Find the Latest Status about धड़ाम from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, धड़ाम.
सुसि ग़ाफ़िल
पेड़ की डाल पर बैठे पक्षियों की चुगलियों के बीच फंसा एक पत्ता हवा के झोंके से धड़ाम से नीचे गिरा कांपते हुए और धरती की नाभि पर शोक में बैठ गया |— % & पेड़ की डाल पर बैठे पक्षियों की चुगलियों के बीच फंसा एक पत्ता हवा के झोंके से धड़ाम से नीचे गिरा कांपते हुए
पेड़ की डाल पर बैठे पक्षियों की चुगलियों के बीच फंसा एक पत्ता हवा के झोंके से धड़ाम से नीचे गिरा कांपते हुए
read moreसुरेन्द्र कुमार शर्मा
बिना किसी आवाज के, उग जाता है बीज | गिरता पेड़ धड़ाम से, धरती गई पसीज || ©सुरेन्द्र कुमार शर्मा आपका दिन मंगलमय हो🌹🙏 बिना किसी आवाज के, उग जाता है बीज | गिरता पेड़ धड़ाम से, धरती गई पसीज || ✍©#सुरेन्द्र_कुमार_शर्मा #233/365 (23-12-2
आपका दिन मंगलमय हो🌹🙏 बिना किसी आवाज के, उग जाता है बीज | गिरता पेड़ धड़ाम से, धरती गई पसीज || ✍©सुरेन्द्र_कुमार_शर्मा 233/365 (23-12-2 #कविता
read moreबेजुबान शायर shivkumar
White खट्टे मीठे पीले आम कितने हैं रसीले आम सभी फलों के राजा हैं सबसे ऊँची इनकी शान आई गर्मी लेकर आम सूझा ना कोई और काम आम तोड़ने की हुई तैयारी दौड़े बच्चे दिल को थाम बाग बगीचे भरे पड़े हैं लटके तरह-तरह के आम माली के नजरों से छुप कर निशाना लगाते गुलेल थाम जिसका निशाना पक्का होता मिलता उसको उसका ईनाम लगे पत्थर जो माली के सर पर सरपट भागे धड़ाम धड़ाम सबके दिलों की पसंद हैं यह सबके मन को ललचाते आम पल भर में चट कर जाते बच्चों को खूब लुभाते आम। ©Shivkumar #mango #आम #Nojoto खट्टे मीठे पीले आम कितने हैं रसीले आम सभी फलों के राजा हैं सबसे ऊँची इनकी #शान
Abhay Bhadouriya
स्मृतियाँ / ( कविता) किसी पुराने खंडहर की तरह अभी भी खड़ी है तुम्हारी स्मृतियाँ मेरे अवचेतन के तल पर एक भूली बिसरी याद की तरह पुराने हो चुके हैं इस किले की
@thewriterVDS
समय है चुनाव का, कई नाम सुनाई देता है, कहीं राम सुनाई देता है, मजहब के नाम पर कहीं, धड़ाम सुनाई देता है। कोई इसको बदनाम किया हुआ अपने बदनाम कभी फिर मिले पार्टी किया भूल चूक अब माफ सभी कभी नेता, अभिनेता कहीं श्याम सुनाई देता है इंसानियत के नाम पर कहीं भ्रष्ट काम सुनाई देता है। भ्रष्ट अपना आचार किया दुसरों को नसीहत देता है कभी ये न किया कभी वो न किया कुछ भी नहीं करनें देता है कभी धर्म कभी जाति कहीं बाट काम सुनाई देता है बेरोजगारी के नाम पर भ्रष्टाचार सुनाई देता है।। #भ्रष्टाचार #समय है #चुनाव का, कई #नाम #सुनाई देता है, कहीं #राम सुनाई देता है, #मजहब के नाम पर कहीं, #धड़ाम सुनाई देता है।
Mahima Jain
•| हास्य कविता |• एक मोटा सा लाला था, खूब सारा खाता था, दिन भर सोता रहता था, बीवी पर अपनी मरता था। एक बार की बात हुई, बीवी उसकी बीमार हुई, खाना बीवी ने बनाया नहीं, फिर डॉक्टर की दरकार हुई। डॉक्टर ने दी दवाई की गोली, लाला ने खाना समझ के खोली, सारी दवाई कर गया वो चट, धड़ाम हुई आवाज़, पेट गया फट।। यह मेरी पहली हास्य कविता है। 🙈 कविता ना सही मेरे बचकानेपन पर ज़रूर हंसी आयेगी।😅😂 •| हास्य कविता |• एक मोटा सा लाला था, खूब सारा खाता था, द
