Find the Latest Status about बलवान घाटी मैप from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बलवान घाटी मैप.
YumRaaj ( MB जटाधारी )
Shivkumar
Vishnu Bhagwan वर्णन मानव क्या करे, जब सक्षम वेद ना होए । क्षीरसागर शेष शयन, निद्रा से नयना सोए ।। जगत पालक जगतपति, की महिमा जटिल महान । लक्ष्मी पति बैकुण्ठ पति का, कोई क्या गाए गुणगान ।। धर्म उन्ही से कर्म उन्ही से, सबके पालनहार । सदा करे भक्तो की रक्षा, ले जग मे अवतार ।। चतुर्भुजा नीला वरण, तन पीताम्बर सोहे । हृदय बसे माता लक्ष्मी, माया से सबको मोहे ।। नाभि कमल से ब्रहम हुए, करने जगत संचार । सदा जपे हरि हर को, हर जपे हरि हर बार ।। कमल नयन पद्म चरण, सुंदर छवि बलवान । सबके स्वामी नारायण को, कोटी कोटी प्रणाम ।। ©Shivkumar #vishnubhagwan #विष्णु #Nojoto #nojotohindi #दोहा #दोहे #मन्त्र वर्णन मानव क्या करे, जब सक्षम वेद ना होए । क्षीरसागर शेष शयन, निद्रा से न
Devesh Dixit
चूमकर अपने वतन की मिट्टी चूमकर अपने वतन की मिट्टी, हिंद की रक्षा को वह चला। धूल चटा कर शत्रु को उसने, टाली वतन के सर से बला। हमको सुरक्षित रखा है उसने, स्वयं ही दुश्मन से जा लड़ा। उन्हें गोलियों से छलनी करके, नाम कर लिया अपना बड़ा। सभी की आँखों का तारा है, देश का अपना वीर जवान। धरती माता भी इसको चाहे, ऐसा ही देखो ये है धनवान। नई - नई वे तरकीब लगाता, रिपु को दे मुंँह तोड़ जवाब। तिरंगे को देख जोश जगाता, पा जाता फिर वह खिताब। चूमकर अपने वतन की मिट्टी, हिंद की रक्षा को वह चला। हो गया छलनी गोलियों से पर, मुश्किल से नहीं वह टला। लड़ते लड़ते बलिदान दे दिया, ऐसा था वो कर्मठ बलवान। तिरंगा भी उससे लिपटा आया, पाया उसने ऐसा सम्मान। ........................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #चूमकर_अपने_वतन_की_मिट्टी #nojotohindi #nojotohindipoetry चूमकर अपने वतन की मिट्टी चूमकर अपने वतन की मिट्टी, हिंद की रक्षा को वह चला। धू
Shubham Raj Tiwari
लाइफ का रोड मैप अपना होना चाहिए दुनिया के रोड मैप पर चलोगे तो लाइफ खत्म हो जाएगी लेफ्ट राइट करते करते।। ©Shubham Raj Tiwari #अपना रोड मैप Anshu writer PФФJД ЦDΞSHI Neel Dhyaan mira Rakhi Anamika
||स्वयं लेखन||
ram lala ayodhya mandir सूरज, चंदा, तारों में, आँगन,घर द्वार, दिवारों में, घाटी और पठारों में, लहरों और किनारों में, भाषण-कविता-नारों में,गाँव-गली-गलियारों में, चर्चा है अखबारों में,टीवी और बाजारों में। दुल्हन सी सुसज्जित एक अयोध्या नगरी है, जहां केवल जय श्री राम,जय श्री राम की गूंज, गूंज रही है। है चर्चा चहुं ओर राममंदिर की, है विजय ये सनातन धर्म की, ये विजय है बलिदानों की,गौरव की, सम्मान की। जो गौरव के प्रतिमान हैं,जो भारत की पहचान हैं, वो अयोध्या के राजाराम, मेरे प्रभु श्री राम आज पुनः विराजमान हैं। झूम रहे भारतवासी,चहुं ओर प्रसन्नता का उल्लास है, रामभक्तों की आंखों में केवल राम नाम का विश्वास है। जपो राम नाम,जीवन राममय हो जायेगा, राम तेरे तू राम का हो जायेगा। बन जायेंगे तेरे सारे बिगड़े काम,ले एक ही नारा, एक ही नाम, जय श्री राम, जय श्री राम, जय श्री राम। ©Gunjan Rajput सूरज, चंदा, तारों में, आँगन,घर द्वार, दिवारों में, घाटी और पठारों में, लहरों और किनारों में, भाषण-कविता-नारों में,गाँव-गली-गलियारों में, चर
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
Year end 2023 मरहटा छन्द यह जग की माया , जीवन काया , पहले कर पहचान । यह मति भरमाता , पीर जगाता , समझ जरा इंसान ।। मत पीछे भागो , प्यारे जागो , स्वयं बड़े बलवान । बैठा जो तुझमें , वह है सबमें , शक्ति वही भगवान ।। ०३/०१/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मरहटा छन्द यह जग की माया , जीवन काया , पहले कर पहचान । यह मति भरमाता , पीर जगाता , समझ जरा इंसान ।। मत पीछे भागो , प्यारे जागो , स्वयं ब
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
विधा सरसी छन्द मात्रा भार :- १६/११ माता तेरे दर पर देखो , आया है शैतान । मान रहा है अपनी गलती , कहकर मैं नादान ।। तेरा ही तो बालक हूँ मैं , भटक गया था राह । ठोकर खाकर मन में जागी , अब जीने की चाह ।। काया-माया में मैं उलझा , भूल गया व्यवहार । रिश्ते-नाते तोड़ सभी मैं , किया सदा व्यापार ।। पाप पुन्य का मर्म न जाना , बना रहा बलवान । बनकर पापी द्वार तुम्हारे , आया मैं भगवान ।। किसको जाकर आज बताऊँ , मैं जीवन की भूल । यही कर्म मम जीवन पथ में , बने हुए हैं शूल ।। उनको समझ लिया था भगवन , जो भी थे धनवान । मातु-पिता होते है भगवन , नही मिला था ज्ञान ।। ०३/०१/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR विधा सरसी छन्द मात्रा भार :- १६/११ माता तेरे दर पर देखो , आया है शैतान । मान रहा है अपनी गलती , कहकर मैं नादान ।।