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RAVINANDAN Tiwari
जब तक आँकोगे कम होना नहीं ये खतम गलन का ये रोग गले हुये पे न हो रहम समूह हो रहा बेरहम रोज एक नया सितम नकल कर कहाँ आ गये हम आधुनिक नहीं पशु बन गये हम वध से हो शायद रोकथाम समाजिक रोग को समाज हीं करे खत्म। # व्यभिचार व्यथा
# व्यभिचार व्यथा
read moreकवि मनोज कुमार मंजू
व्यभिचारी अस्मतखोरों पर क्या सरकारी केस करें! जिन्दा दफन करो इनको जो ऐसे नीच कुकर्म करें ©कवि मनोज कुमार मंजू #व्यभिचारी #अस्मत #दफन #नीच #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #kitaabein
#व्यभिचारी #अस्मत #दफन #नीच #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #kitaabein #कविता
read moreSangeeta Kalbhor
कतई नही.. कुछ प्रश्न आज भी मेरे जहन में पलते है.. देह का व्यभिचार ही व्यभिचार होता है... या भावनाओं का विचारों का भी होता है... और गर होता है तो यहाँ सभी व्यभिचारी है कभी ना कभी ,कहीं ना कहीं हम अनर्गल जरुर सोचते है जो हमारे लिए भी उचित नही होता.. फिर हम क्यूँ औरों की तरफ उँगली दर्शाते है.. बहुतांश लोगों को ये भी पता नही होता है हम स्वयं स्वयं के कातिल होते है.. वासनायें जब भी जन्म लेती है खोखला कर देती है मनुष्य को.. दिमक की तरह अंदर ही अंदर से और हम है कि अपने आप को भुक्तभोगी समझते है.. अपनी ही नजर में.. पर ऐसा होता नही.. कतई नही..... मी माझी..... ©Sangeeta Kalbhor कुछ प्रश्न आज भी मेरे जहन में पलते है.. देह का व्यभिचार ही व्यभिचार होता है... या भावनाओं का विचारों का भी होता है... और गर होता है तो यहा
कुछ प्रश्न आज भी मेरे जहन में पलते है.. देह का व्यभिचार ही व्यभिचार होता है... या भावनाओं का विचारों का भी होता है... और गर होता है तो यहा #शायरी
read moreHINDI SAHITYA SAGAR
रोज़ जीना, रोज़ मरना, बेवज़ह स्वीकार है, रूग्णता, निरीहता, विलाप पर संताप है। दुःख है, दर्द है, रुदन है, असहनीय चीत्कार है। सहज ही है पर उठाता, देखो यह व्यभिचार है। ©HINDI SAHITYA SAGAR रोज़ जीना, रोज़ मरना, बेवज़ह स्वीकार है, रूग्णता, निरीहता, विलाप पर संताप है। दुःख है, दर्द है, रुदन है, असहनीय चीत्कार है। सहज ही है पर उठाता
रोज़ जीना, रोज़ मरना, बेवज़ह स्वीकार है, रूग्णता, निरीहता, विलाप पर संताप है। दुःख है, दर्द है, रुदन है, असहनीय चीत्कार है। सहज ही है पर उठाता #कविता #hindisahityasagar #poetshailendra
read moreKumar Deprive
सुनते थे बात भ्रष्टाचार का अब बोलबाला है व्यभिचार का कोई मालिश करवा रहा कोई वीडियो बनवा रहा बहू बेटियों के मासूमियत का फायदा उठा रहा किस हद तक गिर गई राजनीति मर गया है राजनेताओं का जमीर कैसे बचेगी बहू बेटियों की आबरू कोई तो आगे आओ राजनीति को स्वच्छ बनाओ करो विश्वास पैदा जनमानस में व्यभिचारियों का डर लोगों के मन से हटाओ गांधी नेहरू के मुल्क को बदनाम न करो जनता से ना सही कम से कम प्रकृति से डरो एक दिन मिट जाओगे पर धरा हिंदुस्तान को बदनाम कर जाओगे ऐसा मत करो नैतिकता के राह पर आगे बढ़ो क्यों बनाते हो अपना रहनुमा वैसे लोगों को जो इंसानियत का लबादा ओढ़े भेड़िए हैं जम्हूरियत पर काला धब्बा मत लगाओ याद करो वैशाली के समृद्ध लोकतंत्र को कृष्ण सुदामा के भाईचारा के मंत्र को कब तक सहेंगे बलात्कारियों के दर्द को खादी कपड़ा पहने दहशत गर्द को एक को पहचानकर सबक सिखा दो फिर से हिंदुस्तान को गौतम बुद्ध के देश बना दो अर्ज कर रहा है गौतम तुम सब से ना चुनेंगे व्यभिचारियों को अब से!!! गौतम द गेम चेंजर सुनते थे बात भ्रष्टाचार का अब बोलबाला है व्यभिचार का कोई मालिश करवा रहा कोई वीडियो बनवा रहा बहू बेटियों के मासूमियत का फायदा उठा रहा किस ह
सुनते थे बात भ्रष्टाचार का अब बोलबाला है व्यभिचार का कोई मालिश करवा रहा कोई वीडियो बनवा रहा बहू बेटियों के मासूमियत का फायदा उठा रहा किस ह
read moreSangeeta Kalbhor
आभाळ.. हवं असतं प्रत्येकाला स्वतःच स्वतःपुरत आभाळ कुठे ना कुठे कोणी ना कोणी झालेलाच असतो घायाळ मखमली नसला साज तरी असावा वाटतो सुवास रातराणीचा लपलेला असतो दरवळ प्रत्येकाच्या आत आर्त कहाणीचा नाही सांगता येत उघड जेव्हा काही नजरेचा घ्यावा वाटतो आधार स्पर्श असतो बोलका नसतो त्यात इतकुसाही व्यभिचार बळ मिळते जगण्याला जगणे मंगल मंगल होते प्रत्येकाचे आपापले आभाळ आपल्यापुरते सरसावून येते..... मी माझी..... 14/05/2023 ©Sangeeta Kalbhor #RanbirAlia आभाळ.. हवं असतं प्रत्येकाला स्वतःच स्वतःपुरत आभाळ कुठे ना कुठे कोणी ना कोणी झालेलाच असतो घायाळ मखमली नसला साज तरी असावा वाटतो स
#RanbirAlia आभाळ.. हवं असतं प्रत्येकाला स्वतःच स्वतःपुरत आभाळ कुठे ना कुठे कोणी ना कोणी झालेलाच असतो घायाळ मखमली नसला साज तरी असावा वाटतो स #शायरी
read moreRishika Srivastava "Rishnit"
"एक और निर्भया" (अनुशीर्षक में पढ़ें) ****** ******एक ओर निर्भया****** ************************* हाथरस जिले की निंदनीय घटना हृदय विदारक अमानवीय घटना निर्भया कांड की बर्बरता गए भ
****** ******एक ओर निर्भया****** ************************* हाथरस जिले की निंदनीय घटना हृदय विदारक अमानवीय घटना निर्भया कांड की बर्बरता गए भ #Stoprape
read moreyogesh atmaram ambawale
कर्माचे फळ प्रत्येकाला मिळते.. सदाचाराच्या झाडाला लागलेले थोडे उशिरा मिळते, पण सत्कार्य करत राहिल्यामुळे गोड मिळते. ह्याउलट,व्यभिचार,दुराचार नावाच्या काटेरी झाडाझुडपांनाही,हे कर्माचे फळ मिळते ते ही लवकरच जे गोड तर नसतेच पण मरेपर्यंत विसरता येणार नाही,अशी त्याची चव असते. शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे कर्माचे फळ.. #कर्माचेफळ हा विषय Madhuri P. Warwatkar यांचा आहे. चला तर मग लिहूया.
शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे कर्माचे फळ.. #कर्माचेफळ हा विषय Madhuri P. Warwatkar यांचा आहे. चला तर मग लिहूया. #Collab #YourQuoteAndMine #yqtaai
read moreकवि राहुल पाल 🔵
खुशियां कहाँ बिकती है ..? साहिब बिकते है तो सिर्फ इंसान , ईमान मकान ,श्मशान खुशियां कहाँ बिकती है ..? साहिब बिकते है तो सिर्फ अभिमान ,स्वाभिमान सम्मान,गुमान खुशियां कहाँ बिकती है ..? साहिब बिकते है तो सिर्फ आत्मा,परमात्मा धर्मात्मा ,पुण्यात्मा खुशियां कहा बिकती है ...? साहिब बिकते है तो सिर्फ दुराचारी ,तिरस्कारी व्यभिचारी ,अपकारी खुशियां कहाँ बिकती है ..? साहिब बिकते है तो सिर्फ जतन,शमन दमन ,गबन ((("राहुल"))) खुशियां कहाँ बिकती है ..? साहिब बिकते है तो सिर्फ इंसान , ईमान मकान ,श्मशान खुशियां कहाँ बिकती है ..? साहिब बिकते है तो सिर्फ अभिमान ,स्
खुशियां कहाँ बिकती है ..? साहिब बिकते है तो सिर्फ इंसान , ईमान मकान ,श्मशान खुशियां कहाँ बिकती है ..? साहिब बिकते है तो सिर्फ अभिमान ,स् #Nojotochallenge #Rahul #nojotopoetry #nojotohindi #शायरी #nojotoquotes #nojotoapp #nojotonews #nojotohindishayari
read morevibrant.writer
छुप-छुपकर मिलने जाता है वो, सच्चाई नहीं बताता है वो, हंस-हंसकर मीठी बातें करके, शरीर से खेले जाता है वो। छुप-छुपकर मिलके आता है वो, कुछ ऐसी बात बनाता है वो, झुक-झुककर हां में हां मिलाके, दिमाग से प्यार जताता है वो। छुप-छुपकर हवस मिटाता है वो, मानवता को गिराता है वो, मर मरकर भी यू जिंदा रहके, नर्क से संबंध बनाता है वो। #Fornication ऐसी बात बनाता है वो... छुप-छुपकर मिलने जाता है वो, सच्चाई नहीं बताता है वो, हंस-हंसकर मीठी बातें करके, शरीर से खेले जाता है व
#Fornication ऐसी बात बनाता है वो... छुप-छुपकर मिलने जाता है वो, सच्चाई नहीं बताता है वो, हंस-हंसकर मीठी बातें करके, शरीर से खेले जाता है व #Relationship #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #व्यभिचार #vibrant_writer #बातबनाताहै
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