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सुधा भारद्वाज"निराकृति"
#भय_मुक्ति_के_लिए #OctoberCreator #सब_प्रकार_के_भय_से_मुक्ति_के_लिए दुर्गा जी के बत्तीस नामों का जाप करें...!
read moreChandrawati Murlidhar Gaur Sharma
मां के बत्तीस नाम ज़रूर सुने और सदा जपे मां खुद उसकी रक्षा करती है #navratri
read moreJ. Chandravanshi
मेरी भूतनी, मेरी भूतनी तो कयामत होगी, उसके दांत बत्तीस मगर होंठ गायब होगी। मेरी भूतनी से आपको मैं मिलाता मगर, आपका खून न पीले मुझे लगता है डर। ©J. Chandravanshi मेरी भूतनी, मेरी भूतनी तो कयामत होगी, उसके दांत बत्तीस मगर होंठ गायब होगी। मेरी भूतनी से आपको मैं मिलाता मगर, आपका खून न पीले मुझे लगता है
मेरी भूतनी, मेरी भूतनी तो कयामत होगी, उसके दांत बत्तीस मगर होंठ गायब होगी। मेरी भूतनी से आपको मैं मिलाता मगर, आपका खून न पीले मुझे लगता है #Ghost #loveyou #शायरी #Shayar #nojotoshayari #nojotoshayri #Chandu
read moreविपिन कुमार सोनी
उन्नीस में, चुनाव करना है बीस का चलो! भडास निकाल लो, अपने दिल के टीस का हाथ में, जिसके चप्पू है, कहते है, वो गप्पू है ? जिसको चाहिए चप्पू है सुनते हैं, वो पप्पू है ? तुम जानो! तुम्हारा आंकडा,किससे है छत्तीस का उन्नीस में ........ चाय बना रहा था, चायवाला, गैस कनेक्शन ले नालावाला देखना है वो कैसे है होना, डालो आलू, निकले सोना जाने न दो! हमला करो सेना ले बत्तीस का उन्नीस ...... * विपिन कुमार सोनी चुनाव उन्नीस में, चुनाव करना है बीस का चलो! भडास निकाल लो, अपने दिल के टीस का हाथ में, जिसके चप्पू है, कहते है, वो गप्पू है ? जिसको चाहिए
चुनाव उन्नीस में, चुनाव करना है बीस का चलो! भडास निकाल लो, अपने दिल के टीस का हाथ में, जिसके चप्पू है, कहते है, वो गप्पू है ? जिसको चाहिए
read moreShikha Mishra
(Read full poem in caption 👇🏻) #yqbaba #yqdidi #yopowrimo #लिखूं #लिखने #लिखना #बोलो_क्या_लिखूँ जब भी मैं कुछ लिखने बैठती हूँ तो खून खौल जाता है मेरा, सोचती हूँ, क्
#yqbaba #yqdidi #yopowrimo #लिखूं #लिखने #लिखना #बोलो_क्या_लिखूँ जब भी मैं कुछ लिखने बैठती हूँ तो खून खौल जाता है मेरा, सोचती हूँ, क्
read moreVishw Shanti Sanatan Seva Trust
।।शांति संदेश।। 🌼🙏महामंत्र का महत्व🙏🌼 हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे| हरे राम, हरे राम, राम राम, हरे हरे||१| यह मह
read morePramod Kumar
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
माता के हर त्याग का , करना है सम्मान । यह जीवन उसका दिया , सुन ले अब इंसान ।। माता से बढ़कर नहीं, होते देव महान । इनके चरणों में झुके , देख स्वयं भगवान ।। कैसे भूलूँ मैं उस माँ को , जिसने मुझको जन्म दिया । अपना सारा जीवन मुझ पर , जिसने हम पर वार दिया ।। कैसे भूलूँ मैं उस माँ को .... याद हमें आता है अब भी , कैसे सबके बीच रही । सुनकर सब की चुप रहती थी , निर्धन हूँ ये सोच रही ।। बदलेगा कल भाग्य हमारा , सब शंभू पर छोड़ रही । लगती मुझको धूप कभी तो ,आँचल अपने छुपा लिया ।। कैसे भूलूँ मैं उस माँ को ..... रहा लाड़ला दादी माँ का , दादा ने सिर हाथ रखा । खेला कूदा पढ़ा लिखा मैं , क्या मैं माँ को भूल सका ।। उतना ही वह याद रही फिर , जितना निशिदिन बड़ा हुआ । जितना करता उसकी खातिर , लगता मुझको कुछ न किया ।। कैसे भूलूँ मैं उस माँ को ..... बचपन की यादें अब आकर , निशिदिन चोट नया देती । अब भी उस आँगन से खुशियाँ , माता मेरी भर लेती ।। लेकिन मन संतोष खजाना , पीड़ा सारी हर लेती । इतना ज्ञान सुनों मैं माँ से , रहकर उनकी शरण लिया ।। कैसे भूलूँ मैं उस माँ को ...... बत्तीस दाँतों में जिभा भी , देखो नरम-गरम होती । लेकिन मेरी माँ की भाषा , बिल्कुल अलग अजब होती ।। जो सीखी थी उसने भाषा , शीश झुकाना ही होती । आज उसी के पद चिन्हों पर , हमने चलना सीख लिया ।। कैसे भूलूँ मैं उस माँ को ...। कैसे भूलूँ मैं उस माँ को , जिसने मुझको जन्म दिया । अपना सारा जीवन मुझ पर , जिसने हम पर वार दिया १६/१२/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR माता के हर त्याग का , करना है सम्मान । यह जीवन उसका दिया , सुन ले अब इंसान ।। माता से बढ़कर नहीं, होते देव महान । इनके चरणों में झुके , द
माता के हर त्याग का , करना है सम्मान । यह जीवन उसका दिया , सुन ले अब इंसान ।। माता से बढ़कर नहीं, होते देव महान । इनके चरणों में झुके , द #कविता
read moreAnil Ray
दृश्य स्वरूप से परे, मेरा एक निजस्वरूप भी है हजारों वस्त्र तन के लिए पर नजरदोष का क्या? कुदरत से प्राप्त कुदरती जिस्म अनमोल है मेरा तुम्हारा वजूद भी मिटेगा खुद को मिटा दूं क्या? ©Anil Ray विचारार्थ लेखन.................✍🏻 "सर! उस साली के बहुत पंख निकल आए हैं। कहती हैं मैं औरों के जैसी नहीं हूँ ... अजीब गंदी औरत है जो साफ होने
विचारार्थ लेखन.................✍🏻 "सर! उस साली के बहुत पंख निकल आए हैं। कहती हैं मैं औरों के जैसी नहीं हूँ ... अजीब गंदी औरत है जो साफ होने #Office #Women #thought #nojotohindi #crime #Meradesh #Disrespect #Anil_Kalam #Anil_Ray
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