Find the Latest Status about सुइयाँ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सुइयाँ.
chand shayar Saifi
मिजाज ऐ इश्क "होम्योपैथिक" है उनका....! न सुइयाँ, न बोतल, न एक्सरे, न दाखिला ...!! हम दर्द बयाँ करते रहे..! वो मीठी गोलीयाँ देते रहे...!! ©chand shayar Saifi मिजाज ऐ इश्क "होम्योपैथिक" है उनका....! न सुइयाँ, न बोतल, न एक्सरे, न दाखिला ...!! हम दर्द बयाँ करते रहे..! वो मीठी गोलीयाँ देते रहे...!!
मिजाज ऐ इश्क "होम्योपैथिक" है उनका....! न सुइयाँ, न बोतल, न एक्सरे, न दाखिला ...!! हम दर्द बयाँ करते रहे..! वो मीठी गोलीयाँ देते रहे...!! #Shayari
read moreकुछ लम्हें ज़िन्दगी के
लाश में सुइयाँ चुभोते है कम्बख़त खैर मना के दरिया अभी है सबर में। ©️✍️ सतिन्दर #NojotoQuote शहर में लाश में सुइयाँ चुभोते है कम्बख़त खैर मना के दरिया अभी है सबर में। ©️✍️ सतिन्दर #kuchलम्हेंज़िन्दगीke #satinder #सतिन्दर #नज़्म #रेख़
कुछ लम्हें ज़िन्दगी के
ख़ामोश फिदरत मेरी लाश हो गई चुभोदो सुइयाँ तुम अगर मगर में । ©️✍️ सतिन्दर #NojotoQuote अगर मगर में ख़ामोश फिदरत मेरी लाश हो गई चुभोदो सुइयाँ तुम अगर मगर में । ©️✍️ सतिन्दर #kuchलम्हेंज़िन्दगीke #satinder #सतिन्दर #नज़्म #रेख़
Nammy S
वो दिन गए जब.. तुम और मैं...आप हुआ करते थे। 10:10(pm) की मुस्कुराती सुइयों पे एक दूसरे को सुना करते थे। एक कसक सी थी, इंतेज़ार था यूँही बंद आँखों से मिला करते थे। अपनी ही दुनिया बसा रखी थी हसीं सपनों को सिला करते थे। आज भी हम है, अब बूढ़े हो गए अब चुपके-चुपके जिया करते हैं। अब वो दिन है जब.. तुम और मैं...हम हुआ करते हैं। #nammy27 #वोदिन #yqdidi #collab Note: Read 10:10pm as दस दस की मुस्कुराती सुइयाँ... Timing 10:10 is termed as smiling time... This poet
Yadein
पाक इबादत प्यार है यारा कविताओं में ये बंध नही पाती READ IN CAPTION 👇 👇 #NojotoQuote सदियों का गुजरा है सफर बरसों की राह अभी बाँकी है, प्यार को समझ सको हमसे तुम इसमें सैंकड़ों इम्तेहान बाँकी है ।। पल-पल राहों को नित तकना देख
सदियों का गुजरा है सफर बरसों की राह अभी बाँकी है, प्यार को समझ सको हमसे तुम इसमें सैंकड़ों इम्तेहान बाँकी है ।। पल-पल राहों को नित तकना देख
read moreR.S. Meena
नाराज़ आसमाँ से धरती ना जाने नाराज सी क्यों है। टहनी से गिरते पत्तों की कर्कश आवाज सी क्यों है।। आसमाँ में सैर करते बादल, भरे हुए है अश्रुओं से, भीगी है पलकें घन की, छायी घटा घनघोर है। गुजरना तो है उसे, उस शहर की ऊंची मीनारों से, रात भर तकते-तकते राहों को, होने वाली भोर है। दिन गुजरता नहीं चैन से, शाम में गाज सी क्यों है। आसमाँ से धरती........... धरती ने भी चाहा, कई बार छूना आसमाँ को, ओरों के सहारे पाटने लगे है अपनी दूरियाँ। नीरद ने भी बनाई इंद्रधनुषी सीढ़ियाँ मिलाने को, धूप ने खिलकर चुभो दी है ख्वाहिशों पर सुइयाँ। सब है अपनी जगह पर, धीमी धरा की चाल सी क्यों है। आसमाँ से धरती........... चांद ने आसमाँ को दी है आज