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Best ड़र Shayari, Status, Quotes, Stories

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Subhasish Pradhan

एक मौत ही है जो कभी डराती नहीं

बाकि, लोग यूँही मर जाने की धमकी देकर
                                    बहुत डराते हैं।। #मौत #ड़र #लोग #YQbaba #YQdidi #kp

girl_of_themis.

अर्थ और अनर्थ से डरने लगी मै 
 शांती  का चोला पहन 
सब चुप चाप सुनने लगी मै 
मगर डरती  हूँ  उन  तूफानों से 
जो रह- रह कर रोज
 मेरे जहन में जन्म लेते हैं
और मेरे भावनाओं के महल
कि बुनियाद को जड़  से झकझोर जाते हैं
आखिर कब तक  खुद से लड़ कर
उन्हें  रोक पाऊंगी मैं
आखिर कब तक हर जख्म को
ढक  कर यूँही चल पाऊंगी मैं 
आखिर कब तक अपने गुनहगारोँ  
को माफ कर पाऊंगी मैं  
आखिर कब तक इन शाब्दों में
आशुओँ  को छुपा  पाऊंगी मैं । #अंजान#ड़र

pearlikA

#सच्चा प्यार

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फिर मुलाकात  और फिर जुदाई का ड़र है।

सच्चे प्यार को अपनों की रुसवाई का ड़र है।
 ये कलियुग है साहब 
यहॉ ड़रते नही  है जिस्मानी  मोहब्बत करने वाले 
दी गई तालिमो से

 मगर 

सच्चे प्यार को आज भी खुदाई का डर है। 

by  Avika Rathi (pearlikA) #सच्चा प्यार

Deepak Sharma

Internet Jockey Nazreen Sadar Mohd Mujahid Khan Reshmi Panda Rinky Rao

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लोगों की ख्वाहिशों का बोझ लिए चलते हैं ।
सपनों को भुला कर हर रोज लिए चलते हैं ।
समझते हुए भी सब जमाने को खुश रखना पड़ेगा ।
इसलिए सुबह को साँझ लिए चलते हैं ।

लोगों की ख्वाहिशों का बोझ लिए चलते हैं ।
ऐक दिन की बात नंही हर रोज लिए चलते हैं ।

यह जो गलियों में कंही मर जाते हैं ।
मासूम आँखों के स्वप्न वंही घुट मर जाते हैं ।
ड़र जो जमाने का लगे तो समझ लेना।
बड़ते हुए कदम भी ड़र जाते हैं ।


कन्धों पे जमाने का बोझ लिए चलते हैं ।
लोगों की ख्वाहिशों को हर रोज लिए चलते हैं । Internet Jockey Nazreen Sadar Mohd Mujahid Khan Reshmi Panda Rinky Rao

Samant Kamal

एक गीत बचपन पर बहुत दिनों बाद! 💟💟 nojoto #nojotohindi #Poetry #songs #Childhood #बचपन #गीत

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गीत 
शीर्षक(बचपन)

सुनाती  थी  हमकों  जो दादी  कहानी
उतरती  थी  धरती  पे परीयों की रानी

वो  बचपन  में चंदा को मामा समझना
वो भूतों  के ड़र से जा माँ से चिपकना
वो लकड़ी की काटी से अपना बहलना
वो  पापा के  ड़र  से  किताबें पकड़ना
कभी   याद  आये   वो  बातें पुरानी-2
निकल  ही ये  आता है आँखों से पानी

वो  सर्दी  का  मौसम वो  ठंडी रजाई
वो  मम्मी  का   करना  स्वेटर  बुनाई
वो पकड़म पकड़ाई वो छुपम छुपाई
वो  खेलों  में   होना  अक्सर  लड़ाई
दिल की सुनी ना दिमागों की मानी-2
था  बचपन वो सच्चा ये झूठी जवानी एक गीत बचपन पर बहुत दिनों बाद!
💟💟
#nojoto #nojotohindi #poetry #songs #childhood #बचपन #गीत

Vikas sahaj

#ड़र

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 #ड़र

Sacred Heart

किताबों में छुप कर रहती है वो लड़की उसे दुनिया से ड़र लगता है लोगों से ड़र लगता है किताबों का मौन अपना सा लगता है उसे बे-आवाज़ शब्दों की भीड़ में खोना हसरतों की भीड़ में खोने से

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किताबों में छुप कर
रहती है वो लड़की
उसे दुनिया से ड़र लगता है
लोगों से ड़र लगता है
किताबों का मौन 
अपना सा लगता है उसे
बे-आवाज़ शब्दों की भीड़ में खोना
हसरतों की भीड़ में खोने से


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