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Rahul Wayne 07

भस्मासुर और शिव जी की अनोखी कहानी #Motivational

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Mili Saha

भस्मासुर को शिव का वरदान // भस्मासुर को शिव का वरदान // पूर्व काल में भस्मासुर नाम का हुआ करता था एक राक्षस, समस्त विश्व में राज करने की प #Trending #nojotohindi #sahamili

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Kulbhushan Arora

क्रोध भस्मासुर है, अग्नि है क्रोध, हमें भस्म करती है बुद्धि को विचलित करती हैं क्रोध में .... बुद्धि विचलित अविवेक आया, ज्ञानशक्ति पस्त, #yqquotes #Bachau #yqकुलभूषणदीप #yqkrodh

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क्रोध भस्मासुर है 😡😡
#bachau _ki _bitiya  क्रोध भस्मासुर है,
अग्नि है क्रोध,
हमें भस्म करती है
बुद्धि को विचलित करती हैं 
क्रोध में ....
बुद्धि विचलित
अविवेक आया,
ज्ञानशक्ति पस्त,

AK__Alfaaz..

#पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #दो_बीघा_उम्मीद सूनी पड़ी, ​पगडंडियों से, ​पुकारते सन्नाटे, ​पेड़ों के पत्तों की, #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqquotes #bestyqhindiquotes

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​सूनी पड़ी,
​पगडंडियों से,
​पुकारते सन्नाटे,
​पेड़ों के पत्तों की,
​सरसराहट के बीच से,
​सुनाई पड़ते उसे कुछ नाम,
​आँखों के काजल संग,
​बहती काली रात,
​भोर के इंतजार में,
​देहरी पर बैठी वो,
​टिप टिप बरसते पानी में,
​बुनती है सपनों को रखने की,
​इक ख्वाहिशों की टोकरी, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे 

#दो_बीघा_उम्मीद

सूनी पड़ी,
​पगडंडियों से,
​पुकारते सन्नाटे,
​पेड़ों के पत्तों की,

N S Yadav GoldMine

#CityWinter {Bolo Ji Radhey Radhey} जब भगवान विष्णु ने लोक कल्याण के लिए किए छल :- हिन्दू धर्म में कहते हैं कि ब्रह्माजी जन्म देने वाले, विष #प्रेरक

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भाग्य श्री बैरागी

Day 14 भुजंग श्रेष्ठ, सहस्त्र मुखधारी, शेष मखमल शैया, नील ही वर्ण नील नेत्र वाले नारायण जगत खेवैया। शंख चक्र गदा लक्ष्मी और सागरधारी धर् #yqdidi #होलीकेहमजोली #श्रीनारायण #होली2021 #कोराकागज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #kkhkh2021 #विशेषप्रतियोगिता

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भुजंग श्रेष्ठ, सहस्त्र मुखधारी, शेष  मखमल  शैया,
नील ही वर्ण नील नेत्र वाले नारायण जगत खेवैया।
शंख चक्र गदा लक्ष्मी और सागरधारी धर्म पारायण,
नित ही प्रणाम तुम्हें, अब विष्णु रूप धरो नारायण।


सृष्टि संचालक सृष्टि रचयिता हर-हर हरि के साथी हैं,
मन का संशय मिटाने को नारायण  बनते  सारथी  हैं
राम,कृष्ण विष्णु हैं, सर्व व्याप्त  विष्णु  ही  नारायण,
त्राहिमाम् हूॅं जग से, अब विष्णु रूप  धरो  नारायण।

जब प्रहलाद की  होलिका  में   दहन  की  बारी  थी,
श्री नारायणा तुम्हारी नरसिंह  बनने  की  तैयारी  थी।
जग में तमस जो व्याप्त है, उसे करदो सूर्य उत्तरायण,
विपदा हर लो मेरी भी, अब विष्णु रूप धरो नारायण।

पत्थर में भी प्राण धरो, हे! विष्णु द्रौपदी का वस्त्र हो,
निर्वस्त्र की भिक्षा माॅंगो तुम, मातृत्व जैसा  अस्त्र  हो।
तेरी माया का अंत न पाऊॅं,तुम ही तुम हो ‌हरिनारायण, 
भक्त रूप में अपना लो, अब विष्णु रूप धरो नारायण।

भस्मासुर सा असुर बनाते,और भस्म भी तुम करते हो,
महादेव के ब्याह में, दोनो पक्ष से ही तो तुम सजते हो।
नारद के मुख पर जमे हुए हो कई  कालों  से  नारायण,
कलयुग आया चरम पर, अब विष्णु रूप धरो नारायण। Day 14


