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sameer
THANARAM PRAJAPAT
विनम्र रहिये ! .... मकसद तो जीने का नही है । फिर भी सांचे चल रही है शान्त रहिए ... अमीरी और फकिरी में क्या अन्तर है... दोनो के रगो में रंग और रक्त लाल ही है ©Jashalmer Rajasthan Iandia लोगो को अपनी और आकर्षित करना
ARVIND KUMAR KASHYAP
Anil Ray
समस्त पहचान का अस्थायी अस्तित्व नाम-रूप तक भी माता-पिता द्वारा पाया.. क्या था मुझमें मेरा कुछ भी नही यार तुझसे मिलन में मेरा 'मैं' भी जैसे खो गया.. पूछना खुदा से मेरी 'तड़फ' को तुम क्यों कोई मुझसे मिलकर भी जुदा हो गया.. बनाकर परी पर कतरे गये बंदिशों में चारों ओर दीवारों से मर्यादा महल हो गया.. पाक इबादत इश्क़ में खुदा समझा था और देखो अब वो खुदा भी पत्थर हो गया.. अनिल अनल जलाती है मेरी रूह तक क्यों जिस्म -टुकड़ों का समाज भिन्न हो गया.? ©Anil Ray विचारार्थ लेखन.................✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻 विवाह एक नापाक गठबंधन है चाहे इसे जो नाम दे कोई ? इसका जन्म नेकनीयत की भावना से नहीं बल्कि सुरक्ष
GRHC~TECH~TRICKS
पुरुषार्थ और नारी शक्ति ***************************** इनको समझना सीखिएं हे नारी शक्ति। एक चुंबकीय शक्ति के बारे में सुना है आपको। इसी प्रकार अध्यात्म में कहा गया है यह एक गुण भी है । की नारी शक्ति में भी अनेक प्रकार के , पुरुषार्थ के चुम्बकीय शक्ति गुण भी होते हैं। जिसके बारे में खुद नारी को भी महसूस नहीं होता । इनके बारे में अर्थात नारी शक्ति भी सही प्रकार से, आज तक पुरुषार्थ को सही से खोज ही नहीं पायी है। इस पृथ्वी पर ये क्या होता है ?................. और संसार में नारी शक्ति इन्हीं को केवल ही केवल एक पुरुषार्थ को एकमात्र ऐसा मानती है । ये कोई एक प्रकार शरीर का बल ही होगा। इस प्रकार समझकर ही एक खुद समस्त पृथ्वी की। नारी शक्ति अपने पवित्र गुणों से भी दुर जा रही है। हे नारी शक्ति ऐसा होता तो खुद भगवान भी, आदर भाव इसको ग्रहण नहीं करते हे नारी शक्ति। पुरुषार्थ को ही हृदय में स्थित भगवान भी एक रति प्रतिदिन आदर भाव से इसे ग्रहण करते हैं। और इसी को इन्सान अज्ञान होने से नारी शक्ति पर , आकर्षित होकर पुरुषार्थ नष्ट करता रहता है निरंतर। दोनों के स्वरूप में से लेने वाला एक ही है - एक नष्ट करवाने का प्रतीक माना जाता हैं। और दुसरे में भाव से खुद ग्रहण करने का प्रतीक हैं । इसमें एक पुरूषार्थ को एक वृद्धि प्रतीक माना जाता है। ©GRHC~TECH~TRICKS #grhctechtricks #New #Trending #viral #rush पुरुषार्थ और नारी शक्ति *****************************
Amit Tiwari