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Ak.writer_2.0
Vikas Anand
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :- बिना घर के भी हम डटकर खड़े हैं कहें किससे कि अब मर कर खड़े हैं ।।१ हमारे सामने गिरधर खड़े हैं । सकल संसार के रहबर खड़े हैं ।।२ करें कैसे तुम्हारा मान अब हम । पलटकर देखिए झुककर खड़े हैं ।३ डरूँ क्यूँ आँधियों को देखकर मैं । अभी पीछे मेरे गुरुवर खड़े हैं ।।४ मसीहा जो बताते थे खुदी को । वही अब देख बुत बनकर खड़े हैं ।।५ अभी तुम बात मत करना कोई भी । हमारे साथ सब सहचर खड़े हैं ।।६ मिली है योग्यता से नौकरी यह । तभी तो सामने तन कर खड़े हैं ।।७ पकड़ लो हाथ तुम अब तो किसी का । तुम्हारे योग्य इतने वर खड़े हैं ।।८ निभाओ तो प्रखर वादा कभी अब । अभी तक देखिए छत पर खड़े हैं ।। २६/०३/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- बिना घर के भी हम डटकर खड़े हैं कहें किससे कि अब मर कर खड़े हैं ।।१ हमारे सामने गिरधर खड़े हैं ।
shailesh chaudhari
Gile bhi❣️ hai tujhse Sikayat bhi hazar❣️ hai Fir bhi❣️ jane kyo Mujhe tujhse hi ❣️pyar hai Seene se❣️ lagakar tumse bas Itna hi kahana❣️ hai Mujhe❣️ zindgi bhar aapke hi Sath rahana❣️ hai Ek bat ❣️hai dil me Aaj hum tumhe❣️ batate hai Hum ❣️tumse kuch nai chahate Bas tume chahate ❣️hai ©shailesh chaudhari #गिले भी हैं ❣️तुझसे, शिकायतें भी हजार हैं..! फिर भी❣️ जाने क्यों, मुझे तुझसे ही प्यार है.!❣️ सीने से ❣️लगाकर तुमसे बस इतना❣️ ही कहना है, म
Praveen Jain "पल्लव"
Red sands and spectacular sandstone rock formations पल्लव की डायरी खलल सियासतों का मचा लूट का ही पैगाम है हित आवाम का चकनाचूर हुआ व्यवस्था का बंटाहार है अरबो का पार्टियों का फंड जुड़ा एजेंसियों के बल पर घायल हिंदुस्तान है महँगाई और कर्ज देश पर बढ़ता गया मगर राजनीतिक दल माला माल है ये चुनावी फंड किस करवट बैठेगा इसकी आड़ में पनपता अपराध और भ्र्ष्टाचार है पेंशन रोजगार सबसिडी देने में होते नाकाम मगर पार्टियो का फंड जिंदाबाद है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Sands हित आवाम का चकनाचूर हुआ,पार्टियो के फंड जिंदाबाद है #nojotohindi
मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
मुंह पर रख फरेबी किरदार, खुद को हमारा हितैषी बताते हैं, दिखावे के लिए मिलाते हैं हांथ, असलियत में गला दबाते हैं.. ©मुखौटा A HIDDEN FEELINGS मुंह पर रख फरेबी किरदार, खुद को हमारा हितैषी बताते हैं, दिखावे के लिए मिलाते हैं हांथ, असलियत में गला दबाते हैं..
Ak.writer_2.0
गलतियां महसूस करते हैं... वो मगर झुकते नहीं हैं... पीछे मुड़ कर जरूर देखते हैं... मगर रुकते नहीं हैं... ज़िक्र करते हैं मेरा सबसे... पर मुझसे बात नही करते... तस्वीरों में देखते हैं... पर अब मुलाकात नही करते... मुझ खोने का अफ़सोस है... पर किसी को दिखाते नहीं हैं... जरूरी आज भी हूं मैं... पर मुझे बताते नहीं हैं... ©Ak.writer_2.0 गलतियां महसूस करते हैं वो मगर झुकते नहीं हैं.. पीछे मुड़ कर जरूर देखते हैं मगर रुकते नहीं हैं.. ज़िक्र करते हैं मेरा सबसे पर मुझसे बात नही
N S Yadav GoldMine
इस मंदिर को कई लोग रामायण काल के समय का बताते हैं इस मंदिर के इतिहास के बारे में जानिए !! 📯📯 {Bolo Ji Radhey Radhey} सांवेर के उलटे हनुमानजी :- 🏯 भारत की धार्मिक नगरी उज्जैन से केवल 30 किमी दूर स्थित है यह धार्मिक स्थान जहाँ भगवान हनुमान जी की उल्टे रूप में पूजा की जाती है। यह मंदिर साँवरे नामक स्थान पर स्थापित है इस मंदिर को कई लोग रामायण काल के समय का बताते हैं। मंदिर में भगवान हनुमान की उलटे मुख वाली सिंदूर से सजी मूर्ति विराजमान है। 🏯 सांवेर का हनुमान मंदिर हनुमान भक्तों का महत्वपूर्ण स्थान है यहाँ आकर भक्त भगवान के अटूट भक्ति में लीन होकर सभी चिंताओं से मुक्त हो जाते हैं। यह स्थान ऐसे भक्त का रूप है जो भक्त से भक्ति योग्य हो गया। इस मंदिर की खासियत यह है कि इसमें हनुमानजी की उलटी मूर्ति स्थापित है। और इसी वजह से यह मंदिर उलटे हनुमान के नाम से मालवा क्षेत्र में प्रसिद्ध है। 