Find the Latest Status about दहेक नदियां from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दहेक नदियां.
Mamta Singh
तुम, इतने करीब हो मेरे फिर भी तुम्हें, अपने शब्दों में ही ढूंढती हूं। तुम नसीब हो मेरा फिर भी तुम्हारी, तस्वीरों में हीं रंग भरती हूं। तुम जब चाहो , अपने दिल की बातें साझा मुझसे कर लेते हो। भर के बाहों में मुझको , अधरो को चूम लेते हो। पर मैं तो, सागर में आकर भी नदियां हीं रह जाती हूं। तुमको लगता , तुमने पाया है मुझको। पर कैसे कहूं!! तुमसे ओ जानां, मन से खुद को रीता-रीता हीं पाती हूं.. ©Mamta Singh मैं नदियां फिर भी मैं प्यासी ..
Archana Tiwari Tanuja
जलन :- ********** धधकती है आग नफ़रत की! होती है जलन। नफ़रतों के बीच होता न भाई चारे का मिलन। मजहबी बातों की दीवार बना कर सब बैठे हैं, इंसानियत भी घुटती रही होती है कैसी चुभन? चहुं दिश क्रूर भ्रष्टाचार ने है अपने पांव पसारे, इक दूजे पे करते हैं दोषारोपण ये कैसा अमन? चाहता है ये दिल इक ज़मीं-आसमां का साया, अमन-ओ-चैन भरा हुआ खूबसूरत इक चमन। क्यों सहें? कब तक सहे पक्षपात की मार हम? बहुत किया सबर हमने अब न होता है ये सहन। जब एक है धरती!एक हैं नदियां पर्वत सारे ही, लहराता हमारा गौरव चिन्ह तिरंगा नील गगन। सब में ही होता है एक ही प्राणवायु का संचार, भेद न करती जाति धर्म का! संजीवनी पवन। भारत भूमि की है हम सब संतानें हैं गर्व हमें, हृदय की गहराई से करते कोटि-कोटि नमन। तनुजा प्यार से सवारों इसे ये है वतन अपना, बुझा दो ईर्ष्या-द्वेष की लगी है भीषण अगन। अर्चना तिवारी तनुजा ©Archana Tiwari Tanuja #IndiaLoveNojoto #Nojoto #NojotoHindi #jalan #hindiwriters #MyThoughts #viarl #kavita #NojotoFilms 15/07/2023 जलन :🔥🔥-🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 ********
gaTTubaba
नदियां को घमंड बड़ा की वो समंदर से मिल जाएगी कुर्बान तो दरिया हो गयी मोहब्बत की खातिर.. ©gaTTubaba नदियां को घमंड बड़ा की वो समंदर से मिल जाएगी कुर्बान तो दरिया हो गयी मोहब्बत की खातिर..
Utkrisht Kalakaari
kaabil78 -the poetic world
Umesh Bairagi
Smita Sapre
नदियां और पत्थर यानि मन के दो भाव कभी स्थिर कभी चंचल जैसे जीवन की चल रही हो नाव ©Smita Sapre नदियां और पत्थर
Deepti Garg
दिल के अंदर क्यों इतना शोर है? हां मुझे उस शोर की तलाश है। क्यों इतनी बेचैनियां, क्यों इतनी घबराहट,इस दिल में, लहरों की तरह मचलती है, हां...मुझे उस लहर की तलाश है। क्यों नहीं सुनती इन लहरों का संगीत.... जो साहिल से टकरा टकरा कर गुनगुनाती है, हां.. मुझे उस संगीत की तलाश है, जब समुंद्र के गर्भ में जाकर देखेंगे तो वो कितनी शांत है, सारे जीवो का पोषण करती है, अपने शांत भाव में रहती है। हां ....मुझे उस शांति की तलाश है। ©Deepti Garg समुंद्र या नदियां सब जीवन का पोषण करके शांत भाव में रहती है, ना कभी चिल्लाती ना चीखती, अपने लहरों के साथ मस्त गुनगुनाती है, करती है तो अठखे