Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best Nivedita Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best Nivedita Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutlove bible verses niv, anniversary cake with photo edit, the message of the cross is foolishness niv, sister nivedita quotes in bengali, bhagini nivedita quotes in bengali,

  • 7 Followers
  • 11 Stories

Sita Prasad

मेरा इश्क तो समुन्दर था,
तेरे बादल घने बिरला ही बरसे,
मैंने तो सब अपना लिया था,
बस तेरी बेखुदी से तरसे। 

अजीब है यह दिल की कशमकश,
बेचैन कर तलबदार बना देती है,
न जाने किस भूल- भुलैया में फंसा तू,
यह सोच मेरी नींद उड़ा देती है। 

भले ही पन्ने जल्दी पलट दिये,
आखिर में मेरा उपसंहार तो पड़ लेना,
हाँ लघुकथा तो मैं भी नहीं,
अपने यादों में ज़िक्र इसका ढूंढ लेना।।
 #विशेषप्रतियोगिता 
#rzलेखकसमूह 
#लेखनसंगी 
#rztask414
#collabwithrestzone 
#restzone 
#nivedita  #YourQuoteAndMine
Collaborating with Nivedita Nonhare

Poonam Suyal

यही तो है.. तुम्हारा और मेरा... सपनों का सुन्दर संसार, मन के अंतस्तल से...... मेरी नस-नस में समाये हो तुम। 💖💖 ना प्रेम-पत्र लिखे.. ना ही कभी तुमने शब्दों में इक़रार किया, हर बात हृदय से... बहती तुम्हारी इसलिए हमें भाये तुम। 💖💖 जहाँ मेरी थकन.... ठंडी छाँव पाती है हर पल.. हर क्षण, प्रेम की वो.. असीम गहराईयाँ लेकर मुझ में समाये तुम।

read more
        यही तो है.. तुम्हारा और मेरा... सपनों का सुन्दर संसार, 
मन के अंतस्तल से...... मेरी नस-नस में समाये हो तुम।
💖💖
ना प्रेम-पत्र लिखे.. ना ही कभी तुमने शब्दों में इक़रार किया,
हर बात हृदय से... बहती तुम्हारी इसलिए हमें भाये तुम।
💖💖
जहाँ मेरी थकन.... ठंडी छाँव पाती है हर पल.. हर क्षण,
प्रेम की वो.. असीम गहराईयाँ लेकर मुझ में समाये तुम।

Poonam Suyal

शब भर बारिश हुई.. आज सूखी ज़मीं जाने क्यों.. मेरी आँखों में नमी रह गई! सफ़र सुहाना है......ज़िंदगी का वैसे तो, क्यों लगता है कभी.. कुछ कमी रह गई! सारे जज़्बातों को तो, ज़ाहिर किया तुमने, लगता है कुछ बातें, जैसे अनकही रह गईं। महकते गुलों की सी फ़ितरत मोहब्बत की,

read more
जी भर के भीगना चाहा हमने बारिश में,
वो तमन्ना हमारे दिल मे रह गई।
आँसुओं का आया ऐसा सैलाब आँखों में,
मैं उनसे ही सराबोर हो गई।

दिल में ना जाने कितने अरमान थे मचल रहे,
उनके बिखरते ही मैं सुध बुध अपनी खो गई।
अब ढूँढ लिए हैं हमने नए आयाम जीने के,
ग़म हमारे इक पुरानी बात हो गई।

बढ़ती जा रही हूँ मैं जीवन पथ पर आगे,
ज़िंदगी ना जाने कैसे मेरी थी थम गई।
किसी के रोके से अब ना रुकूँगी मैं,
आगे बढ़ना ही है ज़िंदगी, ये मैं समझ गई। शब भर बारिश हुई.. आज सूखी ज़मीं 
जाने क्यों.. मेरी आँखों में नमी रह गई!
सफ़र सुहाना है......ज़िंदगी का वैसे तो,
क्यों लगता है कभी.. कुछ कमी रह गई!