👈 पौराणिक कथा :- 🏯 यहाँ के लोग एक पौराणिक कथा का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जब कहा जाता है कि जब रामायण काल में भगवान श्री राम व रावण का युद्ध हो रहा था, तब अहिरावण ने एक चाल चली. उसने रूप बदल कर अपने को राम की सेना में शामिल कर लिया और जब रात्रि समय सभी लोग सो रहे थे,तब अहिरावण ने अपनी जादुई शक्ति से श्री राम एवं लक्ष्मण जी को मूर्छित कर उनका अपहरण कर लिया। वह उन्हें अपने साथ पाताल लोक में ले जाता है। जब वानर सेना को इस बात का पता चलता है तो चारों ओर हडकंप मच जाता है। सभी इस बात से विचलित हो जाते हैं। 🏯 इस पर हनुमान जी भगवान राम व लक्ष्मण जी की खोज में पाताल लोक पहुँच जाते हैं और वहां पर अहिरावण से युद्ध करके उसका वध कर देते हैं तथा श्री राम एवं लक्ष्मण जी के प्राँणों की रक्षा करते हैं। उन्हें पाताल से निकाल कर सुरक्षित बाहर ले आते हैं। 🏯 ऐसी मान्यता है कि यही वह स्थान है, जहाँ से हनुमानजी ने पाताल लोक जाने हेतु पृथ्वी में प्रवेश किया था। जहाँ से हनुमान जी पाताल लोक की और गए थे। उस समय हनुमान जी के पाँव आकाश की ओर तथा सर धरती की ओर था जिस कारण उनके उल्टे रूप की पूजा की जाती है। 🏯 साँवेर के उलटे हनुमान मंदिर में श्रीराम, सीता, लक्ष्मणजी, शिव-पार्वती की मूर्तियाँ हैं। मंगलवार को हनुमानजी को चौला भी चढ़ाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि तीन मंगलवार, पाँच मंगलवार यहाँ दर्शन करने से जीवन में आई कठिन से कठिन विपदा दूर हो जाती है। कहते हैं भक्ति में तर्क के बजाय आस्था का महत्व अधिक होता है। यहाँ प्रतिष्ठित मूर्ति अत्यन्त चमत्कारी मानी जाती है। यहाँ कई संतों की समाधियाँ हैं। सन् 1200 तक का इतिहास यहाँ मिलता है। 🏯 उलटे हनुमान मंदिर परिसर में पीपल, नीम, पारिजात, तुलसी, बरगद के पेड़ हैं। यहाँ वर्षों पुराने दो पारिजात के वृक्ष हैं। पुराणों के अनुसार पारिजात वृक्ष में हनुमानजी का भी वास रहता है। मंदिर के आसपास के वृक्षों पर तोतों के कई झुंड हैं। इस बारे में एक दंतकथा भी प्रचलित है। तोता ब्राह्मण का अवतार माना जाता है। हनुमानजी ने भी तुलसीदासजी के लिए तोते का रूप धारण कर उन्हें भी श्रीराम के दर्शन कराए थे। 🏯 नगर के साँवरे क्षेत्र में विश्व प्रसिद्ध पाताल विजय हनुमानन की उलटी प्रतिमा स्थापित है। यहां ऐसी हनुमानजी की दुर्लभ प्रतिमा है जो बहुत ही कम देखने को मिलती है। लोकप्रिय और पुरातन मंदिर होने के कारण हनुमानजी के प्रति श्रद्धा रखने वाले श्रद्धा रखने वाले लोग दूर-दूर से यहां आते हैं और रामभक्त हनुमानजी उनकी मनोकामना पूरी करते हैं। 👉 Rao Sahab N S Yadav... ©N S Yadav GoldMine #mahashivaratri इस मंदिर को कई लोग रामायण काल के समय का बताते हैं इस मंदिर के इतिहास के बारे में जानिए !! 📯📯 {Bolo Ji Radhey Radhey} सांवेर
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
विधा :-सायली छन्द // विषय :- पंछी पंछी जैसे वह उड़ जाते हैं लौट नहीं पाते । जब बन जाते हैं परदेशी बेटे उम्र ढ़ले आते । क्या खाया पहना सोया जागा सब वह कहाँ बताते । जो बनाया था देखो उसने घर कब रहने आते । पंछी जैसा जीवन है अब उनका सुबह शाम आते ।। ०२/०३/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR विधा :-सायली छन्द // विषय :- पंछी पंछी जैसे वह उड़ जाते हैं लौट नहीं पाते ।
BROKENBOY
पता चला है लाखो दिल तोड़े है तूने एक बार तुझसे लगाकर अपना दिल तोड़ लूंगा मैं तू चाह कर भी धोखा नहीं दे पाएगी तुझे अपनी परछाई की तरह खुदसे जोड़ लूंगा मैं सुना है बड़ी शातिर कातिल हो तुम सामने तो आओ तेरे दुप्पटे का कफन ओढ़ लूंगा मैं तेरे शहर के लोग जहर बताते है तेरे लबों को हद से गुजरा तो इनका कतरा कतरा निचोड़ लूंगा मैं । ©BROKENBOY #achievement पता चला है लाखो दिल तोड़े है तूने एक बार तुझसे लगाकर अपना दिल तोड़ लूंगा मैं तू चाह कर भी धोखा नहीं दे पाएगी तुझे अपनी परछाई क