सज गये है बाजार राखी के धागों से 
   रेशमी,सुनहरी,रजतर्वण की रंगबिरंगी तरह तरह की
कहीं झूमर सी लटके कहीं बंधनबार सी फबके,
कहीं फूलों की चादर सी,कहीं बनाती दीवार रंगबिरंगी
चमक उठे हैं तेवर देखो सभी दुकानों के।
पूरा गीत caption में पढ़ें 
पारुल शर्मा सज गये है बाजार राखी के धागों से 
   रेशमी,सुनहरी,रजतर्वण की रंगबिरंगी तरह तरह की
कहीं झूमर सी लटके कहीं बंधनबार सी फबके,
कहीं फूलों की चादर सी,कहीं बनाती दीवार रंगबिरंगी
चमक उठे हैं तेवर देखो सभी दुकानों के।
                   सज गये है बाजार राखी के धागों से 
कहीं सूरज चाँद बने,कहीं कुंदन मोती के हार जड़े
कहीं कार साइकिल गाड़ी ,कहीं कार्टून तो कार्टूनों में बड़ी बड़ी हस्ती
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