भुजंग श्रेष्ठ, सहस्त्र मुखधारी, शेष  मखमल  शैया,
नील ही वर्ण नील नेत्र वाले नारायण जगत खेवैया।
शंख चक्र गदा लक्ष्मी और सागरधारी धर्

Divyanshu Pathak

हे दूर्गे ! हे शक्ति ! आजादी के समय देश ने कुछ सपने देखे थे। राष्ट्र का संचालन हमारे चिन्तन और संस्कृति के अनुकूल होगा। इसी के अनुरूप ज्ञान #शिक्षा #पंछी #या #पाठक #हरे

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‘या देवी सर्व भूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्ये, नमस्तस्ये, नमस्तस्ये नमो नम: ॥’


हे दुर्गे! हे प्रकृते!
तेरे तीनों गुण- सत्वगुण, रजोगुण, तमोगुण
क्रमश: सुख, दु:ख और मोह स्वभाव वाले हैं !
प्रकाशक, प्रवर्तक एवं नियामक भी हैं।
सत्वगुण का कार्य प्रकाश (प्रकट) करना,
रजोगुण का कार्य प्रवर्तन करना तथा
तमोगुण नियमन कर्ता है।
तेरी शक्ति से ही शिव
भिन्न-भिन्न रूप में विश्व बनता है।
तेरे से बाहर विश्व में चेतन-अचेतन कुछ नहीं है।

( कैप्शन देख ही लें)
क्रमशः-----01 
(#या देवी सर्व भूतेषु ) हे दूर्गे ! हे शक्ति !
आजादी के समय देश ने कुछ सपने देखे थे।
राष्ट्र का संचालन हमारे चिन्तन और संस्कृति के अनुकूल होगा।
इसी के अनुरूप ज्ञान

Divyanshu Pathak

अहंकार ही व्यक्ति को रावण बनाता है। शिव से प्राप्त शक्ति के अहंकार से ग्रस्त होकर कैलाश पर्वत को उठाने चला था। शिव से वर प्राप्त करके भस्मास

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भौतिक जीवन का लक्ष्य भोग है,
आध्यात्मिक साधनों का लक्ष्य मोक्ष है।
यही हमारे मन की दो धाराएं हैं।
मन ही किसी धारा में फैलता है,
वही सिकुड़ता है।
अहंकार ही पतन की शुरुआत है।
अहंकारी किसी दूसरे को नहीं
स्वयं को खत्म कर लेता है।
अहंकार का कोप पीढिय़ों को
भोगना पड़ता है। अहंकार ही व्यक्ति को रावण बनाता है। शिव से प्राप्त शक्ति के अहंकार से ग्रस्त होकर कैलाश पर्वत को उठाने चला था। शिव से वर प्राप्त करके भस्मास

Ashay Choudhary

एक लंबे अरसे के बाद आज पिताजी को बरामदे में कुर्सी लगा कर किताब पढ़ते हुए देखा। हमारी नज़रें मिली और अपने टू इन वन चश्मे से आंखे निकाल कर मु #Home #yqdidi #Ashay #bestyqhindiquotes #coronavirus #wiredwords #bullshitblog #CoronaLockDown

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 एक लंबे अरसे के बाद आज पिताजी को बरामदे में कुर्सी लगा कर किताब पढ़ते हुए देखा।
(शेष कैप्शन में) एक लंबे अरसे के बाद आज पिताजी को बरामदे में कुर्सी लगा कर किताब पढ़ते हुए देखा।
हमारी नज़रें मिली और अपने टू इन वन चश्मे से आंखे निकाल कर मु

Ek villain

#brokenlove #कृष्ण भगवान ने भस्मासुर को वरदान दिया और भस्मासुर उन्हें ही मारने लगा #Society

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इस दृष्टांत का उपयोग अध्यात्मिक क्षेत्र में कर कर देखा जाए तो किसी से किसी भी तरह का सहयोग लेकर कोई व्यक्ति धनसंपदा में वृद्धि करता है या यश प्राप्त करता है यह अन्य किसी प्रकार की उपलब्धि हासिल करता है और बदले में जिन से मदद की है उसके सहयोग को भूल जाता है वक्त पर उसकी मदद के बदले मदद करना तो दूर उसकी जगह निंदा करता रहता है तो सहयोग लेने वाला अपने पुणे की पूंजी गंवा देता है इससे सहयोग देने वाले का पुण्य प्राप्त बढ़ने लगता है समाज में सहयोग देने वाले को चाहिए कि बिना हिचकी में सहयोग पद पर चलते रहें भगवान शंकर ने भस्मासुर को वरदान दिया और भस्मासुर उन्हें ही मारने की कोशिश करने लगा

©Ek villain #brokenlove #कृष्ण भगवान ने भस्मासुर को वरदान दिया और भस्मासुर उन्हें ही मारने लगा
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