Find the Latest Status about संदूकची मीनिंग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, संदूकची मीनिंग.
Anamika
कुछ लोग ख्यालों से गुजर जाये, तो सो जाऊं लिखा था पुलिंदा जो स्याही से, बांध उसे संदूकची में पहले सरका आऊं। #पुलिंदा #स्याही #संदूकची #रात्रि #तूलिका
Anamika
प्यारी डायरी.. हां कुछ प्यार है , मुझे अपनी पुरानी चीजों से बड़ा सहेज कर रखती हूं.. जैसे अपनी पुरानी किताब, पुरानी गुड़िया, वो बस्ता मां की साड़ी,पापा की घड़ी हां वो पहली बार जब उससे बचपन में आंखें लड़ी.. बड़ा सहेज कर..... सब कुछ दबा पड़ा है, इस दिल की गहराइयों में बड़ा सहेज कर.... वो छोटी सी संदूकची, बातें जिसमें अनकही, उतारुगीं पन्नों पर उनको फिर कभी ना कभी... #पुरानी_यादें #बचपनकीयादें #संदूकची #yqquotes #yqdiary #tulikagarg
Nova Changmai
दर क्या है??? एक लंबा हट्टा कट्टा आदमी उसी आवाज से बात कर रही है, और तुम सुनकर डर रही हो, उसको को दर नहीं बोलता है। जो बीते हुए कल है उससे शिक्षा लो, और जो आज करने वाले हो उसे किया नया क्या कुछ कर सकते हो उसके बारे में सोचो ,और डरो उस समय के लिए जो भविष्य में तुम्हारे जीवन को सुनहरी अक्षर में लिखकर जीवन को बदल सकता है। #सीखना #शायरी#कविता#रोमांस#मीनिंग #Motivational #Good #evening
RAAJ
तेरे प्यार में बहुत कुछ पाया जो खो दिया उसकी परवाह क्या! ✍--राजकुमारी तेरी हसीन यादों को दिल की संदूकची में रखेंगे सम्भाल हम ताउम्र और पार भी| ©राजकुमारी #nojoto #nojotohindi #quotes
prashant Singh rajput
Call Drop मीनिंग इन हिंदी क्या है कॉल ड्रॉप जानिये हिंदी मे ? पूरा पढ़े नीचे दिए गए लिंक पर तुरंत क्लीक करें 👇👇👇👇👇👇👇 https://techadvicesps0
lalitha sai
एक कथा.. जिस कथा में हो एक ऐसा अर्थ सबके सोच के परे हो... कुछ लघुकथा ऐसे दिल चुरा लेते है.. कोई सोच भी नहीं सकता.. अंत में एक सुकून के एहसास को.. दिल और दिमाग़ में छा जाते है.. बहुत पहले से ही मैं शॉर्टफ़िल्म के शौकीन हूँ.. कुछ कुछ शॉर्टफिल्म्स ऐसे होते है.. जिसे title कुछ अलग होता है.. देखने के बाद पता चले.. कितना म
AK__Alfaaz..
श्वाँस की सलाई में प्रीत के ऊन पिरोकर, वो बनाती है, दिन रात, उम्मीद का एक स्वेटर, और..उसमें, टाँक देती है, रात वेदना के गिलाफ़ पर, नैनों के दरिया से मिले, कुछ मोती, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #उम्मीद_का_स्वेटर श्वाँस की सलाई में प्रीत के ऊन पिरोकर, वो बनाती है, दिन रात,
AK__Alfaaz..
सूनी पड़ी, पगडंडियों से, पुकारते सन्नाटे, पेड़ों के पत्तों की, सरसराहट के बीच से, सुनाई पड़ते उसे कुछ नाम, आँखों के काजल संग, बहती काली रात, भोर के इंतजार में, देहरी पर बैठी वो, टिप टिप बरसते पानी में, बुनती है सपनों को रखने की, इक ख्वाहिशों की टोकरी, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #दो_बीघा_उम्मीद सूनी पड़ी, पगडंडियों से, पुकारते सन्नाटे, पेड़ों के पत्तों की,
AK__Alfaaz..
स्त्रियाँ, अपने स्टोर रूम मे रखती हैं, सहेज कर, माँ से, विरासत में मिली, एक संदूकची ' स्वतंत्रता ' एक झोला ' मुस्कान ' और.., एक थैली ' ख्वाहिश ' वो, इन्हें रखकर वहाँ, स्टोर रूम की चौखट पे लगे, समर्पण के दरवाजे पर, लगा देती हैं त्याग का ताला, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #विरासत स्त्रियाँ, अपने स्टोर रूम मे रखती हैं, सहेज कर, माँ से,