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chanda Yadav
...समझदार स्त्री... अपने घर की बात दीवार के पार नहीं जाने देती; वह अपने आंखों की मोतियों को सबके सामने जाया नहीं करती,,,, वह अपने रिश्ते की डोर को विश्वास और प्रेम से मजबूत बनाए रखती है... क्योंकि वह बचपन से ही देखती आ रही है कि जैसे ही पतंग कटती है, कई बच्चे उसे लूटने के लिए दौड़ पड़ते हैं.... ©chanda Yadav #wordsofchanda#nojotohindi #sunkissed
chanda Yadav
सदियों से,,, अड़हुल की कलियां अपने मुख को घुंघट में छुपा कर रखा करती हैं,,, उन्हें भी इंतजार रहता है अपने ध्येय" धूप" के स्नेह और प्रेम का,,, दिन के ढलने पर वे विरह का भार वहन नहीं कर पाती,,,, अपने प्रियतम वियोग में वे शाखों से टूट कर बिखर जाती हैं,,,, तभी से दुल्हन की ब्याह के पश्चात प्रथम रात्रि में घुंघट करने की प्रथा चली आ रही है.. ©chanda Yadav #wordsofchanda
chanda Yadav
आहट तेरी आने का गजब ढाया ! मीठे जज्बातों का ताल्लुकात ना खुदा को भाया, उड़ने लगा था मन, निखरने लगा था तन भावनाओ में डूबने लगी थी मैं मिलन के ख्वाब बुनने लगी थी मैं, सजकर निकली थी मैं दुल्हन की तरह बरसने लगे नैना सावन की तरह, तिरंगे में लिपटे तेरे जनाजे को कभी भुला ना सकी सालों बाद उकेर दिया दर्द को कोरे पन्ने पर हमने क्या करूं दर्द इतना गहरा था कि आज तक छुपा न सकी, आहट तेरी आने का गज़ब ढाया मीठे जज्बातों का ताल्लुकात ना खुदा को भाया। । ©chanda Yadav #wordsofchanda#sadpoetry
chanda Yadav
# जिंदगी मेरी सजनी, मेरी उषा मेरी रजनी बनकर, हर कदम पर साथ दिया उसने मेरा जीवन संगिनी बनकर, मैं ठहरा नादान नासमझ उसकी भावनाओं को समझ ना पाया हर मोड़ हर कदम- कदम पर उसे ठुकराया, दर-दर की खायी ठोकरें मैंने उसी ने मुझे सहारा दिया मैं डूब रहा था अहंकार के भंवर में उसी ने मुझे हकीकत का किनारा दिया , जमीन आसमान एक किया मैंने लक्ष्मी को पाने में मैं अंधा नारी शक्ति को जान न पाया, लक्ष्मी मेरे साथ चलती रही और मैं उस अद्भुत शक्ति को पहचान न पाया, जिंदगी की तलाश में मैं लाखों कोसो तलक चला जिंदगी मेरे साथ थी, मेरी अर्धांगिनी बनकर।। ©chanda Yadav #wordsofchanda
chanda Yadav
// बेवफा // जीतकर बेवफा का खिताब, कैसे मुस्कुरा लेते हो तुम! शर्माता होगा अक्स भी तुम्हारा, अक्सर आईने में कैसे खुद से नजरे मिला लेते हो तुम, कितना बड़ा शहर है दिल में तुम्हारे कैसे इतने आशिकों को समा लेते हो तुम, परछाई भी कोसती होगीं तुमको धिक्कारता होगा रूह भी तुम्हारा, कैसे इतनी बेशर्मी से जमाने में चेहरा दिखा लेते हो तुम, अपने काले करतूतों को कैसे छुपा लेते हो तुम जीतकर बेवफा का खिताब, कैसे मुस्कुरा लेते हो तुम। । ©chanda Yadav #wordsofchanda#sadpoetry#nojotohindi
chanda Yadav
// काश याद होता तुम्हें // काश कुछ याद होता तुम्हें बारिश की वह पहली मुलाकात, प्यार की वो हसीन शुरुआत मैं बीमार ना पड़ू , मैं गिर ना पड़ू कैसे दौड़े चले आते थे तुम एहसास का अंजाना रिश्ता लेकर मेरा फरिश्ता बनकर, अजीब सी बेचैनी का दर्द हर वक्त उठाते थे तुम, काश याद होता तुम्हें वो सतरंगी शाम मारती थी हिलोरे जब भावनाएं दिल में तुम्हारे कैसे दौड़े चले आते थे तुम पास हमारे, काश मेरे संग बिताए लम्हे का कोई भी पल याद होता तुम्हें.... ©chanda Yadav #wordsofchanda#lovesadpoetry
chanda Yadav
// इश्क // मिलाया ना करो निगाह मुझसे मोम सा पिघल जाता हूं मैं, हुस्न के जलवे तुम फेंकते हो और फस जाता हूं मैं, गुनाह तुम करते हो और सजा पाता हूं मैं, दिल को संभालना मुश्किल हो जाता है लड़खड़ा जाता हूं मैं, प्रण लेता हूं रोजाना तुम्हें देखते ही पथ से भटक जाता हूं मैं यू कहो तो ,मौसम सा बदल जाता हूं मैं, गाया ना करो मोहब्बत के गाने भरी महफिल में फिसल जाता हूं मैं। ©chanda Yadav #wordsofchanda#nojotohindi#lovepoetry
chanda Yadav
थक सी गई है बहते -बहते! वो भी रूकना चाहती हैं गुम गई है वो गहराइयों में ख़ुद को ढूंढना चाहती हैं जुबा नहीं है लफ्ज़ नहीं है खामोशियों से दर्द को गढ़ना चाहती हैं वो लहरें भी कुछ कहना चाहती हैं। । ©chanda Yadav #seaside#wordsofchanda#hindinojotopoetry
chanda Yadav
आत्म संयम प्रतीक है - "जितेंद्रीय का चेतना का ध्यान का सज्जनता का बुद्धिमता का श्रेष्ठता का कुशाग्रता का निश्छलता का स्वाभिमान का लगन का " आत्म संयम नाशक है- "अपराध का दुष्कर्म का अहंकार का विवाद का अभिमान का छल का ईर्ष्या का" ©chanda Yadav #wordsofchanda#nojotohindipoetry
chanda Yadav
// दिल के अल्फाज // उतारना है कागज पर तुम्हें मसला है उतारू कैसे ... मोहब्बत ने रख दी दिल की दहलीज पर कदम, समस्या है अब हटाऊ कैसे... बिखर गई है शब्दों के जुल्फें समस्या है अब इन्हें सवारू कैसे.. इश्क का रंग अनेक मेरी कलम का रंग एक, मिल तो गए अब अल्फाज मुझे फिर भी मसला है तुम बिन उन्हें निखारू कैसे... उतारना है कागज पर तुम्हें मसला है उतारूं कैसे.. ©chanda Yadav #wordsofchanda#nojotohindi#lovepoetry