यह मेरी पहली हास्य कविता है। 🙈 कविता ना सही मेरे बचकानेपन पर ज़रूर हंसी आयेगी।😅😂 •| हास्य कविता |• एक मोटा सा लाला था, खूब सारा खाता था, द #Humour #हास्यकविता #humourpoem #yqhumour #theprompter #maahikikavita #TPLaughterChallenge #tpLCday1
read moreZulqar-Nain Haider Ali Khan
Bharat Bhushan pathak
अन्त में जब विशू ने यह सम्मोहन भुरभुरा के गिर गयी कहकर तोड़ा था तो जो लोग इसे एक अप्सरा समझकर चाँद तारे तक की बात समझ कर सपने में उसके पीछे चल दिए थे,वही लोग भुरभुरा के शब्द सुनकर जमीन पर धड़ाम से गिर गए थे और तब तो उनका प्राणान्त ही हो जानेवाला था जब उन्हें पता चला वह कल्पना एक नमक की बोरी की थी, तो क्यों आपका भी पढ़ा-लिखा यहाँ फेल होता नज़र आ रहा था न!!! तो इस अल्कोहल की महिमा इतनी है तो क्यों न खोला जाएगा भैया मदिरालय विद्यालय की जगह। खैर लगता है कि मैं विषयवस्तु से भटक गया था,अब लौट आया हूँ:- एक शिक्षक ऐसा होना चाहिए जो बच्चों को समझे,उन्हें न पढ़ने की इच्छा पर भी पढ़ने पर विवश कर दे अपनी छड़ी या डाँट से नहीं ,अपितु अपने बुद्धि कौशल से ऐसा ही कुछ मैंने अपने सहकर्मी शिक्षक में देखा मतलब बिना अल्कोहल के सेवन के,मदिरा के बिना सेवन के जो मैं भी नहीं करता उपरोक्त महानुभाव की तरह ... उस बुद्धि -कौशल वाले शिक्षक और मेरे प्रिय मित्र का नाम है दीपक सर जिन्हें लोग भले ही मस्तीखोर कह ले मैं तो एक आदर्श शिक्षक कहुँगा क्योंकि जब उन्हें विद्यालय में बच्चों को नवीं कक्षा में सामाजिक अध्ययन के अंतर्गत गणित शिक्षक होने पर भी इतिहास पढ़ाते देखा तो उनके बुद्धि -कौशल का मैं भी कायल हो गया,क्योंकि वह बच्चा जिसने पढ़ने में अभिरुचि न हो और वो बच्चा जब ऐसे विषय को पढ़ना चाहे जिस विषय के बारे में ये भ्रान्तियाँ प्रसिद्ध हैं कि ये ऐसा विषय है जो रात से दिन तक का सफ़र भी तय नहीं करता तो शिक्षक में तो बात है । ©Bharat Bhushan pathak अन्त में जब विशू ने यह सम्मोहन भुरभुरा के गिर गयी कहकर तोड़ा था तो जो लोग इसे एक अप्सरा समझकर चाँद तारे तक की बात समझ कर सपने में उसके पीछे
अन्त में जब विशू ने यह सम्मोहन भुरभुरा के गिर गयी कहकर तोड़ा था तो जो लोग इसे एक अप्सरा समझकर चाँद तारे तक की बात समझ कर सपने में उसके पीछे
read moreVandana
पानी पानी सा है यह जीवन,, कितनी भी तुम्हारी जकड़ मजबूत हो छिछले पानी में उतर कर काई से भरी जगह में फिसलन हो ही जाएगी,,, संभलना भी मुश्किल हो जाएगा और गिर पड़ोगे धड़ा
कितनी भी तुम्हारी जकड़ मजबूत हो छिछले पानी में उतर कर काई से भरी जगह में फिसलन हो ही जाएगी,,, संभलना भी मुश्किल हो जाएगा और गिर पड़ोगे धड़ा #Happiness #beautifullife
read more