भी थोडी सी दिलासा, ख्वाब तो पूरे कभी ना हो सके है, आसमाँ वालो के। धरती की चाहत में, बढ़ ना जाएं थोड़ी सी निराशा, सूर्य भी चमक रहा है, चमकाने नसीब जहाँ वालों के। वक्त है सबसे बड़ा मरहम, तो इसमें छूपी नाद सी क्यों है। आसमाँ से धरती ना जाने नाराज सी क्यों है। टहनी से गिरते पत्तों की कर्कश आवाज सी क्यों है।। #rsmalwar नाराज़ आसमाँ से धरती ना जाने नाराज सी क्यों है। टहनी से गिरते पत्तों की कर्कश आवाज सी क्यों है।
#rsmalwar नाराज़ आसमाँ से धरती ना जाने नाराज सी क्यों है। टहनी से गिरते पत्तों की कर्कश आवाज सी क्यों है।
read moreAnamika Nautiyal
अंतस की सारी भावनाओं को टटोलकर अपने शब्दकोश से कुछ शब्द ढूँढ रही हूँ सुनो मैं कोई कविता लिख रही हूँ क्या लिखूँ कि सब तो पहले से है प्रेम
अंतस की सारी भावनाओं को टटोलकर अपने शब्दकोश से कुछ शब्द ढूँढ रही हूँ सुनो मैं कोई कविता लिख रही हूँ क्या लिखूँ कि सब तो पहले से है प्रेम #बकवास #अच्छाबुरा #अनाम_ख़्याल #अनाम_कविताएँ
read moreकुछ लम्हें ज़िन्दगी के
चल ज़िन्दगी सुलह करते है बेमण्टी कर के मौत को जीता देते है। अब सिकन्दर बनने की उम्र तो नहीं सतिन्दर है फालतू इसको मिटा देते है। बारिश को घूर के देखकर आँसुओ को हम रुला देते है। दोस्त अब दोस्ती को मोहताज़ है सतिन्दर होता काश गुनगुना देते है । मेरे वज़न का फायदा क्या है डॉक्टर वज़न को बुरा बता देते है। अलाप तापने बैठा तो सिक गया सतिन्दर के वज़न की चिता बना देते है। मौज़ की है ? हाँ की है ! बाप के साए वाला वक़्त गिना देते है । सर पे काहे का बोझ है ये सतिन्दर पर पापा की पगड़ी लगा देते है। लिबास तो बदन पे है न काली दस्तार सिर चढ़ा देते है। उसमें भी फुट रही है सफ़ेदी सतिन्दर चल उम्र का सर उड़ा देते है । ज़िन्दगी लफ़्ज़ से रख परहेज़ जितने हक़ीम मिले सलाह देते है। सुन सुन के दूसरों की सतिन्दर को सुनी सुनी बात सुना देते है। क़िस्मत ने आज तलक वो ख़त नहीं खोला चल उसे याद दिला देते है। जिसमें दी शिकायतें शरगोशी वाली के सतिन्दर को क़िस्मत वाले चिढ़ा देते है । मन बिना टिकट के पकड़ा गया उसे रेल वाले बाबू सजा देते है । आवारा है अल्हड़ कहीं का सतिन्दर के मन को सजा ए क़ज़ा देते है। लम्हें लम्हें को जोड़ना है चल गोंद से चिपका देते है । कुछ लम्हें ज़िन्दगी के है सतिन्दर के उनको आग लगा देते है । वक़्त काटना है ग़र इतना मुश्किल तो फ़ुरसत को बुलवा देते है । वो भी तो फ़ुरसत में तराशता है रूहें सतिन्दर की रूह को सुइयाँ चुभा देते है । ©️✍️ सतिन्दर #NojotoQuote सतिन्दर चल ज़िन्दगी सुलह करते है बेमण्टी कर के मौत को जीता देते है। अब सिकन्दर बनने की उम्र तो नहीं सत
sandy
😢 माँ मैं एक पार्टी में गया था. तूने मुझे शराब नहीं पीने को कहा था, इसीलिए बाकी लोग शराब पीकर मस्ती कर रहे थे और मैं सोडा पीता रहा.
😢 माँ मैं एक पार्टी में गया था. तूने मुझे शराब नहीं पीने को कहा था, इसीलिए बाकी लोग शराब पीकर मस्ती कर रहे थे और मैं सोडा पीता रहा. #story #nojotophoto
read more