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Akhil Kael
I am a patriot by birth I am a patriot by choice.... what you gonna do about it huh?. ©Akhil Kael The patriot #Apocalypse
The patriot #Apocalypse
read moreSherlock Doyle
The Mayan prophecy about the world ending in 2012 wasn't a prediction. It was a warning about the actual apocalypse. And the apocalypse is now. #maya #prophecy #worldend #prediction #warning #apocalypse #wrong #misunderstanding
And the apocalypse is now. #maya #Prophecy #worldend #prediction #Warning #Apocalypse #Wrong #misunderstanding
read moreVaishnavi Pardakhe
गरीबी में मैंने जनाब, सब कुछ खो दिया, ये ग़रीबीने ना खाने दिया, ना ही जीने दिया। स्वाभिमान की बात कहाँ करूँ जनाब , जब हो साथ भूख। आज खाली पेट सोना ना पड़े, इसीमें है हमारा सुख। ❤️❤️Vaish-New❤️❤️ ©Vaishnavi Pardakhe #Apocalypse
rajiv srivastava
किसी तीसरे की क्या औकात कि कोई रिश्ता खत्म करा दे। रिश्ता तब खत्म होता है जब कोई अपना बेईमान होता है। ©rajiv srivastava #Apocalypse
प्रथमेश
थाम कर तुम्हारा हाथ हक़ से फलानी मैं दुनियां की खूबसूरत वादियों घूमना चाहता हूं. ©प्रथमेश #Apocalypse
Arun
मन विचलित होगा, बैचेन होगा पर तुझको संभलना होगा अगर तुझे चाहिए मंजिल तो खुद को बदलना होगा। राह -ए-मंजिल आसान नहीं होती भूख, प्यास, दर्द सब होगा पर तुझको चलना होगा अगर तुझे चाहिए मंजिल तो.............................। जुगनुओं से दोस्ती करनी होगी, खुद के साथ वक्त बिताना होगा कभी सूरज से पहले जागना होगा, कभी सूरज के बाद ढलना होगा अगर तुझे चाहिए मंजिल तो.…..…................................। बीच राह में मन घबराएगा हार जाने का डर सताएगा फिर तू किसके पास जायेगा तब खुद ही खुद को तुझे विश्वास दिलाना होगा फिर से एक बार आंखों को मंजिल का ख़्वाब दिखाना होगा अगर तुझे चाहिए मंजिल तो....................................। जब एक रोज़ मंजिल तुझसे रू-ब-रू होगी हर किसी को तुझसे मिलने की जुस्तजू होगी जब अपनी माशूका से मिलने जाए तो याद रखना घर पर इंतजार करने वाली मां भी होगी।।। ©Arun #Apocalypse
Manisha patel journey of realization
गर्दिशों में मेरे सितारे थे फिर भी मुस्कुरा कर जिता गया। अपने पराएँ कि बात ना करो अब सब के दिए गम भी पीता गया। जख्म गहरे थे मेरे जिदंगी के दर्द-ए-ला-दवा रास आ ना सकी मुझे , मैं खुद ही खुद के जख्मों को सुईं बन सिता गया। अब कोई मुझसे पूछेगा जिदंगी का अफसाना तो कह दूगा ख्वाब बहुत थे मेरी आँखों में, जिदंगी कुछ ओर नहीं एक जहर का जाम है जिसे मैं मिठा जाम समझ कर पीता गया। ©Manisha patel journey of realization #Apocalypse
Dimple Kumar
यूं तो मैं बहुत कम बोलता हूं अक्सर l अपनों के ताने सुन लेता हूं हंसकर ll मगर इसका ये मतलब हरगिज़ नही, मेरे सीने में दिल की जगह रखा है पत्थर l ज़माने के दस्तूर कुछ ऐसे है कि, दिल में, चाहे कितने द्वेष हो, हाथ मिलाओ हंसकर l मुंह में ज़बान है तो जरूरी नही बोलना ही है, कभी कभी सुना करो दूसरों की चुप रहकर l ये सज़ा है घर में ज्यादा समझदार होने की, सब तुम्हीं से कहते है, कोई नही बेटा सहनकर ll _____________ March 2024 ©Dimple Kumar #Apocalypse
Manisha patel journey of realization
सब लोग दिखाने के लिए अच्छा बनाने की कोशिश करेंगे तुम बुरा बनना पर दिखावे कि जिंदगी मत चुनना। ©Manisha patel journey of realization #Apocalypse