Find the Latest Status about महिला दिवस कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, महिला दिवस कविता.
सायरी की डायरी
बेटी-बहु कभी माँ बनकर सबके ही सुख-दुख को सहकर अपने सब फर्ज़ निभाती है तभी तो नारी कहलाती है महिला दिवस #महिला
अर्पिता
चलो, आज महिला दिवस भी मना लेते हैं, कुछेक दिन ही दिए है इस समाज ने, लोगों से अपनी इज़्ज़त करवा लेते हैं, बहुत सहनशीलता रखती है औरतें, वरना आज International men's day मना रहे होते, चलो छोड़ो, कोई ना.... आज फ्री की यात्रा तो कर लेते हैं, अभी सुबह से शाम तक अपना महल छोड़ देते हैं, कही दूर उड़ चले...पर शाम का खाना, बच्चो का सम्भालना,बुज़ुर्गों की दवाई सभी का वक्त, उड़ने से पहले ही पैरो में बेड़िया डाल देता हैं, 8 मार्च को 🔗 (infinite) तो बनने में बहुत पीढ़ियां लग जायेगी, चलो आज हम इसकी शुरुआत तो कर देते हैं, फिर भी चलो आज महिला दिवस तो मना लेते हैं। ©अर्पिता #महिला दिवस
शिवकन्या....
साद "ती"... ची तु घराची 'शान' आहेस संपुर्ण समाजाचा 'मान' आहेस.... तुच आहेस 'जगतजननी' सर्व असुरांचा ह्वास करणे हेच आहे तुझ्या मनी.... मग कशाची वाट पाहत आहेस घे हातात न्यायाची तलवार अन् दाखवून दे जगास तूच दुर्गा अन् तूच काली आहेस.. आत्ताच्या काळात भीतीने जगून चालत नाही नराधमाच्या त्रासाला घाबरून जगता येत नाही..... नवीन निर्भया, असिफा अन् प्रियांका नको आहेत ताठ मानेने जगणाऱ्या "जिजाऊंच्या" लेकी पाहिजे आहेत... ....शिवानी चव्हाण. महिला दिवस...
Sachin Pathak
महिला दिवस! 8 मार्च की सुबह है, हम महिला दिवस मना रहे है, सोशल मीडिया पे शक्कर घोले जा रहे हैं, यार मम्मी आज भी पोहे मे नमक कम है, कहकर मम्मी की मेहनत को नंबर दिए जा रहे हैं, आज हम महिला दिवस मना रहे हैं, दुनिया भर में महिलाओं के किर्तिमनो के गुणगान किए जा रहे हैं, बहन को शादी के बाद घर कैसे c चलाना है की सीख दीये जा रहे हैं, नारीवादी हम मानो एक दिन के लिए बने जा रहे हैं, पर ये क्या, खूबसूरती को आज भी, माल पटाखा कहे जा रहे हैं, हम महिला दिवस मना रहे हैं, दामिनी के कातिलों को अपने पैसे पर जेल मे रोटियां खिला रहे हैं, प्रियंका की खातिर, इंसाफ माँगने मे हिचकिचा रहे हैं आज भी बंदिशों में सभ्यता का बहाना बना रहे हैं, घर की लक्ष्मी को गैरों की अमानत बताए जा रहे हैं, सुना है आज हम महिला दिवस मना रहे हैं, कमाल है न, हम महिला दिवस मना रहे हैं.... महिला दिवस
Pranav Parashar
तुम जितना बचोगी घूरता ही जाएगा इन घूरती आँखो को सहना बंद करो मर्द है तो क्या हाथ उठाएगा आँसुओ के साथ मे बहना बंद करो खुद ही कहोगी तो तुमको दबाएगा अबला हो तुम ये कहना बंद करो देखना आकाश भी कम पड़ जाएगा पहले इन पिंजरों में रहना बंद करो अस्तित्व ही तुम्हें तुमसे मिलाएगा इस देह के अंधेरे में रहना बंद करो ~ प्रणव पाराशर महिला दिवस...
सायरी की डायरी
कुछ लोग कहते है की नारी का कोई घर नहीं होता अरे आप ये क्यों नहीं समझते की नारी के बिना कोई घर ही नहीं होता #महिला दिवस
S
भले ही तुम नही हो अब मेरे साथ, मगर कमरे में आज भी सुनाई देती है तुम्हारी बातें, जैसे- आपका नहाने का पानी गर्म हो गया है, आज टिफिन ले जाओगे या घर और ही खाना खा के जाओगे, आपके कपड़े प्रेस करके टेबल पे रख दिये है, ओर न जाने ऐसी कितनी है अनगिनत बातें सुनाई देती है, ओर फिर अपने सपनो को पूरा करने स्कूल की ओर चल पड़ती थी, एक महिला के लिए घर संभालना, पति, बच्चे, ओर फिर खुद की ड्यूटी, बड़ा मुश्किल काम होता है... ©Shailendra Yadav महिला दिवस
Randhir Kumar Jha
" इससे बड़ी गरिमा और क्या हो सकती है * नारी * की कि स्वयं देवताओं को भी इस धरा पर अवतरित होने के लिए * नारी * को सिर्फ माध्यम हीं नहीं चुनना पड़ता अपितु वर्षों तक उसके स्थूल शरीर में वास भी करने पड़ते हैं" © रणधीर कुमार झा बगही # महिला दिवस # की हार्दिक शुभकामनाएं। # महिला दिवस #
shekhar prasoon
प्रेयसी बन मन को हरती है,परिणीता बन घर को सजाती। नन्ही सी गुड़िया बन ,ओ तो आँगन की तुलसी बन जाती।। बहन बनी जब रक्षा हेतु,भाई के कर पर सज जाती। ममतामयी बनी जब माँ ओ,सारे जगत को ममत्व लुटाती।। अबला जब कभी जुल्म को सहती, वही तभी काली बन जाती। विविध रूप में नारायणी नारी,सृष्टि हेतु सर्वस्य बटाती।।शेखर महिला दिवस की बन्दना। 💐💐💐 महिला दिवस।