सारे  जज़्बातों को तो, ज़ाहिर किया तुमने,
लगता है कुछ बातें, जैसे अनकही रह गईं।
महकते गुलों की सी फ़ितरत मोहब्बत की,

Poonam Suyal

ख़ुद के लिए ना जीकर तुम ज़िन्दा हो दूसरों की खुशी के लिए,
सबके लिए वरदान, आसमान से उतरा इक मसीहा हो तुम।
अपनी इच्छाओं को भी मार दिया तुमने दूसरों की ख़ातिर,
फ़िर भी मोहब्बत का बहता निर्मल दरिया हो तुम।
 #विशेषप्रतियोगिता 
#rzलेखकसमूह 
#collabwithrestzone 
#restzone 
#rztask351
#nivedita 
#yqdidi 
#yqhindi

Dr Upama Singh

कहो तो बिछड़ जायें पिया तुम चाहो तो फिर पास आयें, लेक़िन ये आने-जाने के सिलसिले तक़लीफ़ देते हैं। शिक़स्ते-मोहब्बत की क्या अब हम आख़िर दास्ताँ सुनायें, सुलगता स्त्री का दिल हौले-हौले

read more

ये जो होते मोहब्बत के सिलसिले हैं
इसका हर फैसला तुम पर छोड़ते हैं
पास आओगे तो मुझे खुशी मिलेगी
बिछड़ना चाहोगे तो ताउम्र दिल में एक टीस रहेगी

सबकी होती मोहब्बत के ख़ूबसूरत दास्तां
हर किसी का इश्क़ मुकम्मल होता कहाँ
एक मुठ्ठी खुशी मुझे देकर चले गए
अधूरी दास्तां–ए–मोहब्बत का ग़म सहते रहे
रचना अनुशीर्षक में👇      कहो तो बिछड़ जायें पिया
तुम चाहो तो फिर पास आयें, 
लेक़िन ये आने-जाने के 
सिलसिले तक़लीफ़ देते हैं।

शिक़स्ते-मोहब्बत की क्या 
अब हम आख़िर दास्ताँ सुनायें,
सुलगता स्त्री का दिल हौले-हौले

Dr Upama Singh

कहो तो बिछड़ जायें तुम चाहो तो फिर पास आयें, लेक़िन ये आने-जाने के सिलसिले तक़लीफ़ देते हैं। शिक़स्ते-मोहब्बत की क्या अब हम आख़िर दास्ताँ सुनायें, सुलगता है दिल हौले-हौले

read more
ये जो होते मोहब्बत के सिलसिले हैं
इसका हर फैसला तुम पर छोड़ते हैं
पास आओगे तो मुझे खुशी मिलेगी
बिछड़ना चाहोगे तो ताउम्र दिल में एक टीस रहेगी

सबकी होती मोहब्बत के ख़ूबसूरत दास्तां
हर किसी का इश्क़ मुकम्मल होता कहाँ
एक मुठ्ठी खुशी मुझे देकर चले गए
अधूरी दास्तां–ए–मोहब्बत का ग़म सहते रहे
 रचना अनुशीर्षक में👇    


 कहो तो बिछड़ जायें 
तुम चाहो तो फिर पास आयें, 
लेक़िन ये आने-जाने के 
सिलसिले तक़लीफ़ देते हैं।

शिक़स्ते-मोहब्बत की क्या 
अब हम आख़िर दास्ताँ सुनायें,
सुलगता है दिल हौले-हौले

Dr Upama Singh

प्यार का महक बिखेरता फूल हो तुम
धूप में जलकर भी अपनी खुशबू बिखेरते तुम
मोहब्बत के साए से कोई बेचराग़ रहा है कोई भला
मोहब्बत में जलकर ही इश्क़ सूफ़ियाना हो पाया है #विशेषप्रतियोगिता 
#rzलेखकसमूह 
#collabwithrestzone 
#restzone 
#rztask351
#nivedita 
#yqdidi 
#yqhindi

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile