Find the Latest Status about अहबाब रेख़्ता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अहबाब रेख़्ता.
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
जिसकी खातिर तू बड़ा बेताब है । वह तुम्हारी आँख का बदख्वाब है ।।१ उम्र भर पीछा किया जिसका यहाँ । दे रहा वो आँख में सैलाब है ।।२ अब नहीं उनको दिखाना नूर तुम । जानता जिनको यहाँ आफताब है ।।३ भूल जा तू उस हँसी को यार अब । इस ज़मीं का एक वह महताब है ।।४ हर घड़ी जिसके चला है साथ तू । वह न कोई और तेरा अहबाब है ।।५ जानता हूँ उस तरफ जो मैं गया । हुस्न का उसकी तरफ़ गिर्दाब है ।।६ फूल सा पाला उसे माँ बाप ने । जो कली दिखती तुम्हें नायाब है ।।७ देख अपनी हैसियत मुझसे कहो । की तुम्हारे खातिर वह अस्वाब है ।।८ सुन प्रखर जैसे झुकाते सिर उसे । उसके चेहरे में दिखा वह आब है ।।९ २७/१०/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR जिसकी खातिर तू बड़ा बेताब है । वह तुम्हारी आँख का बदख्वाब है ।।१ उम्र भर पीछा किया जिसका यहाँ । दे रहा वो आँख में सैलाब है ।।२
Vedantika
जल रहा हूँ हसद की आग में पर राख न हुआ, ले जाना मेरा बिखरा ज़िस्म ही कुछ अर्से बाद ही। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "हसद" "hasad" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है जलन, ईर्ष्या, कपट एवं अंग्रेजी में अर्थ
Krishnendubach
आओ तो सही मेरे आईना-ए-दिल के करीब। दिखेगा तस्बीर किसकी, कौन अहबाब-ओ-अक़रिब। #अहबाब-ओ-अक़रिब #yourquote #yourquotebaba #yqtales #yqdidi #yqdada #yqbhaijan
Härsh Päñdëy
मेरी तस्वीर लेते वक्त जरा ख्याल रखना अहबाब मेरा गम न दिखे मेरी हंसी के पीछे 🥀 अहबाब(अरबी)—दोस्त/मित्र मेरी तस्वीर लेते वक्त जरा ख्याल रखना अहबाब मेरा गम न दिखे मेरी हंसी के पीछे 🥀 #ahbaab #dosti #tasveer #gum #yqbhai
Swatantra Kumar Singh
अहबाब खोने का सिलसिला तो एक उम्र से ज़ारी है 'क़ासिद' कौन किसको मनाने जाए ग़र ख़ुद से बैर हो जाए अहबाब - Friends - मित्र A two liner with many emotions..... thanks for invitation didi .... I hope niraash nhi kiya...😁 #yqbaba #thepenman
Swatantra Kumar Singh
एक ख़ाब को हक़ीक़त बनाने के लिए मैं ज़माने से लड़ता रहा ज़माने के लिए हर्ज क्या है रूठने में मग़र गिन तो लूँ अहबाब कितने बाक़ी हैं मनाने के लिए इन्तेज़ार के हक़ में फिर इन्तेज़ार आया वादे कौन करे मुंतज़िर निभाने के लिए न जाने किस क़ाबिल था वजूद-ए-अदीब ऐ कलम तेरा शुक्रिया आज़माने के लिए हिसाब कर माज़ी क्या क्या गवाँ बैठे हम घर से निकले तो थे कुछ कमाने के लिए मेरे रुख़ पे नक़ाब है ये कौन जानता है मुस्कानें सजा रक्खी हैं दिखाने के लिए मेरे जिस्म पे तो ख़ुदा ने रहमतें लिखीं थी दिल बनाया था सैय्याद ने दुखाने के लिए एक ख़्वाहिश है मौत पे मेरी ज़िंदगी रोये 'क़ासिद' मुश्ताक़ हो मुक्कमल नींद से जगाने के लिए अहबाब - Friends - मित्र मुंतज़िर - One who waits -इन्तेज़ार करने वाला वजूद-ए-अदीब - Existence of the writer - लेखक का अस्तित्व माज़ी - Past
Swatantra Kumar Singh
ये वहम है मेरा या तुमने भी सुना है क्या कम्बख़त ज़िन्दगी वाक़ई में जुआँ है क्या सारा शहर रंजिशों की आग से रौशन है देख मेरे आस्ताँ में भी कुछ धुआँ है क्या मैं क़ैद हूँ ख़ुद में ही छुपा हूँ या मर गया मुझे नदामत रही माज़ी तुझे गुमाँ है क्या तेरी नज़रें ही मुंकिर हैं तेरे अल्फ़ाज़ों की रिन्द ज़हन-ए-क़ासिद में कोई राज़ निहाँ है क्या ये कैसा शोर है जो सुनाई नहीं देता ग़ाफ़िल खामोशियों ने सन्नाटों से कुछ कहा है क्या मंसूबा-ए-गुफ़्तार मेरी समझ से परे है साक़ी तेरी ज़ुबाँ के भीतर एक और ज़ुबाँ है क्या तेरी मिज़्गाँ पे ये मोती जचते नहीं अहबाब सहरा को क़ुल्ज़ुम से अब इश्क़ हुआ है क्या इज़्तिराब पर इख़्तियार नहीं ग़र वज़ह क्या है दिल-ए-नादान का तेरे कोई और मकाँ है क्या मेरे हालात पर तसल्ली दी लानत है तुमपर तुम्हें किसी ग़ैर ने मर्ज़ी बग़ैर छुआ है क्या ख़याल ग़र वजूद की हद में रहें तो क्या बात 'क़ासिद' मैं फ़रिश्ता नहीं हूँ ग़र तो तू ख़ुदा है क्या #Gazal #YQdidi #Love #Life #Truth #Hope #Wish #God आस्ताँ - चौखट या दहलीज़ - Doorpost नदामत - पछतावा - Regret माज़ी - अतीत - Past मुंकिर - ज
Swatantra Kumar Singh
मैं जी रहा हूँ जीने का शौक़ अभी बाकी है तरब में ज़ख्म सीनेे का शौक़ अभी बाकी है दौलत-ओ-शोहरत बहोत विरासत में मिली मुझको मेहनत के कुछ पसीने का शौक़ अभी बाकी है सनम के साथ हर मौसम बहुत रंगीन बीता है बस एक सावन के महीने का शौक़ अभी बाकी है मेरे अहबाब की क्या बात मैं तो ख़ुद नहीं अपना मेरे मलबूस को आईने का शौक़ अभी बाकी है इल्तिफ़ात बरत साक़ी कि जाम बहकाता नहीं अब चश्म-ए-नाशाद से पीने का शौक़ अभी बाक़ी है मुझे हासिल हो तुम कुछ और अब ख़्वाहिश नहीं 'क़ासिद' फ़क़त हाँथों में एक नगीने का शौक़ अभी बाकी है #Gazal #YQdidi #Love #Life #Truth तरब - खुशी - Joy अहबाब - दोस्त या रिश्तेदार - Friend Or Relative मलबूस - कपड़े - Dress Up इल्तिफ़ात - ध्यान
Krish Vj
हसद का सागर गहरा और प्यारा है सभी को आज यहाँ प्रेम प्यार भूल गए सब, स्वार्थ से गहरा नाता आज यहाँ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "हसद" "hasad" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है जलन, ईर्ष्या, कपट एवं अंग्रेजी में अर्थ
Uttkarsh Raj
जब वादें टूटने लगे तब अपने छूटने लगे कोई बात बात में रूठने लगे तेज़ हवाओं में भी दम घुटने लगे जब झूठ सच, सच झूठ लगने लगे बहाने सब कुछ कहने लगे जब बेमतलब के आंसू बहने लगे खु़द से खु़द को ठगने लगे रात रात जगने लगे रूह रेख़्ता लगने लगे हमिय्यत फा़श लगने लगे सब काश काश लगने लगे "तब दिल की सुनों सबसे पहले खु़द को चुनो" || जब वादें टूटने लगे अपने छूटने लगे | जब वादें टूटने लगे! ( उत्कर्ष की कलम से) रेख़्ता (टूटा फूटा, बिखरा हुआ) हमिय्यत( सम्मान, आत्मसम्मान, स्वाभिमान) #thirdquote