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Harekrishna
Hindi poetry on nature by Sachin #sachinkumar #Poetry #Nature #Quotes #Hindi #Video #Zindagi #SAD #poem #thesachinkumar #nojotovideo
read moreShilpa Thakur
ये जो नजारे हैं हमेशा से सबके प्यारे हैं ना तुम्हारे ना हमारे हैं ये तो प्रकृति के प्यारे हैं देते सुकून को सहारे हैं मिलते दर्द दरिया को किनारे हैं। ©Shilpa Thakur #Nature #Nojoto #nojotohindi #Hindi #Poetry #SunSet
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read morekajal gurbani
काश कुछ पल के लिए कुछ ऐसा हो जाए... ये चारों ओर का वातावरण शांत हो जाए... हर तरफ खुशहाली छा जाए... प्रेम सबके हृदय में समा जाए... दुखों के बादल छट जाए... मुस्कुराहट सब में बट जाए... नफरत दिलों से मिट जाए... प्रेम रूपी सागर में सभी सिमट जाए... गरीबी का कोई नामोनिशान न रह जाए... अमीरों को अपनी अमीरी का गुमान ना रह जाए... भेदभाव का रिवाज खत्म हो जाए... इंसानियत का पाठ सभी पढ़ जाए... कहीं कोई रावण ना रह जाए... काश कुछ पल के लिए कुछ ऐसा हो जाए... ये चारों ओर का वातावरण शांत हो जाए... -काजल #Hindi #Poetry #Nature #think #Nojoto #daily #Bestfriendsday
Rajnikant Bedage
दूर तक चले यूहीं बेवजह,तू तेरा खयाल छोड़ मैं, मैं भी ना करू,बस चलते जाए ना बात हो,ना सिर्फ ख़ामोशी हो हम चुप हो,बस नजारे बोलते जाए एक दिन अलग होना सबसे चलो इन पेड़ों पहाड़ों से गले मिलते जाए #nojoto #hindi #nature #shayari #poetry #love #life
काफ़िर_rk
अकेले आदमी ख़ुद को पाता है ऐसे मानो मक्के के खेत पर गड़ी हुई बांस और मटके पर कालिख से पुती हुई सर , फटा हुआ कुर्ता और अगल बगल खेत खलिहान. जिसमे हर मौसम पर बदल दिए जाते है बीज और उन्हें ऐन वक्त पर काट लिया जाता है , खेत और पुतले इनके बीच एक चीज़ है जो कोई नही काट सकता वो है सिर्फ़ तन्हाई.. ©काफ़िर_rk #Nojoto #Hindi #Poetry #Life #alone #Nature #Zindagi
Nakhat Praween Zeba
आइएगा और भ्रम दे जाइएगा हो दिल से रज़ा तो ही अपनाइएगा मुहब्बत यूं रहम से नहीं , के मुकरना मुबारक मुकर जाइएगा। नहीं शौक़ मुझको के पालू भ्रम ये के मुहब्बत है तो दिल से निभाइएगा। बड़े देखें हमने धोखे खाने वाले हम खुद से सितम खाए है क्या खिलाइएगा। है दूरी मयस्सर तो हाँ ख़ुश हूँ मैं रो देंगे गर क़रीब आइएगा। के नहीं मंज़ूर मिल के बिछड़ना दुबारा मिले बगैर ही बिछड़ना मुबारक, बिछड़ जाइएगा। के खुश्क आंखों से गर मिले निगाहें तो छुपा लीजिएगा हँस के गुज़र जाइएगा। कमबख्त दिल नादान है ये मर जाएंगे गर नज़रे मिलाइएगा। हकीक़त पसंद हूँ ख्वाबों से परे हूँ ज़िद कर बैठूगी गर ख़्वाब दिखाइएगा। इसलिए इस दिल को है जुदाई मुबारक भ्रम नहीं के आइएगा और सच में ले जाइएगा।। ©नकहत प्रवीण ज़ेबा #Nature #judai #separation #love #nojoto #Hindi #Poetry