Find the Latest Status about जजों की बुनाई from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जजों की बुनाई.
Ek villain
हाल ही में सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार देश के उच्च न्यायालयों में 30% और सुप्रीम कोर्ट में 21% जजों की कमी है भारत की 28 में से 2 उच्च न्यायालय को छोड़कर सभी में 12 से 46% पद रिक्त है राजस्थान और गुजरात के हाई कोर्ट में 46% जज कम है उत्तराखंड उच्च न्यायालय में 36% प्रयागराज में 38% हिमाचल में 35% पद रिक्त चल रहे हैं सुप्रीम कोर्ट में कुल स्वीकृति जजों की संख्या 34 में से 27 कार्य करत है मतलब देश के सर्वोच्च न्यायालय में 7 जजों के पद रिक्त है देश के उच्च न्यायालयों में 1008 जजों के पद स्वीकृत है जबकि कुल 773 पदों पर ही जज कार्य करते हैं और 30% यानी 335 पद स्वीकृत है ©Ek villain #nightsky #जजों की कमी से जूझ रहे है न्यायालय
परवाज़ हाज़िर ........
hashamat ki bunai me zaruri he ke tum khudadar ban jao.. lakhire khichti jani he ke tum galib ki gazal me kahi bus shabd naa rah jao... ©G0V!ND DHAkAD #dailymessage #the #book हशमत की बुनाई में ज़रूरी हे के तुम खुददार बन जाओ.. लखीरे खिचती जनि हे.. के तुम ग़ालिब की ग़ज़ल में बस शब्द ना रह जाओ
#DailyMessage the #Book हशमत की बुनाई में ज़रूरी हे के तुम खुददार बन जाओ.. लखीरे खिचती जनि हे.. के तुम ग़ालिब की ग़ज़ल में बस शब्द ना रह जाओ
read moreVijay Ratiya
बुरा वक़्त पूछकर नहीं आता #साहब 😉 कई बार #जजों को भी वकील करना पड़ जाता है 😥 ©Vijay Ratiya बुरा वक़्त पूछकर नहीं आता #साहब 😉 कई बार #जजों को भी वकील करना पड़ जाता है 🥳
अनिता कुमावत
स्त्रियाँ टांके लगा लेती है अपनी ख्वाहिशों को बुन लेती है कुछ नये ख्वाब रंग देती है अपने प्रेम- स्नेह से रिश्तों के कच्चे धागे को और पक्का कर लेती उन्हें उम्र भर के लिए ...!!!! स्त्रियाँ बुनाई सिलाई कढ़ाई में निपुण होती हैं ना 😊😊 #स्त्री #ख्वाहिशें #निपुण #yqdidi #yqhindi #pinterest
स्त्रियाँ बुनाई सिलाई कढ़ाई में निपुण होती हैं ना 😊😊 #स्त्री #ख्वाहिशें #निपुण #yqdidi #yqhindi #Pinterest
read moreInsprational Qoute
कितना भी चाहू भुलाना बस तेरी आहट को सुनता हैं, ये इश्क हैं या मोहब्बत न जाने क्या हैं ??? जो हर वक़्त तेरा ही दीवाना बना फिरता हूँ, तेरे ही नग़मे तेरे ही तराने गुनगुनाता हूँ, चल तुझें भी वक़्त दिया पता करना क्यों तेरे नाम से मैं इतना इतराता हूँ।।। #collab करें और इस शेर को पूरा करें Open for all (जजों के भी ख्याल रखा गया है) firstquote #अभिव्यक्ति_challange #YourQuoteAndMine Collabor
#Collab करें और इस शेर को पूरा करें Open for all (जजों के भी ख्याल रखा गया है) firstquote #अभिव्यक्ति_challange #YourQuoteAndMine Collabor
read moreNandita Tanuja
Rakesh frnds4ever
उलझन इस बात की है कि हमें .......उलझन किस बात की है अपनों से दूरी की या फिर किसी मज़बूरी की खुद की नाकामी की या किसी परेशानी की दुनिया के झमेले की या मन के अकेले की पैसों की तंगी की या जीवन कि बेढंगी की रिश्तों में कटाक्ष की या फिर किसी बकवास की दुनिया की वीरानी की या फिर किसी तनहाई की अपनी व्यर्थता की या ज़िन्दगी की विवशता की खुद के भोलेपन की या फिर लोगो की चालाकी की अपनी खुद की खुशी की या दूसरों की चिंता की खुद की संतुष्टि की या फिर दूसरों से ईर्ष्या की खुद की भलाई की या फिर दूसरों की बुराई की धरती के संरक्षण की या फिर इसके विनाश की मनुष्य की कष्टता की या धरती मां की नष्टता की मानव की मानवता की या फिर इसकी हैवानियत की बच्चो के अपहरण की या बच्चियों के अंग हरण की प्यार की या नफरत की ,,जीने की या मरने कि,,, विश्वाश की या धोखे की,, प्रयास की या मौके की बदले की या परोपकार की,,, अहसान की या उपकार की ,,,,,,ओर ना जाने किन किन सुलझनों या उलझनों या उनके समस्याओं या समाधानों या उनके बीच की स्थिति या अहसासों की हमें उलझन है,,, की हम किस बात की उलझन है..==........... rkysky frnds4ever #उलझन इस बात की है कि,,, हमें ...... उलझन किस बात की है अपनों से दूरी की या फिर किसी #मज़बूरी की खुद की नाकामी की या किसी परेशानी की #दुनि
आलोक कुमार
बस यूँ ही चलते-चलते ......... जरा सोचिए कि आजकल हमलोग खुद को बेहतर बनाने के लिए कौन-कौन से गलत/अभद्र नुस्खें अपनाते जा रहे हैं. ना ही उस नुस्खें के चरित्र, प्रकरण एवं उसके कारण दूसरे मनुष्य, आसपास, समाज, देश व आगामी पीढ़ी पर असर का ख्याल रख रहें हैं, न ही ख़यालों को किसी को समझने का मौक़ा दे रहे हैं. बस अपने ही धुन में उल्टी सीढ़ी के माध्यम से अपने आप को आगे समझते हुए सचमुच में बारम्बार नीचे ही चलते जा रहे है. तो जरा एक बार फिर सोचिए कि उल्टी सीढ़ी उतरने और सीधी सीढ़ी चढ़ने में क्रमशः कितनी ऊर्जा, शक्ति और समय लगती होगी. यह भी पता चलता है कि आज की पीढ़ी की ऊर्जा और शक्ति का किस दिशा में उपयोग हो रहा है और शायद यही कारण है कि आज का "गंगु तेली" तो "राजा भोज" बन गया और "राजा भोज", "गंगु तेली" बन कर सब गुणों से सक्षम रहने के बावज़ूद नारकीय जीवन जीने को मजबूर है. यही हकीकत है हम अधिकतर भारतवासियों का...... आगे का पता नहीं क्या होगा. शायद भगवान को एक नए रूप में अवतरित होना होगा. आज की पीढ़ी की सच्चरित्र की हक़ीक़त
आज की पीढ़ी की सच्चरित्र की हक़ीक़त
read moreAnuj Ray
खुशबू चरित्र की" खुशबू चरित्र की, हीरे सी चमकती है, फूलों सी महकती है। खुशबू चरित्र की, जीवन के आईने में, सूरज सी दमकती है। खुशबू चरित्र की, आदर्श भी गढ़ती है, इतिहास भी रचती है। ©Anuj Ray # खुशबू की चरित्र की"
# खुशबू की चरित्र की" #कविता
read more