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Best छत Shayari, Status, Quotes, Stories

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Mukesh Poonia

#बचपन भी #कमाल का होता है खेलते #खेलते चाहें #छत पर सोयें या #ज़मीन पर #आँख #बिस्तर पर ही खुलती थी

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अदनासा-

#हिंदी #प्रिती #लता #ग़ज़ल #छत #देखा #हंसिनी #Instagram #Facebook #अदनासा 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 मैंने अब तक तो कोई ग़ज़ल नही लिखी पर सुकून और इत्मीनान से बहुत सुनी है मैंने कल छत पे तुम्हारी एक झलक देखी मैंने ग़ज़ल देख लिया वो लगती हंसिनी है

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Swati kashyap

#छत

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Ghumnam Gautam

अब जरूरत नहीं है छत की हमें
क्योंकि हिस्से में आई छतरी है

©Ghumnam Gautam #mohabbat #छत #छतरी 
#ghumnamgautam

Rj Rupal Rajput

#घर की #छत ♥️ #मन ka सुकून🌻 #Secret #healing #walkingalone #deepfeelings #quaotes

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Sarfaraj idrishi

#Moon हटा कर #जुल्फें #चेहरे से न #छत पर #शाम को जाना. कहीं कोई #ईद न कर ले अभी #रमजान बाकी ... gaTTubaba indu singh Nitin Chauhan Dinesh Kumar Gangwar Anshu writer

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Anita Saini

लंबे थकाऊ सफर में रुककर थोड़ा सुस्ताना। धूप में अलसाने के बावज़ूद रात की रानी का महक जाना कुछ ऐसा ख़ुशगवार था छतों पर शाम बिताना।

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लंबे थकाऊ सफर में
रुककर थोड़ा सुस्ताना।

धूप में अलसाने के बावज़ूद
रात की रानी का महक जाना

कुछ ऐसा ख़ुशगवार था
छतों पर शाम बिताना।

अब मकान बहुमंजिला हुए
कमरे तक सिमटा आना जाना।

अब ना, छत अपनी, ना चौबारे 
सोसायटियों का अब है जमाना।

ना शाम का पता, ना रात का ठिकाना
वक़्त- बेवक़्त होता है घर आना जाना।

मजबूरियों ने छीने आँखों से हसीन मंज़र,
वरना कौन नहीं चाहता, छत पर शाम बिताना..? लंबे थकाऊ सफर में
रुककर थोड़ा सुस्ताना।

धूप में अलसाने के बावज़ूद
रात की रानी का महक जाना

कुछ ऐसा ख़ुशगवार था
छतों पर शाम बिताना।

notojo2913

#छत को बहुत......।

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Manmohan Singh

गर्मियों की शामें, और छतों पर जा कर टहलना, बतियाना... #NAPOWRIMO में आज छत पर बिताए जाने वाले लम्हों के बारे में लिखें। #छत #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi

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आज भी य़ाद आती  है ,बचपन में  छत पर बितायी, 
गर्मियों की शामें और रातें ,अजीब से खेल , 
अजीब लगती हैँ वो य़ादें  .......

शाम को पहले छत पर जी भर खेलना,
फिर चारपायीयां लगाना ,चादर विछाना .........
रात को खाना खाकर सोने के लिए छत पर जाना,
 भाई बहनों  से घंटों बतियाना,चादरों पर पानी छिड़कना,
माँ का झिड़कना ........... 

सोने से पहले माँ का रूह- अफजा,वर्फ वाला दूध के गिलास लाना  ,
सारा दूध पी कर गिलास में बचे वर्फ के टुकडों को हिलाना ,
बूंद -बूंद कर उसी वर्फ का चीनी मिला पानी पीना ,
आज भी य़ाद हैं वो ज़िन्दगी,
वो मौज में जीना ............

 
 गर्मियों की शामें,
और छतों पर जा कर टहलना, बतियाना...
#napowrimo में आज छत पर बिताए जाने वाले लम्हों के बारे में लिखें। #छत  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

Shravan Goud

गर्मियों की शामें, और छतों पर जा कर टहलना, बतियाना... #NAPOWRIMO में आज छत पर बिताए जाने वाले लम्हों के बारे में लिखें। #छत #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi

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छतो पर श्याम बिताना अपने आपको तरोताजा महसूस करना आपस में बातें करते हुए इधर-उधर नजरो से उनको ढुंढना, यह सब खुबसूरती के पल हुआ करते हैं। गर्मियों की शामें,
और छतों पर जा कर टहलना, बतियाना...
#napowrimo में आज छत पर बिताए जाने वाले लम्हों के बारे में लिखें। #छत  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
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