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Ek villain

#हालिया चुनाव से सादा 2024 का निशाना #adventure #Society

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे कई संदेश देते हैं पहला संदेश यह है कि अब प्रदेश में जातिवाद राजनीति को न्यूनतम महत्व दिया जाने लगा है प्रदेश में भी जातिवादी सत्ता की अगुवाई पार्टी बसपा प्रदेश की राजनीति में औंधे मुंह गिर कर अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष करने पर मजबूर होगी दूसरी संदेश यह है कि मुकेश कोरी के पल्लवन भरे वादे हर प्रदेश के मतदाताओं को आकर्षित नहीं करते यह नतीजा तीसरे संदेश यह भी दे रहा है कि जनता स्थाई वारंट सुशासन वाली सरकार चाहती है गुंडा उड़ा दी और माफिया जिस प्रकार योगी आदित्यनाथ के प्रदेश सरकार से शिकंजा का उत्तर प्रदेश भारत ने हाथों-हाथ लिया है उसके परिणाम प्रदेश में पहली बार कोई मुख्यमंत्री लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार से नेतृत्व करने वाला है किसी कानून विरोधी आंदोलन से उपजे आक्रोश को भागते हुए भाजपा ने समय रहते पूरा गांव भर लिया है

©Ek villain #हालिया चुनाव से सादा 2024 का निशाना

#adventure

Silent Shayar

#bhojpuri #geet #lokgeet #Society #bad #condition #शराब #सिगरेट #village सुन भईया देश के सुनावतानी हालिया बिगड़ गईलें ना... #MyPenStory #बात

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Abdullah Qureshi

एक क्लिप हालिया प्रोग्राम की। सुनें और बतायें कैसी लगी आपको?? #nojototeam #nojotonews #nojotocreator #NojotoTrending nojotovideo N #nojotopoetry #nojotourdu #NojotoViral

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Namit Raturi

एक गंदी कविता, ना नियमों का बंधन, ना शब्दों की संहिता, कभी बात लिखें हालिया सियासत की, कभी बात लिखें बरबाद होती चाहत की, ना सर हो ना पैर हो #Hindi #yqbaba #hindipoetry #yqdidi #yqhindi #shittypoetry

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एक गंदी कविता,
ना नियमों का बंधन,
ना शब्दों की संहिता,

कभी बात लिखें हालिया सियासत की,
कभी बात लिखें बरबाद होती चाहत की,
ना सर हो ना पैर हो ना उसकी ताल हो,
मतलब ना कोई,ना लिखने पे मलाल हो !

कभी कोई पुरानी सी कही कहावत की,
कभी चर्चा नए जमाने की निहायत ही,
ना तुक हो,ना तर्क हो,ना कोई हाल हो,
बस पूछे ना कोई,ना उठता सवाल हो,

कलम रोई,कागज चीखा
पढने वाले का क्या होगा
एक गंदी कविता ।। एक गंदी कविता,
ना नियमों का बंधन,
ना शब्दों की संहिता,

कभी बात लिखें हालिया सियासत की,
कभी बात लिखें बरबाद होती चाहत की,
ना सर हो ना पैर हो

Shikha Mishra

#yqbaba #yqdidi #smquote #Rape #Murder #system #India गया में एक पिता महीने भर से साईकिल पर अपनी बेटी की तस्वीर लगाए हुए गली सड़कों पर न्या

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महीने भर से वो घूम रहा साईकिल लिए
अपनी बेटी की तस्वीर दोनों तरफ़ लगाएे हुए
उस दरिंदे कुकर्मी को सज़ा ज़रूर मिलेगी
दिल में न्याय की आस संभाले हुए।
कभी तो प्रशासन उसे देखेगा
तन्नु को न्याय दिलाने को चेतेगा
उसे मालूम है ये काम आसान नहीं
दबंग नेता के संबंधी को सज़ा मिलना
महान भारत में वरदान से कम नहीं।
फिर भी वो घूम रहा है
बेटी के आत्मा की आंसू बाप रो रहा है
जनता कभी तो पिघलेगी,
प्रशासन के खिलाफ उसके संग उतरेगी
न्याय की आस में वो जी रहा है
अब उसे कोई कैसे समझाए
कि गंदी नाली में वो मोती ढूंढ़ रहा है।
पता नहीं ये 'बड़े लोग' उसकी कब सुनेंगे
उस हत्यारे दरिंदे के मौज कब रुकेंगे।
शर्म आती है कहने में 'यहां लोकतांत्रिक गणराज्य है'
सच तो ये है यहां भ्रष्ट नेताओं का एकछत्र राज्य है।।  #yqbaba #yqdidi #smquote #rape #murder #system #india

गया में एक पिता महीने भर से साईकिल पर अपनी बेटी की तस्वीर लगाए हुए गली सड़कों पर न्या

Faani_official

पार्ट.1 मैने देखा बड़ा गेट है, जिसके भारी -भारी दोनों दरवाजे खुले हैं. गेट के ऊपर लकड़ी से बना हुआ एक बड़ा बोर्ड लगा है उसपर हिंदी और उर्दू ब #कहानी

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पार्ट.1

मैने देखा बड़ा गेट है, जिसके भारी -भारी दोनों दरवाजे खुले हैं. गेट के ऊपर लकड़ी से बना हुआ एक बड़ा बोर्ड लगा है 
उसपर हिंदी और उर्दू बड़े - बड़े शब्दों मे (मियाँ महल ) लिखा है. फिर 
मैं जब अंदर दाखिल हुआ तो देखा, सड़क सीधी अंदर की ओर जा रही है दोनों तरफ मकान हैं एक  गेट के दरबाजे से सटी हुई एक चाय की टापरी है दूसरी ओर कुछ पेड़, पौधे लगें हैं, कुछ दुरी पर एक बड़ा मन्दिर है, मन्दिर की ऊपरी सतेह पर छोटी-बड़ी भगवान की मूर्तियां हैं पूजा-अर्चना  रही चल रही है  घंटियों की आवाज आ रही है बहुत सारे लोग हैं, वहीं मैंने देखा दूसरी तरफ एक शानदार मस्जिद है 
 मस्जिद की ऊंची ऊंची मीनारें और उनकी बनावट देखकर
मुझे बहुत अच्छा लगा. . .. फिर... पार्ट.1

मैने देखा बड़ा गेट है, जिसके भारी -भारी दोनों दरवाजे खुले हैं. गेट के ऊपर लकड़ी से बना हुआ एक बड़ा बोर्ड लगा है 
उसपर हिंदी और उर्दू ब

PRIYA SINHA

#सामंजस्य" #मेरे #अल्फाज #व #मेरी #अंदाज #ए #आवाज 🎙👱🏻‍♀🙂 ☺😊"सामंजस्य"😊☺ जानती हूँ स्थिति परिस्थिति के मध्य,

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shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

Read in Caption👇है हमारे वास्ते हक परस्ती को मिटाने,एक *सफ़ में खड़े*सितम-ईजाद यजीद सब//१ *कतार (*सितम-ईजाद-यजीद__ नये नये सितम करने वाला जाल #nojotoenglish #मेरी_कलम_से #Anhoni #Merekhyaal #shamawrites #SeptemberCreator #दिल_की_baat

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है हमारे वास्ते हक परस्ती को मिटाने 
एक सफ़ में खड़े,सितम-ईजाद यजीद सब//१

गौर से सुन ऐ *फिरोनी हुकूमते,हमारी 
नस्लें अब ना होंगी तेरी यू मुरीद सब// 
*

उफ़ ये किस मरदूद की याद ने दहला दी इंसानियत उस
जालिम कारून, हामान जैसी हुकूमते मिटी है *जदीद सब//३  

शरीके थे आप,मैं,और तुम लोग,हां यकीनन
 वो हकबयानी है अभी,याद  *मजीद सब// 

जबरन शद्दाद मगरुर ने बुतो को सज्दा किया,
ज़हनो दिल से मिट गए उस जैसे  *शदीद सब//४ 

 मुझको बया न करनी थी अपने रूदादे-ग़म
,ए खुदाया क्यू हो रहे,तेरे होते  *नाउम्मीद सब//,५

शमा को नही ऐसे नमरूदी सजदे का शउर वो,जो
     बुत हुए थे कलीसा में ओंधे मूंह *पलीद सब//६        

किस किसके खुदाओ पर करूँ मैं *तब्सिरा,बेशक
                 मिलकर देते है एक वाहिद खुदा की *तोहिद सब//७              
*
सह गईं रंजो अलम सारी दुनिया के"शमा",मेरे भी
         दिल को मिले तुझसे यही *गूफते शनेद सब//८           
 शमीम अख्तर/शमा write

©IM binte hawwa shama write Read in Caption👇है हमारे वास्ते हक परस्ती को मिटाने,एक *सफ़ में खड़े*सितम-ईजाद यजीद सब//१ *कतार
(*सितम-ईजाद-यजीद__ नये नये सितम करने वाला जाल

shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

Read in Caption👇है हमारे वास्ते,हक परस्ती को मिटाने एक सफ़ में खड़े,सितम-ईजाद यजीद सब//१ (सितम-ईजाद-यजीद__ नये नये सितम करने वाला जालिम) गौर #OpenMIC #nojotohindi #nojotoenglish #nojotourdu #nojotonews #nojotochopal #shamawrites #मेरी_कलाम_से #SeptemberCreator

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JALAJ KUMAR RATHOUR

2011 2012,2013, 2014,और 2015 का कुछ वक्त हमने साथ में बिताया, एक साथी के रूप में, एक दोस्त के रूप में , और एक दूसरे के मेंटोर के रूप में, इन #जलज

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वो खामोश लड़की.. 
वर्ष 2011 2012,2013,2014,और 2015 का कुछ वक्त हमने साथ में बिताया,
 एक साथी के रूप में, एक दोस्त के रूप में , और एक दूसरे के मेंटोर के रूप में, इन सालों में हमने जाना एक दूसरे को, जानी एक दूसरे की खामियां, और खूबियां ,पर कहते है ना वक्त बदलता है और फिर सब विपरीत होता है हमारे हालिया हालातों के, कुछ ऐसा ही हुआ उन दोनो लड़कीयो ने ट्यूशन आना बन्द कर दिया था। क्युकी बारहवी के पेपर आने वाले थे। ये बारहवी के पेपर, दोस्ती और सोलह साल वाले प्रेम की तेरहवी जैसे होते है। जिसमे हर सुबह पैठे और दही चीनी खिलाया जाता है व हर उस शक्स को जो इन क्रियाओ में संलिप्त  रहता
पेपर के बाद हम सब अलग हो गए और एक बात थी जो दर्द देती थी। वो थी हमारे ना मिलने की उम्मीद,
पर वक्त आपके लिए आपसे ज्यादा सोच कर रखता है, और यही हुआ जब मैंने B.Sc के पहले ही दिन अपने कॉलेज में उन दोनो को अपने सामने देखा, उनमे से लंबी वाली लडकी पास आकर बोली, बेटा आसानी से तेरा पीछा ना छोड़ेंगे पर छोटी वाले वही लड़की जो खामोश रहकर सब कुछ कह जाती थी। पास खडी थी और मुस्करा रही थी,मुझे उससे प्रेम नही था पर मैं चाहता था की की उससा ही हो मेरी जिंदगी में कोई , जो बस इसी खामोशी से मेरी हर बात को समझ जाए,B.SC.  की क्लासो से ज्यादा हम अपनी मजाक की क्लास लेते थे, पेपर के समय वो छोटी सी लड़की मेरे पास बैठी थी और बार- बार मेरे मैं से देखने की कोशिश कर रही थी। पर उस असफलता के सिवा कुछ नही मिल रहा था। मैंने उसकी तत्परता को भांपते हुए। अपनी कॉपी के पन्ने उसकी तरफ कर दिये, वो मुस्करा कर लिखने लगी, मैंने अपने किसी और शैक्षिक कार्य को पूरा करने के लिए पहली साल के बाद BSc और शहर को छोड़ दिया, फिर जब भी कभी अपने शहर जाता तो वो दोनो मिल ही जाती थी,वो छोटी लड़की उसी खामोशी और मुस्कराहट के साथ वो हम सबसे मिलती थी।पर कहते हैं ना कि जिंदगी में हर चीज वैसी नही होती जैसा हम सोचकर रखते है क्युकी हम इस नाटकीय संसार के पात्र है और वो खुदा या ईश्वर इस संपूर्ण नाटक का  नाटककार है यह निर्णय वही लेता है कि किस पात्र की अवधि इस रंगमंच पर कितनी होगी। एक दिन जब उस लंबी लड़की से बात हैं कर रहा था तो मैंने पूछा और खामोश  बच्ची कहाँ है वो कुछ देर तो चुप रही फिर उसने बताया कि "यार वो नही रही", कुछ चीजे होती है जिन पर हमे ना चाहते हुए  भी भरोसा करना पडता है। कुछ ये भी ऐसा ही था मेरे लिए, दिमाग में गूँज रही थी उसकी वो खामोशी और मुस्कराहट जो शायद खो गयी थी इस अनंत आसमान में वापस ना आने वाली उम्मीद के साथ..... 
........#जलज 2011 2012,2013,
2014,और 2015 का कुछ वक्त हमने साथ में बिताया, एक साथी के रूप में, एक दोस्त के रूप में , और एक दूसरे के मेंटोर के रूप में, इन
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