Nojoto: Largest Storytelling Platform

New निव्वळ उत्पन्न Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about निव्वळ उत्पन्न from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, निव्वळ उत्पन्न.

    PopularLatestVideo

Vikrant Rajliwal

प्रिय मित्रों , अमेजन किंडल ने मेरी पुस्तक "पैसो की अहमियत" को स्वीकृति प्रदान कर प्रकाशित कर दीया है जो मेरी इंगलिश ट्रांसलेशन किताब "Valu #Amazon #मोटिवेशनल #amazonkindle #moneymatters #vikrantrajliwal #newbook #financialfreedom #ValueOfMoney #personalfinance #PessonKiAhimiyat #MoneyWisdom

read more
mute video

Shivkumar

#navratri #navaratri2024 #navratri2025 नवरात्रि का दूसरा दिन है , मां #ब्रह्मचारिणी का l मां #दुर्गा को दूसरा रुप है , मां ब्रह्मचारि #वस्त्र #भक्ति #कष्ट #विख्यात #तपस्या

read more
mute video

Jesus_ka_chuna_huaa

और हम एक प्रभु, यीशु ख्रीष्ट पर विश्वास करते हैं, वह परमेश्वर का एकलौता पुत्र, सर्व युगों से पहले पिता से उत्पन्न; परमेश्वर से परमेश्वर, ज्य #विचार

read more
mute video

N S Yadav GoldMine

#wholegrain अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर सुबह जल चढ़ाना चाहिए आइये विस्तार से जानिए !!🍋🍋 {Bolo Ji Radhey Radhey} वैशाख अमावस्या :- 🌿वैशा #पौराणिककथा

read more
mute video

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा जब भी तुम आहार लो , ले लो राधा नाम । रोम-रोम फिर धन्य हो , पाकर राधेश्याम ।। कभी रसोई में नहीं ,करना गलत विचार । भोजन दूषित बन पके ,  #कविता

read more
दोहा

जब भी तुम आहार लो , ले लो राधा नाम ।
रोम-रोम फिर धन्य हो , पाकर राधेश्याम ।।

कभी रसोई में नहीं ,करना गलत विचार ।
भोजन दूषित बन पके ,  उपजे हृदय विकार ।।

प्रभु का चिंतन जो करे , सुखी रखे परिवार ।
आपस में सदभाव हो ,  सदा बढ़े मनुहार ।।

प्रभु चिंतन में व्याधि जो , बनते सदा कपूत ।
त्याग उसे आगे बढ़े , वह है रावण दूत ।।

प्रभु की महिमा देखिए , हर जीव विद्यमान् ।
मानव की मति है मरी , चखता उसे जुबान ।।

पारण करना छोडिए , विषमय मान पदार्थ ।
उससे बस उत्पन्न हो , मन में अनुचित अर्थ ।।

२९/०२/२०२४     -  महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा

जब भी तुम आहार लो , ले लो राधा नाम ।
रोम-रोम फिर धन्य हो , पाकर राधेश्याम ।।

कभी रसोई में नहीं ,करना गलत विचार ।
भोजन दूषित बन पके , 

Ravendra

डीएम ने रेलवे स्टेशन रैन बसेरे का किया औचक निरीक्षण,चौराहों पर अलाव जलाएं जाने के दिये गये निर्देश बहराइच ।अत्यधिक ठण्ड एवं शीतलहरी से उत #न्यूज़

read more
mute video

Vikrant Rajliwal

🤔The Great Philosophy Of Vikrant Rajliwal वास्तविक जीवन के अनुभवों का निचोड़! Gist of real life experiences! सब्सक्राइब कर के अभी अपने जी #समाज #GreatPhilosophy

read more
mute video

Rakesh Kumar

दो जिस्मों के परस्पर मिलन की प्रक्रिया के दौरान 😆😀😝⚡️ जब एक जिस्म दूसरे जिस्म पर आघात करता है तो 😎😝😊🌼 एक ध्वनि उत्पन्न होती है 😁😊😇✨ . 😜😜🤭 #शायरी

read more
mute video

धाकड़ है हरियाणा

#41ट्रांसजेडर देंगे 2 और 3दिसम्बर को पात्रता परीक्षा #हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा-2023 के प्रवेश पत्र आज से लाईव #भिवानी,  24 नवम्बर, #News #उन्होंने

read more
mute video

Shailendra Anand

#landscape छाया चित्र में भावचित्र का प्राकृतिक सौंदर्यता बिखेरती हुई अस्त किरणें उत्पन्न कर देख रही है प्रेम व्यथा लिखुं मैं मन दर्पण प्रे #लव

read more
रचना दिनांक २४,,,११,,,२०२३
वार शुक्रवार
समय ््चार बजे
्््््््््
भावचित्र
््््््ही जिंदगी है ््््
््््
््््छाया चित्र में भावचित्र नदियों के तट से निहारती प्राकृतिक सौंदर्यता
में नर नारियों का शास्त्रार्थ अध्यात्म से अस्त सूर्य किरणें का मनो अध्ययन ्््
्््््
मन सुंदर है और यह सब धर्म कर्म अर्थ नदियों के किनारे का,,
 मनोरम दृश्य से जल तरंग की लहरों का सूरसंगम उद्वेलित कर।।
पर्वत नदिया की श्रंखला में निर्झर निर्मल जलधारा ,,
नदियां में बहती श्वेत चादर सी बर्फ से ढकी पर्वत श्रृंखलाऐ
शुभमंगल  शंखनाद है प्रेम मंजूल कथा विन्यास है।।
ज्ञान सागर की लहरियो में मन चंचल शौख है अमृत तुल्य रस विभोर है।।
मैं छौड़ चला तेरा आशियाना ढूंढती रही तुम दिल की धड़कनें खोजते रहे 
हम दिल।का आयना नजरिया साफ है लेकिन उम्मीद है।।
  तेरे अल्फाजो से ख्यालों की रवानी मैं प्रेम का श्रंगार बिछौना,,
प्रकृति की गोद में उठा लिया मेरे प्रेम का मंन्दिर
जो प्यार के पूष्प पल्लव से पूजन करे वक्त आये
 तो रक्त धाराओ से स्वहोम कर
प्राणाहुति कर प्रेम का रक्त होमकर
साक्ष्य बनाते वह प्रेमी युगल नदियों का किनारे हों
 या उसका पूल पर अपना प्रेम भरी यादें लिखकर 
चित्रण छाया कल्प वृक्ष प्रेम मंदिर का
 रेखांकन दिल से लिखुं इस अस्त सूर्य केदृश्यावलोकन सा
जीवन फूलों से भी सूक्ष्म रूप है जीवन की एक धारा है।।
मन का दर्पण भाव से पुजा जग से प्यारा न्यारा प्रेम का बंधन है।।
खोज रही मैं अपनी मस्ती अपना जीवन तूममे खोकर
 सपनो का संजोदा संजोया दिल की हसरतें तुममें खोकर 
लेकर चली पनघट की यादें लेकर अपने प्रियतम के घर आंगन में।।
मन में आकर दिल को देखा तुममें टीस चाहत तेरे प्यार की।।
्््््
कवि शैलेंद्र आनंद
२४,,, नवम्बर २०२३


















व

©Shailendra Anand #landscape छाया चित्र में भावचित्र का प्राकृतिक सौंदर्यता बिखेरती हुई अस्त किरणें उत्पन्न कर देख रही है प्रेम व्यथा लिखुं 
मैं मन दर्पण प्रे
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile